10/05/2025
पटमदा में आदिवासी माझी पारगाना स्वशासन व्यवस्था पर एक दिवसीय सामाजिक सम्मेलन का आयोजन, शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन हुए शामिल
पटमदा: पटमदा डाक बंगला मैदान में शुक्रवार को माझी परगना महाल , बारहा दिशोम का एक दिवसीय समाजिक सम्मेलन देश पारगना ललित मुर्मू के अध्यक्षता में संपन्न हुई। सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन, विधायक मंगल कालिंदी, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू समेत 110 गांव के माझी बाबा सहित पारानिक, गोडेत, जोगमाझी व समाज के महिला पुरुष पारंपरिक परिधान में शामिल हुए। सम्मेलन में सर्वसम्मति से बारहा दिशोम देश पारगना बाबा ललित मुर्मू के पुत्र कमलाकांत मुर्मू को बारहा दिशोम देश पारगना नियुक्त किया गया एवं पारगना दाहड़ी ,( पारगना दाहड़ी) पहनाया गया।
मौके पर उपस्थित धाड़ दिशोम देश पारगना बाबा बैजू मुर्मू ने कहा कि वर्तमान में आदिवासी संथाल समाज स्वशासन व्यवस्था का संचालन करते हुए सर्वांगीण विकास शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार पर काम कर रही है, साथ ही जल जंगल जमीन को बचाते हुए संवैधानिक अधिकार को प्रचार प्रसार करती है। समाज के माझी बाबा अपने-अपने गांव के समस्याओं को समाधान करने के लिए स्वतंत्र है। अगर कोई ज्वलंत समस्या या विवाद उत्पन्न होती है तो सामाजिक व्यवस्था के तहत विचार व्यवस्था में स्थापित नियमावली का अनुपालन करते हुए उच्च स्तर पर अग्रसारित करें। ताकि समाज के लोगों को न्याय मिले। समाज के लोग अपने संस्कृति व पहचान बचाने के लिए और परंपराओं को सुरक्षित करने के लिए रुढ़ी प्रथा के तहत नियमावली का अनुपालन करें। गांव घर के प्रत्येक व्यक्तियों को ओलचिकी लिपि सिखना होगा। हमारे भाषा हमारी लिपि हमारा संस्कार ही हमें आदिवासी बनाए रखता है। माझी परगना महाल के प्रतिनिधि बार बार सरकार को संवैधानिक अधिकार पेसा कानून, वन अधिकार कानून के तहत आदिवासियों को शक्ति प्रदान करते हुए लाभ देने हेतु ज्ञापन सोपा गया है , पुनः माझी पारगना महल के प्रतिनिधि प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर संथाली भाषा को ओलचिकी लिपि से पढ़ाई-लिखाई शुरू करने के लिए मांग रखेगी। सम्मेलन में काई सामाजिक प्रस्ताव पारित किए गए एवं पारीत प्रस्ताव पर कार्य अमल करने के लिए कमेटी बनाई गई। आगामी समीक्षा बैठक मे कमेटी का विस्तार किया जाएगा, एवं समाज के सर्वांगीण विकास के कार्यों को रफ्तार दिया जाएगा।