20/09/2025
*कुख्यात अपराधी उत्तम यादव का पुलिस एनकाउंटर में अंत, वीडियो के जरिए दी थी धमकी*
चतरा, 20 सितंबर: चतरा जिले के कुख्यात अपराधी उत्तम यादव, जो पिछले कुछ महीनों से संगठित अपराधों और पुलिस को खुली चुनौती देकर चर्चा में था, आज सुबह हजारीबाग जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के बगरा मार्ग पर हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। सुरही मोहल्ला, चतरा का निवासी उत्तम यादव उभरते गैंगस्टर के रूप में जाना जाता था, जिसके गिरोह ने हजारीबाग और चतरा जिलों में व्यापारियों व ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने के लिए कई सनसनीखेज घटनाओं को अंजाम दिया था।
पुलिस के अनुसार हजारीबाग और चतरा की संयुक्त टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि उत्तम यादव और उसके साथी बगरा मार्ग पर छिपे हुए हैं। जब पुलिस ने उन्हें घेरा, तो अपराधियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उत्तम यादव को गोली लगी, जबकि उसके साथी मौके से फरार हो गए। घायल उत्तम को अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। चतरा पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि उत्तम पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे। जिसमें हत्या, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के आरोप शामिल हैं।
*उत्तम यादव का अपराधी सफर:*
वीडियो से धमकी और ज्वेलरी दुकान पर फायरिंग
उत्तम यादव का अपराधी साम्राज्य पिछले दो महीनों में तेजी से फैला था। जून 2025 में हजारीबाग के श्री ज्वेलर्स पर दिनदहाड़े हुई गोलीबारी की घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। इस हमले में अपराधियों ने दुकान पर अंधाधुंध फायरिंग की, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। घटना के तुरंत बाद उत्तम ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी किया, जिसमें वह हाथ में एके-47 लहराते हुए चतरा व हजारीबाग के कोयला, बालू, ज्वेलरी और अन्य व्यवसायियों को धमकी देता नजर आया। वीडियो में वह कहता है, "हमसे संपर्क किए बिना कोई कारोबार न करें, वरना परिणाम भुगतने पड़ेंगे।" इस वीडियो ने पुलिस को खुली चुनौती दी और व्यापारियों में भय का माहौल पैदा कर दिया।
इस घटना के बाद उत्तम यादव चतरा व हजारीबाग पुलिस के रडार पर आ गया। जुलाई 2025 में पुलिस ने उसके गिरोह के 9 सदस्यों को गिरफ्तार किया, जिनमें 'साइको टाइगर' उर्फ शक्ति गिरी भी शामिल था। पूछताछ में गिरोह के सदस्यों ने स्वीकार किया कि श्री ज्वेलर्स पर फायरिंग उत्तम के इशारे पर ही की गई थी, ताकि 70 लाख रुपये की रंगदारी वसूली जा सके। अगस्त में उसके गिरोह के चार अन्य शूटरों को हथियारों समेत पकड़ा गया, जो लेवी वसूली के लिए निकले थे। इन कार्रवाइयों के बावजूद उत्तम फरार था और लगातार धमकियां जारी रखे हुए था।
*पुलिस की सतर्कता और व्यापारियों में राहत*
हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि उत्तम के मारे जाने से इलाके में अपराध की कमर टूटेगी। गिरफ्तार अपराधियों को शहर में पैदल मार्च कराया गया था, जो पुलिस का सख्त संदेश था।
चतरा एसपी ने कहा, "उत्तम जैसे अपराधी इलाके की शांति के लिए खतरा थे। हम फरार साथियों की तलाश में छापेमारी जारी रखेंगे।" ज्वेलरी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस घटना से व्यापारियों में लंबे समय बाद सुरक्षा का अहसास हुआ है।
यह एनकाउंटर झारखंड पुलिस की अपराध नियंत्रण नीति का हिस्सा है, जहां संगठित गिरोहों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस अपनाया जा रहा है। उत्तम यादव की मौत से उसके गिरोह के अन्य सदस्यों पर दबाव बढ़ेगा, और पुलिस को नई गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।