21/09/2025
तेजस्वी यादव मुख हैं और संजय यादव उनके मुखौटा। अब लालू यादव न तीन में हैं और न तेरह में। राजद में उत्तराधिकार की लड़ाई अंतिम चरण में है। तेज प्रताप और रोहिणी से पार पा चुके तेजस्वी मीसा से भी मुक्त ही होकर मानेंगे। सब कुछ तेजस्वी कर रहे हैं। बदनामी लेने के लिए ही संजय यादव पोसे गये हैं। संजय यादव भी बहती गंगा में हाथ घोकर झा जी को असुरक्षित महसूस कराते हुए राजद का अमर सिंह बनने की फिराक में हैं लेकिन वह यह भूल रहे हैं कि अमर सिंह कोई छोटी चीज नहीं थे। दल से बाहर भी अमर सिंह का जलवा हुआ करता था जबकि राजद से बाहर संजय यादव को काग पंछी भी नहीं पूछेंगे।