
14/03/2025
सनातन काल से जारी होली की बधाई!
सनातन धर्म संस्कृति के रहस्यों को समझने के लिए जो जितनी भी गहराई में डुबकी लगाता है उसे उतने ही बहुमूल्य रत्नों की उपलब्धि होती है। भोलेबाबा के मसाने में होली खेलने की परंपरा हो या बरसाने में में राधारानी और कान्हा की होरी की मधुर यादों की परिपाटी, सभी में एक नई ऊर्जा को समेट हर्षोल्लास का उत्सव हो, सभी का निर्वहन सनातन संस्कृति सदियों से कर रही है। हमारा सौभाग्य है कि हम आज इसे अपनी झोली में समेटने के लिए मौजूद है।आप सभी के लिए होली मंगलमय हो।
हर हर महादेव।
- शीलभद्र उपाध्याय