01/12/2025
मअहदुस्-सिद्दीक़ात, दरभंगा में ऑल दरभंगा सीरत-ए-नबी ﷺ क्विज़ मुसाबक़ा का शानदार इनामी समारोह सम्पन्न
दरभंगा | विशेष संवाददाता
मअहदुस्-सिद्दीक़ात, दरभंगा में आज ऑल दरभंगा सीरत-ए-नबी ﷺ क्विज़ मुसाबक़ा का भव्य इनामी समारोह पूरे एहतिराम, अदब और शान के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर सफल छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र और विविध उपहार देकर सम्मानित किया गया। पूरे हॉल में तालियों की गूंज और उत्साह का माहौल देखने लायक था।
कार्यक्रम की शुरुआत तिलावत-ए-कुरआन और नात-ए-पाक ﷺ से की गई। इसके बाद परिणामों की घोषणा हुई, जिसमें सफल छात्रों के चेहरों पर खुशी और आत्मविश्वास साफ झलक रहा था। कार्यक्रम में अध्यापकगण, विशिष्ट अतिथियों तथा बड़ी संख्या में अभिभावकों की मौजूदगी ने समारोह की गरिमा को और बढ़ा दिया।
मुख्य वक्ताओं के प्रेरक विचार
मुख्य वक्ताओं ने अपने संबोधन में सीरत-ए-तय्यिबा ﷺ के अध्ययन की व्यक्तिगत व सामाजिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि—
“ऐसी ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताएँ नई पीढ़ी में धार्मिक जागरूकता, नैतिक मूल्यों और सरकार-ए-दो आलम ﷺ से मोहब्बत पैदा करने का बेहतरीन माध्यम हैं।”
डॉ. अहमद नसीम आरज़ू एवं डॉ. हिना आरज़ू (अल-हिलाल हॉस्पिटल) ने कहा कि यदि जीवन को सीरत के अनुसार ढाल लिया जाए तो समाज आज भी अमन, इंसाफ और सुकून का प्रतीक बन सकता है।
डॉ. असजद करीम और डॉ. ज़मर्द परवीन ने ज्ञान को हर दौर की सफलता की कुंजी बताते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
दरभंगा की डिप्टी मेयर नाज़िया हसन ने बेटियों की शिक्षा को अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा—
“एक बेटी पढ़ती है तो पूरा परिवार पढ़ता है।”
संस्थान के नाज़िम का संदेश
मअहदुस्-सिद्दीक़ात के नाज़िम मुफ्ती सादिक अहमद खान क़ासमी ने कहा कि सीरत-ए-तय्यिबा ﷺ की संपूर्ण अनुकरण ही जीवन की हर सफलता की कुंजी है। उन्होंने बताया कि संस्थान में आलिमा कोर्स के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा भी प्रदान की जाती है, जिसमें इस्लामी और आधुनिक दोनों विषय शामिल हैं।
आयोजन की कामयाबी और समापन
प्रबंधन समिति ने इस सफल आयोजन पर अल्लाह का शुक्र अदा किया और सभी मेहमानों, अभिभावकों एवं प्रतिभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही घोषणा की कि भविष्य में भी ऐसे ज्ञानवर्धक और प्रेरणात्मक कार्यक्रम निरंतर जारी रहेंगे।
कार्यक्रम का समापन मौलाना मनज़र इमाम क़ासमी (इमाम व ख़तीब, जामा मस्जिद, लहेरिया सराय) की रूहपरवर दुआ पर हुआ।
अंत में विजेता छात्र-छात्राओं को बधाई देने और तस्वीरें लेने के लिए लोग देर तक मौजूद रहे।