26/09/2025
“शर्म समाज” – एक सच्चाई जो समाज को शर्म से झुकने पर मजबूर कर दे।
ये कहानी सिर्फ़ एक कोख की नहीं…
ये उस सोच की भी है, जो बेटी के नाम से डरती है।
वो सोच जो बेटियों को बोझ समझती है,
और बेटे को वारिस।
ये शॉर्ट फ़िल्म एक सवाल है
क्या सच में बेटा ही सहारा है?
और एक तमाचा है
उस समाज के मुँह पर जो बेटी को कोख में ही मिटा देता है।
#मीणा_नारी #शर्मसमाज