07/10/2025
यदि एक औरत अपनी कामवासना को शांत करने पर आए तो उसके पास कई रास्ते होते हैं, खासकर यदि वह सुन्दर और आकर्षक हो। सुंदरता सभी को आकर्षित करती है, और यह स्वाभाविक है कि एक स्त्री भी अपनी इच्छाओं को महसूस करे। लेकिन हर औरत अपने संस्कारों और मर्यादाओं की बेड़ियों में बंधी होती है। हमें बचपन से सिखाया जाता है कि एक औरत का शरीर सिर्फ और सिर्फ उसके पति के लिए होता है। यह विचार हमारे समाज और परंपराओं में गहराई से समाया हुआ है, और इसे अधिकांश औरतें सम्मानपूर्वक स्वीकार करती हैं।
मेरी भी शादी 24 साल की उम्र में हुई थी। मेरे पति के साथ मेरा रिश्ता मधुर था, सास भी बहुत अच्छी थीं, और परिवार की जिम्मेदारियों में भी कोई दिक्कत नहीं थी। मेरे पति ने हर तरह से मेरी देखभाल की, खासकर शारीरिक जरूरतों के मामले में। अगर कोई औरत अपने पति से पूरी तरह संतुष्ट हो, तो उसे और किसी चीज की चाहत नहीं होती। यह मान्यता मैंने भी अपनी शादीशुदा जिंदगी में अपनाई थी।
लेकिन मेरी यह खुशी अधिक समय तक नहीं टिक पाई। धीरे-धीरे मेरे पति की शारीरिक इच्छाएँ मेरे लिए बोझ बनने लगीं। जब शादी नई थी, तब तो सब कुछ अच्छा लगा, लेकिन जैसे-जैसे जिम्मेदारियाँ बढ़ीं, मेरा ध्यान और प्राथमिकताएँ बदलने लगीं। कामवासना का आकर्षण धीरे-धीरे कम हो गया, और पति की लगातार शारीरिक मांगें मेरे लिए थकान का कारण बनने लगीं।
फिर एक दिन ऐसा हुआ जिसने मेरी जिंदगी बदल दी। एक दिन मैं बाजार गई थी, जो मेरे घर से काफी दूर था। थोड़ी ही देर में मुझे याद आया कि मेरा मोबाइल फोन घर पर छूट गया है। जब मैं जल्दी से घर वापस आई, तो देखा कि घर का गेट खुला हुआ था। जैसे ही मैं अपने कमरे में पहुँची, मैंने देखा कि मेरे पति मेरी नौकरानी के साथ शारीरिक संबंध बनाने की तैयारी में थे। मुझे देखकर नौकरानी तुरंत भाग गई, लेकिन मेरे पति ने अपनी सफाई देना शुरू कर दिया।
उनका कहना था कि मैं पहले जैसी प्रेमपूर्ण नहीं रही, और इसलिए उन्हें नौकरानी के साथ ऐसा करना पड़ा। एक पल के लिए मुझे भी लगा कि शायद यह मेरी ही गलती है, लेकिन फिर यह विचार आया कि किसी की गलती का मतलब यह नहीं है कि आपको अपने जीवनसाथी के साथ धोखा करने का हक मिल जाए।
इसके बाद हमारी बात लगभग बंद हो गई। मेरी सास को भी इस बात का आभास हो गया था कि कुछ गलत है, लेकिन कोई भी साफ-साफ कुछ नहीं कह रहा था। एक दिन मैंने अपने पति का फोन चेक किया और पाया कि नौकरानी को काम से निकाल दिया गया है, लेकिन वे अब भी अन्य लड़कियों के साथ संबंध बनाने की कोशिश कर रहे थे।
मुझे गुस्सा आया और मैंने बिना सोचे-समझे अपना सामान बांधकर मायके लौटने का फैसला किया। जब मेरी मां ने कारण पूछा, तो मैंने सब कुछ साफ-साफ बता दिया। उन्होंने मुझे रोकने की कोशिश नहीं की, बल्कि कहा, "यह तुम्हारी जिंदगी है, और तुम्हें जो सही लगे, वही करो।"
मेरे पति को इस बात का गहरा पछतावा हुआ और उन्होंने मुझसे माफी मांगी। वे एक मनोचिकित्सक के पास भी गए, जहाँ पता चला कि वे एक तरह के मानसिक विकार से पीड़ित हैं, जिसमें इंसान एक ही पार्टनर के साथ संतुष्ट नहीं हो पाता। उसे हमेशा नई लड़कियों की तलाश रहती है। फिलहाल वे हाइबरनेशन सेंटर में हैं, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
यह घटना एक गहरे सच की ओर इशारा करती है कि यह समस्या सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित नहीं है। अश्लील वीडियो देखने की आदत ने आज के समाज में कई लोगों की मानसिकता को विकृत कर दिया है। ये वीडियो धीरे-धीरे इंसान के दिमाग में इस कदर बैठ जाते हैं कि वास्तविक जीवन के रिश्ते उन्हें फीके लगने लगते हैं। हर बार एक नई लड़की का शरीर देखने की आदत एक मानसिक रोग का रूप ले लेती है, और इससे उनकी जिंदगी में अस्थिरता आ जाती है।
आज के दौर में, बहुत से लोग इस समस्या से किसी न किसी रूप में जूझ रहे हैं। शायद इसी वजह से अश्लील सामग्री को "जहर" कहा जाता है। यह जहर धीरे-धीरे रिश्तों को खोखला कर देता है, और इंसान को अपनी नैतिक जिम्मेदारियों से दूर ले जाता है।