16/11/2025
नेशनल हाईवे नहीं, ‘खतरा एक्सप्रेस-वे’: अधूरे निर्माण और सुरक्षा में लापरवाही से बढ़ा हादसों का जोखिम
देहरादून। प्रेमनगर से पोंटा साहिब तक बन रहा नेशनल हाईवे निर्माण कार्य इन दिनों स्थानीय लोगों के लिए असुविधा के साथ-साथ गंभीर जोखिम का कारण बनता जा रहा है। अधूरे निर्माण, पर्याप्त बैरिकेडिंग की अनुपस्थिति और रात के समय सुरक्षा व्यवस्थाओं की कमी ने इस मार्ग को दुर्घटना-प्रवण बना दिया है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि हाईवे निर्माण एजेंसी द्वारा सुरक्षा मानकों का पालन पर्याप्त रूप से नहीं किया जा रहा है। शाम ढलने के बाद निर्माण क्षेत्र में लाइटिंग, चिन्हांकन, डिवाइडर और रेडियम टेप जैसी अनिवार्य व्यवस्थाएँ अक्सर नदारद रहती हैं, जिससे वाहन चालकों को खतरे का सामना करना पड़ता है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पूर्व देहरादून आरटीओ की टीम ने साइट का निरीक्षण कर सुरक्षा मानकों में सुधार के निर्देश दिए थे, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि उन निर्देशों का प्रभाव ज़मीनी स्तर पर दिखाई नहीं दे रहा।
बीती रात सहसपुर के ठाकुरपुर क्षेत्र में डिवाइडर के खुले पड़े हिस्से और मशीनरी क्षेत्र के अपर्याप्त चिन्हांकन के कारण एक बाइक सवार युवक और महिला दुर्घटनाग्रस्त हो गए। ग्रामीणों की तत्परता के चलते घायल युवक को तुरंत सुभारती अस्पताल पहुँचाया गया, जिससे बड़ी जानलेवा स्थिति टल गई।
ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर दुर्घटनाओं की आवृत्ति लगातार बढ़ रही है और यदि सुरक्षा प्रबंधों में तुरंत सुधार नहीं किया गया, तो गंभीर हादसे होने की आशंका बनी रहेगी।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन और संबंधित विभागों से आग्रह किया है कि निर्माण कार्य की गति के साथ-साथ सुरक्षा मानकों को भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। क्षेत्रवासियों का कहना है कि जब तक निगरानी और अनुपालन कठोर नहीं होगा, तब तक यह हाईवे नागरिकों की सुविधा की बजाय उनकी सुरक्षा के लिए चुनौती बना रहेगा।