
30/07/2025
.......करुणा सागर तीर्थंकर नेमिनाथ.......
श्री नेमिनाथ भगवान के दीक्षा कल्याणक दिवस पर विशेष
आज से हज़ारों वर्ष पूर्व महाभारत काल मे वासुदेव श्री कृष्ण को शंख धवनि सुनाई दी जिसे सुनकर वह अविलंब ध्वनि की ओर दौड़े क्योंकी वह ध्वनि किसी मामूली शंख की ध्वनि नहीं थी। वे ध्वनि थी वासुदेव श्री कृष्ण के पंचजन्य शंख की जिसे ध्वनित करने के लिए वासुदेव जैसा बल चाहिए होता है और इसी वजह से उनके मनमें ऐसे ख़याल आ रहे थे कि क्या इस धरा पर और कोई वासुदेव भी है।और यही सोचते हुए श्री कृष्ण वहाँ जा पहुँचे और उन्होंने देखा कि वह और कोई नही शौरिपूर के राजा समुद्र विजय और रानी शिवादेवी के पुत्र और उनके चचेरे भाई तीर्थंकर के जीव महाबलशाली नेमिकुमार थे।
अब श्री कृष्ण यह देख कर ऊह-पोह मे पड़ जाते हैं और विचार करने लगते है की यह तो मुझ से ज्यादा बलवान लगते है भविष्य मे तो यह मेरा सारा राज्य मुझसे जीत लेंगे। frm SS News
तब उन्होंने इसका उपाय सोचा की उन्हें नेमीकुमार का विवाह करावा देना चाहिए। उन्होंने नेमिकुमार को विवाह के लिए मनाने के लिए अपनी पत्नियों से कहा।
उन्होंने भी हंसी मे देवर से विवाह की बात छेड़ी और उनके मौन को स्वीकृति मान कर राजा उग्रसेन की पुत्री राजीमती के साथ उनका विवाह तय हुआ।
इस विवाह में भारत क्षेत्र के अनेको राजा-महाराजा सम्मिलित हुए। frm SS News
नेमी कुमार की बारात चल पड़ी राजी मती के द्वार के पास पहुंची। तभी नेमी कुमार को पशु पक्षियों के चित्कारने की आवाजें सुनाई देती है, वह पूछते हैं तब उन्हें पता चलता है कि उनके विवाह के भोज के लिए इन पशु पक्षियों को पकड़ा गया है इसी से वे आकुलित हो चित्कार कर रहे हैं।
अहो❗ यह क्या मेरे विवाह के उत्सव के लिए हजारों निर्दोष प्राणियों की हिंसा हो रही है। उनका वध किया जाएगा। आह❗ इन जीवो का क्या दोष है अकारण ही मेरे विवाह के निमित्त इन मूक प्राणियों को भयंकर वेदना सहनी पड़ रही है और अपनी जान गवानी पड़ेगी ऐसा अत्याचार हो रहा है नहीं! नहीं! इससे तो मैं विवाह ही नहीं करूंगा। frm SS News
और यह सोच कर दृढ़निश्चयी, करुणासागर श्री अरिष्ठनेमी ने अपनी बारात राजुल के द्वार से वापस मोड ली सभी ने बहुत समझाया पर श्री नेमीकुमार अपने निश्चय पर अडिग रहे और इसी समय तीन ज्ञान के धारक श्री नेमी कुमार को वैराग्य उत्पन्न हुआ और उन्होंने गिरनार पर्वत पर जाकर दीक्षा ली। 🌹श्रावण सुदी षष्ठी 🙏श्री नेमिनाथ स्वामी 🙏का 🌼दीक्षा कल्याणक🌼 दिवस है। और साथ ही उन्हें चौथा मनःपर्यव ज्ञान दीक्षा दिवस श्रावण शुक्ल ६ को उत्पन्न हो गया। 🙏🌹👏
अर्थात उनके 'संसार-बंधन' का दिन ही उनके "संसार से वैराग्य" का दिवस बन गया। 💐💐💐🌼🌼🌼
🌹🌹धर्म चक्रवर्ती 22 वें तीर्थंकर 🙏🌹श्री नेमिनाथ भगवान के चरणो में कोटि कोटि वंदन🙏🏼🙏🙏
प्रस्तोता :- मनन एवम युवांग फोफलिया
Compiled By :- Rekha Phophalia
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