Thought of India

Thought of India ना थके कभी पैर, ना कभी हिम्मत हारी है।
जज्बा है परिवर्तन का जिंदगी में, इसलिए सफर जारी है।।
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04/12/2025
03/12/2025

 #काशी के  ाटों में चर्चित एक घाट का नाम है  #मणिकर्णिका इस घाट के बारे में कहा जाता है कि यहां दाह संस्कार होने पर व्यक...
03/12/2025

#काशी के ाटों में चर्चित एक घाट का नाम है #मणिकर्णिका इस घाट के बारे में कहा जाता है कि यहां दाह संस्कार होने पर व्यक्ति की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी कारण अधिकतर लोग अपने अंतिम समय में इसी घाट पर आना चाहते हैं। यहां पर शिवजी और मां दुर्गा का प्रसिद्ध मंदिर भी है, जिसका निर्माण मगध के राजा ने करवाया था ।

हिंदुओं के लिए इस घाट को अंतिम संस्कार के लिए सबसे पवित्र माना जाता है। बताया जाता है कि मणिकर्णिका घाट को भगवान शिव ने अनंत शांति का वरदान दिया है। इस घाट पर पहुंचकर ही जीवन की असलियत के बारे में पता चलता है। इस घाट की विशेषता है कि यहां चिता की आग कभी शांत नहीं होती है, यानी यहां हर समय किसी ना किसी का शवदाह हो रहा होता है। हर रोज यहां 200 से 300 शव का अंतिम संस्कार किया जाता है ।

जनश्रुतियों के अनुसार, भगवान विष्णु ने भी हजारों वर्ष तक इसी घाट पर भगवान शिव की आराधना की थी। विष्णुजी ने शिवजी से वरदान मांगा कि सृष्टि के विनाश के समय भी काशी को नष्ट न किया जाए। भगवान शिव और माता पार्वती विष्णुजी की प्रार्थना से प्रसन्न होकर यहां आए थे। तभी से मान्यता है कि यहां मोक्ष की प्राप्ति होती है ।

* मान्यता यह है कि भगवान शिव और माता पार्वती के स्नान के लिए यहां भगवान विष्णु ने कुंड का निर्माण किया था, जिसे लोग अब मणिकर्णिका कुंड के नाम से जानते हैं। स्नान के दौरान माता पार्वती का कर्ण फूल कुंड में गिर गया, जिसे महादेव ने ढूंढ कर निकाला देवी पार्वती के कर्णफूल के नाम पर इस घाट का नाम मणिकर्णिका हुआ था ।

* इस घाट की एक और मान्यता यह है कि भगवान शंकरजी द्वारा माता सती के पार्थिव शरीर का अग्नि संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया था जिस कारण से इसे #महाश्मशान भी कहते हैं। मोक्ष की चाह रखने वाला इंसान जीवन के अंतिम पड़ाव में यहां आने की कामना करता है ।

* जलते मुर्दों के बीच साल में एक बार मणिकर्णिका घाट पर महोत्सव भी होता है। यह महोत्सव चैत्र नवरात्र की सप्तमी की रात में होता है। इस महोत्सव में पैरों में घुघंरू बांधी हुई नगर वधुओं (सेक्‍स वर्कर) हिस्सा लेती हैं। महाश्‍मशान पर अनूठी साधना की परंपरा श्‍मशान नाथ महोत्‍सव का हिस्‍सा है। मौत के मातम के बीच वे नाचती-गाती हैं ।
नाचते हुए वे ईश्वर से प्रार्थना करती हैं कि उनको अगले जन्म में ऐसा जीवन ना मिले। मान्‍यता है कि जलती चिताओं के सामने नटराज को साक्षी मानकर वे यहां नाचेंगी तो अगले जन्‍म में नगरवधू का कलंक नहीं झेलना पड़ेगा। यह परंपरा अकबर काल में आमेर के राजा सवाई मान सिंह के समय से शुरू होकर अब तक चली आ रही है। मान सिंह ने ही 1585 में मणिकर्णिका घाट पर मंदिर का निर्माण करवाया था ।

श्‍मशान नाथ उत्‍सव में महाश्‍मशान की वजह से जब कोई कलाकार संगीत का कार्यक्रम प्रस्‍तुत करने के लिए तैयार नहीं हुआ तो मानसिंह ने नगर वधुओं को आमंत्रण भेजकर बुलवाया। वे इसे स्‍वीकार कर पूरी रात महाश्‍मशान पर नृत्‍य करती रहीं। तब से यह उत्‍सव काशी की परंपरा का हिस्‍सा बन गया ।।

🚩 🔱 || हर हर महादेव || 🚩 🔱
महाकाल उज्जैन के राजा🔱

हर हर महादेव 🙏🏾

03/12/2025

कमाई के बिना शेयर बाजार में कूदना समझदारी नहीं है, सीधी बरबादी है ।

एक सच जिसे लोग जानकर भी नजरअंदाज कर देते हैं ।

निवेश तभी शुरू होता है जब आपकी आय स्थिर और भरोसेमंद हो, जब जेब में पैसे आ ही नहीं रहे हैं, तो उन्हें बढ़ाने की सोच कैसी ?

आजकल एक खतरनाक चलन दिखाई देता है ।
स्टूडेंट, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा, और बेरोजगार लोग, बिना कमाई के सीधे शेयर बाजार सीखने में जुट जाते हैं । उन्हें लगता है कि बाजार उनकी जिंदगी बदल देगा, सच्चाई बिल्कुल उलट है ।
बाजार उन लोगों को ही फायदा देता है, जिनके पास पहले से कमाई होती है ।

शेयर बाजार एक कमाई की मशीन नहीं है।
ये उस पैसे को बढ़ाने की जगह है, जो पसीने से कमाया गया हो । बिना आय वाले व्यक्ति का बाजार में उतरना वैसा है जैसे तैरना न जानते हुए गहरे पानी में कूद जाना, ऊपर उठने की जगह सीधा नीचे जाते हैं ।

घर का पैसा खर्च होता है, तनाव बढ़ता है और भरोसा टूटता है और अंत में लोग कहते हैं “शेयर बाजार नुकसान देता है” नुकसान बाजार नहीं देता है, गलत समय पर गलत कदम देता है ।

माता-पिता के लिए यह बात और भी महत्वपूर्ण है, अगर आपका बच्चा ट्रेडिंग को जल्द अमीर बनने का रास्ता मान रहा है, तो उसे अभी रोकिए।
यह रास्ता सीखने का नहीं है, फंसने का है, अनुभव, आय और अनुशासन के बिना ट्रेडिंग सिर्फ झटका देती है ।

सही रास्ता हमेशा एक जैसा है, पहले करियर बनाएं,
नियमित कमाई को मजबूत करें, फिर निवेश और बाजार को सीखें ।

जो नींव मजबूत होगी, वही इमारत टिकेगी।
बाजार अवसरों से भरा है, लेकिन सिर्फ उनके लिए जो पहले अपनी स्थिति मजबूत करते हैं ।।

03/12/2025

#लोगों को #दूधिया कैसे #बेवकूफ बनाते हैं आप भी देख लो। इसका एक उदाहरण वायरल हो रहा है।
वीडियो स्त्रोत: सोशल मीडिया

जय मां 🙏🙏
03/12/2025

जय मां
🙏🙏

03/12/2025

आजकल की शादियाँ देखकर दिल रोता है।

कुछ घंटों का फंक्शन...
डेकोरेशन, लाइटिंग, खाना, बैंड-बाजा, डेस्टिनेशन वेन्यू...
लाखों-करोड़ों उड़ जाते हैं, एक रात में।

और फिर?
वही शादी कुछ महीनों, कुछ सालों में...
या कभी-कभी तो कुछ दिनों में ही टूट जाती है।
सारे सपने, सारी चमक-दमक...
सिर्फ़ तलाक के कागजों और खाली बैंक बैलेंस रह जाते हैं।

तो सोचिए...
वो सारा पैसा जो एक शाम की चकाचौंध में उड़ा दिया,
अगर उसी बेटी के नाम पर FD करवा दिया जाता,
तो उसकी पूरी जिंदगी संभल जाती।
उसकी पढ़ाई, उसका घर, उसका बिजनेस, उसकी मुश्किल घड़ी...
हर जगह वो पैसा उसका सहारा बनता।

शादी का असली मतलब है –
दो लोगों का साथ, विश्वास और जिम्मेदारी।
यह किसी होटल की ग्रैंड एंट्री से नहीं,
दिल की सच्चाई से बनता है।

पैसा दिखावे पर नहीं,
बेटी की सुरक्षा पर लगाओ।
क्योंकि वो चमकती लाइटें एक रात में बुझ जाती हैं,
लेकिन बेटी का भविष्य जीवन भर रोशन रहता है।

सादगी से की गई शादी सबसे खूबसूरत होती है,
और सबसे मजबूत भी।

बेटी के नाम FD करवाओ,
उसे आजादी दो, ताकत दो, सम्मान दो।
यही सबसे बड़ा दहेज है,
यही सबसे सच्चा आशीर्वाद है।

03/12/2025

विश्व का आठवां, नवां और दसवां आश्चर्य सिर्फ भारत में है!

आठवां आश्चर्य-

मुस्लिम से शादी करके करीना कपूर के बच्चे मुसलमान पैदा हुए, परन्तु फिरोज़ खान से शादी करके इंदिरा के बच्चे

ब्राह्मण पैदा हो गए?

नौवां आश्चर्य-

जिस कट्टर कांग्रेसी अजीत जोगी को ईसाई धर्मानुसार दफना दिया गया था।

उसके पुत्र अमित जोगी ने टुक्कड़-जीवी कांग्रेसियों की बारात के साथ जाकर नर्मदा जी में अपने दिवंगत पिता की अस्थियां विसर्जित की?

पूरे भारत में किसी टुक्कड़-जीवी ने प्रश्न नहीं किया कि जिसे जलाया ही नहीं उसकी अस्थियां कहाँ से आईं?

अतः स्वयंसिद्ध है कि कांग्रेस कुछ भी कर सकती है, वो खान या वाड्रा को जब गांधी बना सकती है तो यह क्या असंभव है?

दसवां आश्चर्य–

न पहले कोई नेहरू था और न नेहरू के बाद कोई नेहरू हुआ। पूरे विश्व के इतिहास में धरती पर मात्र दो नेहरू पैदा हुए

मोतीलाल और जवाहरलाल।

किन्तु नेहरू वंश का कोई भी लड़का या लड़की चाहे किसी से भी शादी करें,

वह गांधी को ही जन्म देते हैं।

है न विचित्र चमत्कार !!

ऐसी दिव्य प्रजनन क्षमता वाला DNA देखकर विश्व के सभी जेनेटिक वैज्ञानिक हैरान हैं

03/12/2025

चौकाने वाले तथ्य

1. दुनिया भर में बेघर लोगों से ज्यादा खाली घर हैं।

2. मृत शरीर मृत्यु के बाद घंटों तक कांप सकते हैं या हिल सकते हैं।

3. आप सपने में न तो पढ़ सकते हैं और न ही समय जान सकते हैं।

4. आपकी ज़िंदगी में केवल दो दिन ऐसे होते हैं जो 24 घंटे से कम होते हैं, एक वह दिन जब आप पैदा होते हैं और दूसरा वह दिन जब आप मरते हैं।

5. आपका मस्तिष्क झूठी यादें बना सकता है जो समय के साथ सच जैसी लगने लगती हैं।

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