08/05/2020
हमारे देश में एक खतरनाक ट्रेंड चल रहा है और वो है सोशल मीडिया के जरिए इंसाफ पाने का ट्रेंड। ये एक सबसे ख़तनाक और जानलेवा तरीका है, किसी भी इंसान को दोबारा से जिंदगी जीने की शुरुआत करने का मौका भी ना देना ये इसका न्याय होता है और तो और न्याय करने वाले खुद ये नहीं जानते कि असल में हुआ क्या है हम बस लग जाते share करने, गालियां देने, पत्थर बरसाने।
सोशल मीडिया का इसतेमाल न्याय मांगने के लिए जब तक नहीं किया जाना चाहिए जब तक पीड़ित के लिए न्याय के सभी रास्ते बंद ना हो जाए। आजकल तो पुलिस भी इसका इस्तेमाल बड़े सत्र पर कर रही है तो हम आम लोगों से तो क्या ही उम्मीद करेंगे।
कृपया करके जिस इंसान की आप वीडियो देख रहे हैं एक बार अपने आपको उसकी जगह रख कर देखिए। क्यूंकि गलती तो हम सब करते हैं उसके लिए कानून भी है, ये भी हो सकता है वो इंसान आपकी भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा हो, पर इसका मतलब ये तो नहीं कि सामने वाले को आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया जाए। हर गलत काम की सजा दी जानी चाहिए कोई शक नहीं पर ये तरीका सबसे गलत है।
कृप्या कोशिश कीजिए अपने स्तर पर की वीडियो किसी की भी हो पर उसे कम से कम फैलने दे क्युकी अगर वीडियो फैल जाती है तो वो आदमी अपना घर भी अगर छोड़ कर कहीं चला जाए तो भी वह मर मर कर ही जीता है या फिर आत्महत्या कर लेता है।
स्वयं विचार कीजिए।
मोहित।