05/11/2025
* अमरोहा ,UP के एक छोटे से गाँव में जन्मी उमा देवी का पहला लोकप्रिय 'अफ़साना' और प्रथम हास्य कलाकार का तमगा - किसी भी कलाकार के लिए सबसे बड़ा पुरस्कार है।
* अपनी मृत्यु से ठीक दो दिन पहले, फ़िल्म समीक्षक और इतिहासकार शिशिर कृष्ण शर्मा ने उनका साक्षात्कार लिया था। उन्होंने कहा था, "मुझे याद नहीं कि मेरे माता-पिता कौन थे और कैसे दिखते थे। जब उनका निधन हुआ, तब मैं दो-ढाई साल की रही होऊँगी। मेरा एक भाई था, आठ-नौ साल का, जिसका नाम हरि था। मुझे बस इतना याद है कि हम अलीपुर नाम के एक गाँव में रहते थे। एक दिन भाई की हत्या कर दी गई और उसे दो वक़्त के खाने के बदले रिश्तेदारों के यहाँ नौकरानी के तौर पर छोड़ दिया गया। उस समय मैं चार-पाँच साल की थी।"
* 23 साल की उम्र में उमा ,घर से भागकर पहुंची सीधे संगीतकार नौशाद अली के दरवाजे पर ,,,कहा कि वह गा सकती है और अगर वह उसे अवसर नहीं देंगें तो वह समुद्र में कूदने को मजबूर होंगी।
* नौशाद जी ने उमा का ऑडिशन लिया, और कुछ विज्ञापन हेतु उनकी आवाज़ इस्तेमाल भी हुई।
* फिर जीवन का सुन्दर मोड़ - जब नज़ीर अहमद खान की फिल्म 'वमक अज़रा ' में पहल एकल गीत गाया। यही थी सुरीली सफर की शुरुआत।
उस समय की स्थापित पार्श्व गायिका नूरजहाँ, राजकुमारी, खुर्शीद बानो और ज़ोहराबाई अंबालेवाली जैसी दिग्गज गायिकाओं के साथ अपनी पहचान बनाई।
* नौशाद ने उन्हें अभिनय में आने का सुझाव दिया, क्योंकि उमा देवी का व्यक्तित्व बहुत ही ज़िंदादिल और हास्य-व्यंग्य की अद्भुत क्षमता वाला था। वह दिलीप कुमार से प्रेरित और अभिभूत थीं और उनकी एक हसरत थी, जिसे उन्होंने ज़िद पर अड़ा रखा था कि अपनी पहली फ़िल्म में वह उनके साथ अभिनय करें। दिलीप कुमार के प्रति उनके इस असीम प्रेम को जानकर, नौशाद ने अपने मित्र दिलीप कुमार से उन्हें अपनी एक फ़िल्म में लेने का अनुरोध किया और वह उनके साथ बाबुल (1950) में नज़र आईं, जिसमें नरगिस मुख्य अभिनेत्री थीं; उनके हास्य व्यक्तित्व के अनुरूप, नौशाद ने उनका नाम बदलकर "टुनटुन" रख दिया और इस तरह फिल्म जगत में प्रथम हास्य-प्रधान हस्ती का जन्म हुआ।
* दर्द भरे बेमिसाल ' अफ़साना ' से लेकर एक हास्य प्रधान चरित्र तक उमा देवी उर्फ़ टुनटुन हमारे हृस्य स्थल में बसी रहेंगीं।
• ऐसी बेमिसाल सफल लोकप्रिय हस्ती का गीत (उनका गाया या उनकी फिल्म का कोई भी गीत ) लेकर आप सभी सादर आमंत्रित हैं '
• न न जाना कहीं नहीं आपको ,,, बस ' रेडियो धड़कन' एक क्लिक पर आपके साथ २४ घंटे है ,,आ जाना।