The Justpost

The Justpost the justaaj is a media independent platform that does unbiased, selfless journalism. the Just Aaj part of justaaj corporation Pvt Ltd

30/07/2025

डीग-पहाड़ी के ग्राम पंचायत पापड़ा के गांव चिनावड़ा1 में स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय चिनावड़ा1 की इमारत जर्जर हालत में पहुंच चुकी है, जो बच्चों की जान के लिए खतरा बनती जा रही है। स्कूल की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ चुकी हैं, छत से प्लास्टर झड़ रहा है और कई कमरों की हालत इतनी खराब है कि किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है।

स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों ने स्कूल की बदहाल स्थिति को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द स्कूल भवन की मरम्मत कराई जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई सुरक्षित माहौल में हो सके। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार इस विषय में अधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही झालावाड़ जिले के मनोहर थाना क्षेत्र में एक सरकारी विद्यालय की जर्जर छत गिरने से बड़ा हादसा हुआ है जिसे लेकर चिंता का विषय बना हुआ है
CMO Rajasthan Bhajanlal Sharma Nauksham Chaudhary

20/07/2025

श्रीनगर की सड़कों पर "पूर्ण राज्य के हक" की मांग को लेकर किये जा रहे प्रदर्शन के दौरान मोदी की पुलिस द्वारा बेइज्जत किया जा रहा ये व्यक्ति कोई साधारण कार्यकर्ता नही बल्कि J&K विधानसभा में कांग्रेस के चुने हुए विधायक इफ्तकार अहमद है।
चुने हुए जनप्रतिनिधियों को भी "लट्ठ-तंत्र" की नोंक पर रख रहे है! जब विधायक की ये हालत है, तो आम आदमी के अधिकारों की कल्पना करना ही बेमानी है।

20/07/2025

योगीजी केवल एक वर्ग के मुख्यमंत्री है उसी को खुश करने के लिए संविधान के साथ खुलेआम खिलवाड़ करते है लीं हुई शपथ को भी झूठलाते है !! अगर आज राष्ट्रीय, राज्यपाल व हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट निष्पक्ष होती तो कब के मुख्यमंत्री पद से हाथ धोना पड जाता !!
खुलेआम अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति नफ़रत व भेदभाव करते है !! उदाहरण के लिए वीडियो सामने है जो सोशल मिडिया पर वाइरल है !!
क्या होता है शपथ मे पढ़िए !
भारत में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान शपथ का पाठ संविधान के तहत निर्धारित होता है। यह शपथ आमतौर पर राज्यपाल या उनके द्वारा नियुक्त व्यक्ति द्वारा दिलाई जाती है। शपथ का पाठ दो प्रकार का हो सकता है: पद और गोपनीयता की शपथ। यह शपथ हिंदी, अंग्रेजी या राज्य की आधिकारिक भाषा में ली जा सकती है।
नीचे सामान्य रूप से मुख्यमंत्री द्वारा ली जाने वाली शपथ का हिंदी में प्रारूप दिया गया है:
पद की शपथ:
"मैं, [नाम], ईश्वर की शपथ लेता/लेती हूँ कि मैं [राज्य का नाम] के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का पालन पूरी निष्ठा, ईमानदारी और निष्पक्षता के साथ करूँगा/करूँगी, और मैं भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूँगा/रखूँगी, जैसा कि विधि द्वारा स्थापित है, और मैं बिना किसी भय, पक्षपात, अनुराग या द्वेष के अपने कर्तव्यों का निर्वहन करूँगा/करूँगी।"
गोपनीयता की शपथ:
"मैं, [नाम], ईश्वर की शपथ लेता/लेती हूँ कि मैं अपने पद के कर्तव्यों के निर्वहन के दौरान प्राप्त होने वाली किसी भी ऐसी जानकारी को, जो गोपनीय हो, किसी के सामने प्रकट नहीं करूँगा/करूँगी, सिवाय इसके कि जब मुझे विधिवत रूप से ऐसा करने के लिए अधिकृत किया जाए।"
ध्यान देने योग्य बातें:
ईश्वर की शपथ: यदि कोई व्यक्ति धार्मिक कारणों से "ईश्वर की शपथ" नहीं लेना चाहता, तो वह "सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञा करता हूँ" कहकर शपथ ले सकता है।
भाषा: शपथ राज्य की आधिकारिक भाषा या हिंदी/अंग्रेजी में ली जा सकती है।
संविधान के प्रति निष्ठा: शपथ में भारत के संविधान के प्रति निष्ठा और कर्तव्यों के प्रति ईमानदारी का वचन प्रमुख होता है।
अन्य मंत्रियों के लिए: यदि कैबिनेट मंत्रियों या राज्य मंत्रियों की शपथ होती है, तो पाठ में "मुख्यमंत्री" की जगह "मंत्री" शब्द का उपयोग होता है।
यह शपथ भारत के संविधान की तीसरी अनुसूची के तहत निर्धारित है। कुछ राज्यों में स्थानीय परंपराओं या भाषा के आधार पर मामूली बदलाव हो सकते हैं, लेकिन मूल भाव वही रहता है।

19/07/2025


मिर्जापुर: कांवड़ियों ने CRPF जवान को पीटा, रेलवे स्टेशन पर गिराकर मारे लात-घूंसे
मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस पकड़ने आए CRPF जवान की टिकट को लेकर कांवड़ियों से कहासुनी हो गई, जो मारपीट में बदल गई. कांवड़ियों ने जवान को फर्श पर लिटाकर लात-घूंसे मारे
पुलिस ने गिरफ्तारी थोड़ी देर बाद जमानत पर रिहा कर दिया !!

19/07/2025

क्या अब सेना के जवान भी सुरक्षित नहीं है ?
सरकार को वीडियो की निष्पक्ष जाँच कर कार्यवाही करनी चाहिए !!
कहाँ की व कब की घटना है ??
वीडियो शोशल मिडिया पर वाइरल है

नौकरी खोजते वक़्त सावधाननौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड, तीन आरोपी गिरफ्तारफरीदाबाद:- बता दे कि सेक्ट...
19/07/2025

नौकरी खोजते वक़्त सावधान
नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड, तीन आरोपी गिरफ्तार

फरीदाबाद:- बता दे कि सेक्टर 7-C, फरीदाबाद वासी महिला ने साइबर थाना बल्लभगढ में अपनी दी शिकायत में आरोप लगाया कि 15 जुलाई 2024 को उसके पास एक कॉल आया जिसपर उसे बताया गया कि वह Spice Jet Company से बोल रही है और उसका रिज्युम Quikr Jobs एप से मिला है और फिर उसका टेलीफोनिक इंटरव्यू लिया और उसे मेल करके बताया गया की उसका इंटरव्यू क्लियर हो गया है। जिसके बाद उससे रजिस्ट्रेशन अमाउंट के नाम पर 1100/-रू मांगे गये जो शिकायतकर्ता ने उनके पास भेज दिए और फिर ठगों ने शिकायतकर्ता से नौकरी देने के नाम पर अलग अलग बहाने बना कर कुल 1,06,199/- ऐठ लिए। जिस शिकायत पर साइबर थाना बल्लभगढ में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया में साइबर थाना बल्लभगढ की टीम ने कार्रवाई करते हुए धनराज, बिहार, (30) वासी भैरोबीघा जिला नालंदा, बिहार, आकाश (27) वासी गाँव धरमपुर, जिला गोंडा, उ.प्र. हाल न्यु अशोक नगर, नई दिल्ली व रोशन कुमार (27) वासी गाँव राणाबीघा, जिला पटना, बिहार हाल कटेहडा दादरी, जिला गौतमबुध्दनगर उ.प्र. को गिरफ्तार किया है।

पूछताछ में सामने आया कि आरोपी धनराज इस गिरोह को संचालित करता था तथा कॉलिग का काम भी करता था और साथ ही कॉल करने के लिए अपने साथ आकाश व रोशन कुमार को भी काम पर रखा हुआ था। आरोपी Quikr Jobs से डाटा लेकर काम की तलाश कर रहे लोंगो के पास कॉल करते और उन्हें नौकरी का लालच देकर अपना शिकार बनाते।

आरोपियों से 2 मोबाईल फोन, 2 SIM कार्ड व 1 लैपटॉप बरामद किया गया है।

आगामी पूछताछ के लिए आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

जातीय जनगणना में देश के मुसलमान बढ़ चढ़कर हिस्सा लें : मौलाना अरशद कासमी मील खेडला:नूंह जिला के फिरोजपुर झिरका में हुई ऑल...
18/07/2025

जातीय जनगणना में देश के मुसलमान बढ़ चढ़कर हिस्सा लें : मौलाना अरशद कासमी मील खेडला

:नूंह जिला के फिरोजपुर झिरका में हुई ऑल इंडिया मेवाती जातीय जनगणना जागरुकता अभियान के मौआजज लोगों की बैठक।

:मीटिंग में दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के,उलेमाओं समेत सियासी एंव सामाजिक लोगों ने लिया भाग।

नूंह मेवात प्रेस विज्ञप्ति

फिरोजपुर झिरका। बुधवार को फिरोजपुर झिरका के गांव भाकडोजी स्थित टोडी के मदरसा पर ऑल इंडिया मेवाती जातीय जनगणना जागरुकता अभियान कमेटी के मौजिज लोगों की एक मीटिंग संपन्न हुई। इस मीटिंग में दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान के मौलाना, उलेमाओं सहित सियासी और सामाजिक लोगों ने भाग लिया। यह मीटिंग मेवात की मशहूर शख्सियत हजरत मौलाना अरशद मील मदरसा की सदारत में संपन्न हुई।
मीटिंग में सरकार द्वारा कराई जा रही जातीय जनगणना का स्वागत करते हुए हजरत मौलाना अरशद ने कहा कि जातीय जनगणना हर भारतीय का अधिकार ही नहीं बल्कि उसका हक भी है। देर से सही लेकिन सरकार द्वारा लिया गया यह निर्णय देश के गरीब, मजलूमों की मदद करने वाला है। उन्होंने देश भर के मुसलमानों से आह्वान करते हुए कहा कि अगले वर्ष यानी पहली अप्रैल 2026 को शुरू होने जा रही जातीय जनगणना में बढ़ चढक़र हिस्सा लें। उन्होंने बताया कि ऑल इंडिया मेवाती जातीय जनगणना जागरुक कमेटी देशभर में अभियान चलाकर मुसलमानों को जातीय जनगणना में भाग लेने लिए जागरुक करेगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान को सिरे चढ़ाने के लिए मेवात सहित अन्य प्रदेशों के 21 से अधिक लोगों की टीम बनाई गई है। जो देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे मेव तथा अन्य दीगर कौम को जातीय जनगणना में शामिल होने के लिए जागरुक करेगी। इस मौके पर पूर्व मंत्री एवं नूंह के विधायक आफताब अहमद ने जागरुकता कमेटी के मौलानाओं और जिम्मेदार उलेमाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनका यह काम देश में रह रहे तमाम मुसलमानों की उन्नति और प्रगति के लिए मील का पत्थर साबित होगा। जितने भी मुसलमान जातीय जनगणना में हिस्सा लेंगे उसका फायदा उनकी आने वाली नस्लों को मिलेगा। विधायक ने कहा जातीय जनगणना का यह मुद्दा विपक्ष ने पुरजोर तरीके से उठाया था जिसके बाद केन्द्र सरकार ने जातीय जनगणना कराने का कानून पारित किया। इसी का नतीजा है कि आज देशभर में जातीय जनगणना कराई जा रही है। उन्होंने कहा कमेटी जो भी उनकी ड्यूटी लगाएगी उसके लिए हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे। इस मौके पर कमेटी के सदस्य रिटायर्ड मैनेजर शिफात खां अलवर ने जातीय जनगणना पर महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि अप्रैल 2026 में आरंभ होने वाली जातीय जनगणना 2027 में पूरी होगी। इस बार यह जनगणना पूरी तरह डीजिटल यानी ऑनलाइन होगी। जिसमें नागरिक खुद भी जानकारी भर सकते हैं। उन्होंने बताया कि 2011 में हुई जनगणना में कई खामियां हुई थीं। जिसे केन्द्र सरकार इस बार दोहराना नहीं चाहती है। विगत जनगणना में जातियों की कोई सूची नहीं बनाई गई थी जिसने जो जाति बताई उसे दर्ज कर लिया गया था। नतीजा ये हुआ कि देश में 46 लाख से भी ज्यादा जातियां दर्ज हो गई। उन्होंने बताया कि हमारा खास फॉकस इस बात पर है कि देशभर के मुसलमानों की जातीय गणना सही तरीके से संपन्न हो जाए। लोग किस समुदाय और जाति से हैं ये भी सही अंकित हो जाए यही उदेश्य कमेटी लेकर चल रही है। उन्होंने बताया कि जातीय जनगणना के पिछले फॉरमेट में मेव जाति के कॉलम हिन्दी और अंग्रेजी में त्रुटि थी जिसकी वजह से जाति का उल्लेख सही तरीके से नहीं हो पाया था। हमारी इस विषय पर जमीयत उलेमा हिन्द और सुन्नी लॉ बोर्ड से बातचीत हो रहीं कि केन्द्र सरकार से निवेदन कर जाति के कॉलम के साथ साथ रिलेजस के कॉलम में मुसलमान की जगह इसलाम किया जाए। उन्होंने बताया कि इस बार जातीय जनगणना में सरकार 1931 की हट्टन रिपोर्ट वाली जातीय सूची को आधार बनाकर उसमें से ही आमजन को अपनी जाति व्यक्त करने का विकल्प देने जा रही है। यदि ऐसा होता है तो मुस्लिम समुदाय में से एससी और एसटी की 26-01-1950 वाली सूची पुनस्थापित हो सकती है। हालांकि आरंक्षण लाभ सरकार की मंशा पर निर्भर करेगा। मीटिंग में मंच का संचालन मुफ्ती सलीम साकरस ने किया।
मिटिंग में शामिल मौलाना अरशद मील खेड़ला। मौलाना राशिद। मुफ्ती जाहिद हुसैन। मौलाना याहया करीमी मौलाना हकीमुद्दीन।मौलाना हनीफ मन्नाका। मौलाना शैर मौहम्मद अमीनी। मैनेजर शफात मुफ्ती सलीम साकरस मौलाना शैर मौहम्मद तावडू।मौलाना साबिर कासमी मौलाना दिलशाद कासमी।विधायक आफताब अहमद।उमर मौहम्मद पाडला इब्राहिम बीसरू। आरिफ प्रधान। मुफ्ती रिजवान ।मौलाना आज़ाद कामां रशीद मेव ।असलम गौरवाल। कासिम मेवाती मास्टर कासिम महूं। मैनेजर शाहूद बादली।ऐडवोकेट युसूफ बाघोडिया फखरूददीन चैयरमेन हाजी उस्मान भादस व अन्य

अलवर भरतपुर रियासतों के वारिसों ने कभी मेवात से माफी मांगना भी मुनासिब नहीं समझा सितंबर 1947 की हवा में अजीब सन्नाटा था।...
16/07/2025

अलवर भरतपुर रियासतों के वारिसों ने कभी मेवात से माफी मांगना भी मुनासिब नहीं समझा
सितंबर 1947 की हवा में अजीब सन्नाटा था। रिमझिम बरसते सावन में अलवर और भरतपुर रियासतों की ज़मीन गर्म नहीं थी, लेकिन गुस्से से भरी हुई थी। देश को आज़ादी मिल चुकी थी, लेकिन इन रियासतों में मेव मुसलमानों के लिए वह आज़ादी मौत की सजा बन चुकी थी। कोई लिखित आदेश नहीं आया, कोई सरकारी घोेषणा नहीं हुई, लेकिन गांव-गांव में यह खबर फैल चुकी थी कि "रियासत मेवो को बाहर निकाल रही है, चाहे जैसे भी हो।"

अलवर रियासत के किशनगढ़ बास में एक पुरानी हवेली थी, जहां 100 से ज़्यादा मेव औरतों और बच्चों को बंद कर दिया गया। बाहर से दरवाजे पर ताले जड़े गए, खिड़कियों पर लकड़ी ठोंकी गई, और फिर आग लगा दी गई। भीतर से रोने-चिल्लाने की आवाज़ें आईं, लेकिन किसी ने ताले नहीं तोड़े। यह घटना ‘The Statesman’ अखबार में 23 सितंबर 1947 को दर्ज हुई, और बाद में जस्टिस सिद्दीकी आयोग (1949) की रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया गया: “यह पूरी तरह से सुनियोजित हत्याकांड था।”

इसी तरह गोठड़ा में, जो भिवाड़ी के पास है, मस्जिद में सजदे में झुके हुए लोगों को गोलियों से भून दिया गया। कोई चेतावनी नहीं, कोई मुकाबला नहीं — सिर्फ़ सीधे गोली, पीठ में, सर में, छाती में। India League Delegation की रिपोर्ट (1948) में इस बात की पुष्टि की गई कि “यह धर्म-आधारित सफ़ाया था, ना कि कोई दंगा।”

बानसूर और कठूमर क्षेत्र के गांवों में सैंकड़ों लोगों को जबरन निकाला गया। महिलाएं खेतों में भागी, लेकिन कई को वहीं पकड़ लिया गया। कुछ को मंदिरों में ले जाकर जबरन शादी की रस्में निभाईं गईं, और हिंदू नाम दे दिए गए। डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने अपनी किताब ‘India Divided’ (1948) में लिखा: “यह मानवता के सबसे काले अध्यायों में से एक है, जहां महिलाओं को उनकी पहचान के साथ मारा गया।”

भरतपुर के डीग, नगर और कामां इलाकों में ट्रकों में भरकर मेव मुसलमानों को ले जाया गया। उन्हें कहा गया कि उन्हें पाकिस्तान भेजा जाएगा, लेकिन रास्ते में ही गोली मार दी गई। शवों को पहाड़ियों और झाड़ियों में फेंक दिया गया। कोई गिनती नहीं, कोई रिकॉर्ड नहीं। गांधी जी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘Harijan Weekly’ (28 सितंबर 1947) में लिखा: “अगर ये खबरें सच हैं, तो अलवर और भरतपुर को भारत का हिस्सा बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।”

लेकिन उस नरसंहार की सबसे खौफनाक परत तब खुली, जब अलवर की एक पहाड़ी — आज भी खामोश खड़ी — खून से लथपथ हो गई। अलग-अलग गांवों के पांच हज़ार से ज़्यादा मेव पुरुषों को एकत्र किया गया, और कहा गया कि उन्हें पाकिस्तान भेजा जाएगा। उन्हें एक खुले मैदान में खड़ा किया गया, और अलवर राज्य की सेना ने पूरी व्यवस्था के साथ गोली चलानी शुरू कर दी। एक कतार, फिर दूसरी, फिर तीसरी। शाम ढलते-ढलते उस पहाड़ी की ढलान लहू से लाल हो चुकी थी। किसी को कब्र नहीं मिली। सबको ज़मीन ने सीधा निगल लिया।

Muslim League के दस्तावेज़ (Vol. 5, National Archives) और Indian Relief Committee की रिपोर्ट (October 1947) में इस नरसंहार का संक्षिप्त विवरण आता है, लेकिन कोई सरकारी पुष्टि नहीं। शायद इसलिए कि इस सच्चाई का बोझ खुद सरकार भी नहीं उठा पाई।

और फिर था नोगावा — एक ऐसा गांव जो मुसलमानों की घनी आबादी के लिए जाना जाता था। वहां न केवल लोगों को मारा गया, बल्कि पूरे गांव को आग लगा दी गई। खेत, मस्जिद, घर — कुछ भी नहीं छोड़ा गया। गांव के कुछ लोग आज भी याद करते हैं कि “हमने खिड़कियों से बाहर आग को अंदर आते देखा। हमारी सांसें रुक चुकी थीं, और दौड़ने की कोई दिशा नहीं थी।” नोगावा का नाम आज भी मेवात के सबसे बड़े घावों में दर्ज है, लेकिन किसी इतिहास की किताब में उसका जिक्र तक नहीं।

बच्चू सिंह (भरतपुर) और महाराज तेज सिंह (अलवर) ने कभी माफ़ी नहीं मांगी। दीवान राजेंद्र प्रसाद, जिन्हें गांधी ने कड़ी आलोचना का पात्र बताया, अपने पद से हटा दिए गए लेकिन कभी अदालत में नहीं बुलाए गए। सरदार पटेल को रिपोर्ट भेजी गई, नेहरू को ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन देश उस वक़्त अपने ही बंटवारे से घायल था — किसी और के घाव की मरहम बनना शायद उसके लिए संभव नहीं था।

आज जो लोग बच गए, वे चुप रह गए। उनकी ज़बानों पर डर था, उनकी आंखों में धुआं। कुछ पाकिस्तान चले गए, कुछ दिल्ली के राहत शिविरों में आकर भीख मांगते रह गए। और जो मेव आज मेवात में हैं, वो उस इतिहास को लेकर जीते हैं जिसे किसी स्कूल में नहीं पढ़ाया जाता।

कहते हैं, इंसान की सबसे बड़ी त्रासदी यह नहीं होती कि उसे मार दिया जाए,
बल्कि यह होती है कि उसके मारे जाने को कोई याद न रखे।

आज के मेवात की युवा पीढ़ी को ये तय करना हे, की 1947 जेसे हालात भविष्य मे फिर से पैदा ना हो, युवा वर्ग को दूसरे समुदाय के युवाओं के साथ प्रेम, भाईचारे वाले संबंध बनाने चाहिए, नफरती ताकत चाहे वो किसी भी धर्म से जुडी हो उनका विरोध करना हे, सांप्रदायिकता जेसी सोच से बिल्कुल दूर रहना हे और संप्रदायिक विचारधारा के लोगो से भी दूरी बनाकर रखनी हे, ताकी मेवात का आपसी प्रेम, भाईचारा, सर्वधर्म स्वभाव बरकरार रहे।
गांधी के मेवात को अहिंसा का मेवात बनाना हम सबका लक्ष्य होना चाहिए।

📚 संदर्भ सूची:

1. Justice S.M. Siddiqui Commission Report, 1949

2. Harijan Weekly, 28 September 1947 (महात्मा गांधी का वक्तव्य)

3. India League Delegation Report to Mewat, 1948

4. The Statesman, 23 September 1947

5. India Divided, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, 1948
6. Muslim League Documents, Volume 5, National Archives
7. The Wire, "Forgotten Genocide: Mew Muslims of Alwar & Bharatpur", 2018
8. Indian Relief Committee Report to Prime Minister Nehru, Oct 1947
9. Eyewitness oral testimonies, documented by field researchers (2010–2018)

Content Courtesy : Shifat Khan

अफगानिस्तान कि करेंसी डॉलर के मुकाबले 1 जनवरी 2022 को 103 रुपया थी जबकि इंडिया कि 74 रुपया थी वहीं अब अफगानिस्तान कि घटक...
25/06/2025

अफगानिस्तान कि करेंसी डॉलर के मुकाबले 1 जनवरी 2022 को 103 रुपया थी जबकि इंडिया कि 74 रुपया थी वहीं अब अफगानिस्तान कि घटकर 103 से 70 पर आ गई और इंडिया कि 74 से उल्टा बढ़कर 86 रुपया पर आ गई ! मतलब बीजेपी सरकार विकास मे तालिबान से भी पीछे है ??

जयपुर, राजस्थान युवा कांग्रेस के तत्वाधान में अमर जवान ज्योति पर पहलगांव में हुए आतंकी हमले में शहीद अकारण मृत लोगों को ...
23/04/2025

जयपुर,
राजस्थान युवा कांग्रेस के तत्वाधान में अमर जवान ज्योति पर पहलगांव में हुए आतंकी हमले में शहीद अकारण मृत लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च का आयोजन रखा गया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अभिमन्यु पूनिया,कार्यकारी अध्यक्ष यशवीर सुरा,सुधींद्र मूंड,सतवीर चौधरी,प्रदेश महासचिव रवि सिंगदार,जयपुर संभाग समन्वयक प्रीति मौर्य,जयपुर ग्रामीण जिलाध्यक्ष धर्मवीर पायला,शुभम मीणा,शैलेन्द्र मीणा, एडवोकेट सुनील मीणा ,प्रदेश सचिव सद्दाम खान,युवा विधानसभा प्रभारी सिविल लाइन वंदना वर्मा,आदि मौजूद रहे
प्रीति मौर्य ने श्रद्धांजलि देने के साथ ही देश में सुरक्षा पर भी सवाल खड़े किए कि जब भी देश में हक और अधिकार की बात होती है तो आतंकी हमला होना एक सवाल खड़े करता है प्रीति मौर्य ने सवाल किया कि जब देश में परिंदा पर नहीं मार सकता तो हथियारबंद लोग कैसे आ जाते है?आतंकी का कोई धर्म महजब नहीं होता तो धर्म का सवाल क्यों?? यह स्थिति एक नहीं बहुत सवाल खडी करती है?प्रीति मौर्य ने कहा कि अगर देश में पुलगावा ओर पहलगांव हमले के लोगों को और इस साजिश के पीछे लोगों को ऐसे ही मौत के घाट नहीं उतारा जाता राजस्थान युवा कांग्रेस ऐसे ही आवाज उठाने का काम करेगी

*Breaking*इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भारत-फ़िलिस्तीन मैत्री मंच द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में चौधरी इकरा मुनव्वर हसन व ...
05/04/2025

*Breaking*
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में भारत-फ़िलिस्तीन मैत्री मंच द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में चौधरी इकरा मुनव्वर हसन व अन्य सांसदों ने भारत में नए फ़िलिस्तीनी राजदूत महामहिम अब्दुल्ला मौहम्मद ए अबुशावेश का स्वागत किया और मासूम फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते रहने का उनसे वादा किया।

*डीग में अवैध खनन के रोकथाम के लिए वीसी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री ने दिए सख़्त कार्रवाई के निर्देश* डीग, 02 अप्रैल...
03/04/2025

*डीग में अवैध खनन के रोकथाम के लिए वीसी के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री ने दिए सख़्त कार्रवाई के निर्देश*

डीग, 02 अप्रैल। माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा बुधवार को वीसी के माध्यम से खनिज विभाग को अवैध खनन/निर्गमन/भंडारण को सख़्ती से रोकने व कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान माननीय मुख्यमंत्री को पूर्व में अवैध खनन किए जाने की शिकायते प्राप्त हुई। शिकायतों की जांच व सत्यापन के लिए माननीय मुख्यमंत्री के मंशा के अनुरूप जिला कलेक्टर ने खनिज विभाग को संयुक्त दल के साथ मौके पर पहुंचकर जांच करने व शिकायत सही होने पर कार्रवाई हेतु निर्देशित किया।

*विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करते हुए करे प्रभावी कार्रवाई*

माननीय मुख्यमंत्री के निर्देशन में उपखंड अधिकारियों को स्थानीय सूचना तंत्र विकसित करने एवं उस तंत्र के माध्यम से प्राप्त जानकारी के आधार पर संयुक्त दल द्वारा कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए है। इसके साथ ही खनन गतिविधियों पर सतत् निगरानी रखने और सूचनाओं को साझा करते हुए संयुक्त रूप से प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। उपखंड अधिकारी, खान विभाग, पुलिस एवं परिवहन विभाग का संयुक्त दल को अवैध खनन के रोकथाम के लिए निगरानी तंत्र विकसित कर प्राप्त इनपुट के आधार पर कार्यवाही करने की बात कही गई। जिले के माइनिंग क्षेत्रों, ई-ऑक्शन तथा लीज आवंटन को प्रमुखता से मॉनिटरिंग करते हुए निर्देशित किया कि टास्क फोर्स से संबंधित विभागीय अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करते हुए अवैध खनन गतिविधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करें।

*अवैध खनन/निर्गमन/भंडारण के विरुद्ध की गई 519.45 लाख रुपए की वसूली*

खनि विभाग द्वारा अवैध खनन/निर्गमन/भंडारण के विरुद्ध अभियान चलाया जाकर प्रभावी अंकुश लगाया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के दिनांक 25 मार्च 2025 तक अवैध खनन/निर्गमन/भंडारण के विरुद्ध की गई कार्रवाई के तहत 519.45 लाख रुपए की वसूली की गई और इस दौरान 46 प्रकरणों से संबंधित पुलिस थानों की अवैध खनन कर्ताओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया।

Address

Delhi
110001

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when The Justpost posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Share