
30/04/2025
पहगाम में आतंकी हमला
पहलगाम में हुआ आतंकी हमला जिसमें आतंकियों ने ली मासूम 26 पर्यटकों की जान।
बाईस अप्रैल को पहलगाम में एक आतंकी हमला होता है, जिसमें हमारे देश के छब्बीस लोगों की जान चली जाती है, वहाँ पर ये जो घटना हुई ये काफी निंदनीय है, तो सोचने वाली बात यह भी है कि इतना बड़ा हमला जहाँ पे लगभग दो हजार टूरिस्ट घूम रहे थे सुरक्षा का कोई इंतजामात नहीं था, कहीं ना कहीं हमारी सुरक्षा एजेंसियाँ और सरकार दोनों की ओर से चूक का यह नतीजा है जिसके कारण इतने बड़े आतंकी हमले को अंजाम दे दिया गया। वहाँ पर घूम रहे पर्यटकों का कहना है, कि उन लोगों ने कलमा पढ़वाया और उसके बाद जो भी हिंदू थे उन्हें मार दिया, और उसके बाद हम देखते हैं कि देश में तमाम चीजें होती हैं और लोग आपस में लड़ने लगते हैं, और इन सब के ऊपर सरकार क्या कर रही थी? सरकार क्या फैसला लेती है? जनता उस पर गौर करने के जगह जनता उत्तर प्रदेश और बिहार में बैठे मुसलमानों से हिसाब मांगने लगती है। वर्तमान स्थिति में जनता को यह सोचना चाहिए, कि विरोधियों को जिन्होंने इतना बड़ा दुस्साहस किया है उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए, सरकार को हर संभव ठिकानों का पता लगा कर उन्हें कश्मीर से साफ़ करे। कश्मीर में आए दिन ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, जिसमें हमारे जवान और आतंकियों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। कुछ खबरें मीडिया और अखबारों में आ जाती हैं, जबकि कुछ नहीं आतीं। हमारे जवान हर रोज आतंकियों से लड़ते आ रहे हैं और देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगा रहे हैं। पर इसका स्थाई इलाज़ आज तक नहीं हो पाया है। राजनैतिक पार्टियां और नेता गण भी ऐसे मुद्दों पर खूब रोटी सेकने का काम करते हैं। पर कश्मीर आज भी लहूलुहान है, दहशत में है। जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है, वो कश्मीर दहशत में है,वहां रह रहे लोगों के लिए नर्क जैसा भी है।
इस घटना ने कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे देश को आहत पहुंचाया है, इससे खास कर कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ सकता है। और पर्यटन यहां की कमाई का मुख्य जरिया भी यही है। दूसरी बात पड़ोस में रह रहे दुश्मन जिन्होंने ने जान बुझ कर नाम पूछ कर गोली मारी जिससे देश में रह रहे हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच दरार आए और आपस में नफ़रत पैदा हो जाए। इस वक्त धैर्य के साथ इस वक्त मिल कर जवाब देना चाहिए।