Bharat Ki Baat

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भारत की रक्षा शक्ति में आ रही है और अधिक मजबूती
12/08/2025

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ब्रह्मोस की ताक़त से घबराता है पाकिस्तान!
25/07/2025

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क्या है सावन के महीने का महत्व?
19/07/2025

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Madhubani Painting and Rajnath Singh connection
02/07/2025

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Defence Minister Rajnath Singh refused to sign the document which required India to dilute its stand.
29/06/2025

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Defence Minister visits INS Vikrant. Interacts with Naval Warriors
02/06/2025

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नवरात्र के नौ दिनों में शैलपुत्री, ब्रह्माचारिणी, चंद्रघण्टा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सि...
03/10/2024

नवरात्र के नौ दिनों में शैलपुत्री, ब्रह्माचारिणी, चंद्रघण्टा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री का पूजन किया जाता हैं।, नवरात्रे के प्रथम तीन दिन पार्वती के तीन स्वरुपों का पूजन किया जाता हैं, अगले तीन दिन माँ लक्ष्मी के स्वरुपों का पूजन किया जाता हैं। और आखिरी के तीन दिन सरस्वती माता के स्वरुपों की पूजा की जाती हैं। उसी प्रकार नौ देवीयों को क्रमशः प्रथम दिन शैलपुत्री, द्वितीय दिन ब्रह्माचारिणी, तृतीय दिन चन्द्रघण्टा, चतुर्थ दिन कुष्माण्डा, पंचम् दिन स्कन्द माता, षष्ठम् दिन कात्यायिनी, साप्तम् दिन कालरात्रि, अष्टम् दिन महागौरी और नौवें दिन सिद्धिदात्री के रुप का पूजन किया जाता हैं।

नवरात्रे के नौ दिनों तक भक्त के मन में यह कौतुहल होता हैं, कि वह माता को भोग में क्या चढ़ाये, जिससे माँ शीघ्र प्रसन्न हों जाये, हिन्दू धर्म में प्रसाद अर्पण किये बिना पूजन संपन्न नहीं होता है। नवरात्र के नौ दिन में नौ देवियों को अलग-अलग भोग लगाने का विधान धर्मशास्त्रों में वर्णित हैं।

कहानी पितर पक्ष की!
17/09/2024

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भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मा या परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा...
14/09/2024

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मा या परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा की जाती है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इस एकादशी पर भगवान विष्णु विश्राम के दौरान करवट बदलते हैं. इसी वजह से इसे परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. परिवर्तिनी एकादशी का व्रत 14 सितंबर यानी आज रखा जा रहा है.

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 13 सितंबर यानी कल रात 10 बजकर 30 मिनट पर शुरू हो चुकी है और तिथि का समापन 14 सितंबर यानी आज रात 8 बजकर 41 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार, आज ही परिवर्तिनी एकादशी मनाई जा रही है.

परिवर्तिनी एकादश

परिवर्तिनी एकादशी पर प्रातःकाल स्नान करके सूर्य देवता को जल अर्पित करें. इसके बाद पीले वस्त्र धारण करके भगवान विष्णु और गणेश जी की पूजा करें. श्री हरि को पीले फूल, पंचामृत और तुलसी दल अर्पित करें. गणेश जी को मोदक और दूर्वा अर्पित करें. पहले गणेश जी और फिर श्री हरि के मंत्रों का जाप करें. इसके बाद किसी निर्धन व्यक्ति को जल, अन्न-वस्त्र, या छाते का दान करें. इस दिन अन्न का सेवन बिल्कुल न करें. जलाहार या फलाहार ही ग्रहण करें.

04/08/2024

योगासन, या योग आसनों के अनेक फायदे हैं, जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को संवारने में मदद करते हैं। यहां कुछ प्रमुख फायदे दिए गए हैं:

1. शारीरिक लचीलापन : नियमित योगासन करने से शरीर की लचीलापन बढ़ती है, जिससे मांसपेशियों और जोड़ अधिक लचीले और मजबूत होते हैं।

2. शारीरिक संतुलन : योगासन करने से शरीर का संतुलन बेहतर होता है और गिरने का खतरा कम होता है।

3. मांसपेशियों की ताकत: योगासन विभिन्न मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं, जिससे शारीरिक शक्ति बढ़ती है।

4. रक्त संचार में सुधार: योगासन करने से रक्त प्रवाह सुधरता है, जिससे ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का बेहतर वितरण होता है।

5. तनाव में कमी: योगासन मानसिक शांति और आराम प्रदान करते हैं, जिससे तनाव और चिंता कम होती है।

6. मेडिटेशन और ध्यान: योगासन ध्यान और मेडिटेशन के लिए एक उत्कृष्ट माध्यम है, जो मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।

7. वजन प्रबंधन: योगासन नियमित रूप से करने से वजन को नियंत्रित करने और बनाए रखने में मदद मिलती है।

8. हृदय स्वास्थ्य: योगासन दिल की सेहत में सुधार करते हैं, जिससे रक्तचाप कम होता है और हृदय रोगों का जोखिम घटता है।

9. उत्तम श्वसन प्रणाली: योग के आसन और प्राणायाम श्वसन प्रणाली को मजबूत करते हैं और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाते हैं।

10. आत्म-जागरूकता : योगासन करने से व्यक्ति अपनी आंतरिक ऊर्जा और चेतना से जुड़ता है, जिससे आत्म-जागरूकता बढ़ती है।

ये सभी फायदे योगासन को एक संपूर्ण और लाभकारी अभ्यास बनाते हैं। (वीडियो: योगाचारिणी ईरा त्रिवेदी)

सावन महीने के प्रारम्भ होने पर आप सभी को शुभकामनाएँ। जानिए क्या है सावन महीने का महत्व
22/07/2024

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देवशयनी एकादशी का भारत में सांस्कृतिक महत्व
17/07/2024

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