27/06/2025
नोएडा स्थित "आनंद निकेतन वृद्धाश्रम" से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। वृद्धाश्रम में रेस्क्यू किए गए बुजुर्गों को तहखानों में रस्सियों से बांधकर बंद कमरों में कैद करके रखा गया था। पुरुष बुजुर्गों को बिना कपड़ों के या गंदे, आधे-अधूरे वस्त्रों में पाया गया, जबकि महिलाओं की हालत भी अत्यंत दयनीय थी। उनके कपड़े मल-मूत्र से सने हुए थे और कई को बेहद अस्वास्थ्यकर स्थिति में पाया गया।
यह आश्रम उन बुजुर्गों का ठिकाना बना था जिन्हें उनके अपने ही ‘सभ्य और संपन्न’ बच्चे छोड़ गए थे, इस उम्मीद में कि उन्हें यहां सम्मानपूर्वक जीवन मिलेगा। लेकिन हकीकत इसके बिल्कुल उलट निकली। चौंकाने वाली बात यह है कि यहां एक बुजुर्ग को रखने के लिए प्रति व्यक्ति 2.5 लाख रुपये डोनेशन लिया जाता है, और साथ ही खाने-पीने और रहने के लिए 6,000 रुपये मासिक शुल्क भी वसूला जाता है।
यह मामला अब प्रशासन और सोशल मीडिया दोनों पर गंभीर चर्चा का विषय बन चुका है। सवाल उठ रहे हैं—क्या ये आधुनिक वृद्धाश्रम हैं या सजा के नए ठिकाने?