28/10/2025
कल मैं मार्केट गया और मेरी मुलाकात एक 8 वर्ष की बच्ची से हुई जिसके हाथ में एक कॉपी जिसपर लिखा था मुझे पता 1 रुपए दे दो भाई बहन को खाना खिलाना है , तजुर्बे की बात ये है की इस बच्ची को ना ही तो पढ़ना आता है ना ही लिखना , फिर इस बच्ची के हाथ में ये कॉपी किसने दी होगी मेरे अंदर यह प्रश्न बार बार आ रहा था , इस बच्ची को मैंने अपने पास बुलाया पूछा तो पता चला इसके मम्मी पापा ने लिखा था ।
कितने दुर्भाग्य की बात है माँ बाप जिनको भगवान का दर्जा दिया जाता है वो चंद रुपयों के लिए बच्चो से भीख मंगवा रहे है और इनका बचपन मारा जा रहा है ।