Times Mail

Times Mail Official Page Times Mail
Website- http://hindi.timesmail.in/
Website English- http://timesmail.in/
(1)

24/06/2025

ईरान के आगे इसरायल सरेंडर • जंग रोकने के लिए गिड़गिड़ा रहा नेतन्याहू

इसरायल ने आत्मरक्षा के बहाने ईरान पर हमला किया. जब ईरान ने पलटवार किया तो इसरायल को उसकी सोच से ज़्यादा नुकसान हुआ. यहां...
15/06/2025

इसरायल ने आत्मरक्षा के बहाने ईरान पर हमला किया. जब ईरान ने पलटवार किया तो इसरायल को उसकी सोच से ज़्यादा नुकसान हुआ. यहां तक कि एक आदमी के नाक टूटने की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर आई है. पर ये नाक किसी इसरायली नागरिक की नहीं बल्कि ईरान ने इसरायल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू की नाक तोड़ दी है. फिलहाल नाक पर मरहम पट्टी लगा दिया गया.

नेतन्याहू ईरानी मिसाइलों के खौफ से बंकर में चले गए हैं. मामला शांत होने तक बंकर में ही रहेंगे. इसरायल के सारे नागरिकों को अगले आदेश तक बंकर में रहने के लिए कहा गया है. पर एक छोटे देश पर हमला करके इसरायल ने क्या हासिल कर लिया? ईरान को छेड़ना नहीं चाहिए था. अब ईरान इनको छोड़ नहीं रहा है. सारे पश्चिमी देश इस वक्त इसरायल के साथ खड़े हैं. खुद अमेरिका कंधे से कंधे मिलाकर इसरायल के साथ खड़ा है. पर ईरान के मिसाइलों को रोक नहीं पा रहा है.

आपको बता दें कि अचानक होने वाले इस हमले से ईरान ने अपने बहुत से लोगों को खो दिया. पर उसने हौसला नहीं खोया. ईरान ने इसरायल के आसमानों में आतिशबाज़ी शुरु की. जिसके बाद इसरायल दहलने लगा. अब इसरायल खुद ही इन तस्वीरों को दिखा कर बता रहा है कि ईरान ने उसके इलाकों को खंडहर में तब्दील कर दिया. टाइम्स ऑफ इसरायल के मुताबकि ईरानी बमबारी में 10 इसरायली मारे गए है और 200 से ज़्यादा लोग घायल है.

इसरायल की राजधानी तिल अवीव पर दो दिन से जवाबी कार्रवाई में ईरान ने मिसाइल और ड्रोन से दाग रहा है. ईरान के बैलेस्टिक मिसाइलों को इसरायल का एयर डिफेंस सिस्टम रोकने में नाकाम हो चुका है. ईसानी मिसाइलें सीधे-सीधे इसरायल के सैन्य और खुफिया ठिकानों को निशाना बना रही हैं. वहीं नेतन्याहू और उनका कैबिनेट बंकर में चले गए हैं. बंकर से ही सारे आदेश और निगरानी की जा रही है.

इसरायल ने दिनभर ईरान पर हमला किया. लेकिन रात होते ही ईरान का हमला शुरु हो गया. ईरानी मिसाइलों को रोक पाने में इसरायल का ...
13/06/2025

इसरायल ने दिनभर ईरान पर हमला किया. लेकिन रात होते ही ईरान का हमला शुरु हो गया. ईरानी मिसाइलों को रोक पाने में इसरायल का एयर डिफेंस सिस्टम नाकाम हो चुका है. तस्वीरे राजधानी तिल अवीव की हैं. जो बताने के लिए काफी है कि ईरान ने इसरायल पर नहीं बल्कि सुपर पावर अमेरिका पर हमला किया है. तबाही के मंज़र बयां करने के लिए काफी है कि भले ही ईरान एक छोटा सा देश है. पर उसकी मिसाइलों को रोक पाने में अमेरिका और इसरायल नाकाम हो चुके हैं. इसरायली इमारतों पर ईरानी मिसाइल टूट पड़ी है. पर ईरान को कमज़ोर समझना शायद इसरायल के लिए बहुत बड़ी भूल साबित हो सकती है.

इसरायल की राजधानी तिल अवीव पर ईरानी मिसाइलों का हमला. चारो तरफ तबाही और धुएं का गुब्बार.
13/06/2025

इसरायल की राजधानी तिल अवीव पर ईरानी मिसाइलों का हमला. चारो तरफ तबाही और धुएं का गुब्बार.

13/06/2025

Iran पर Israel का ताबड़तोड़ हमला • नहीं रहे हुसैन सलामी• Meddle East में बड़े जंग की शुरुआत •

अच्छा! कहीं वो तीसरा शख्स सलमान या शाहरुख तो नहीं? ठीक से पता चलाओ. ज़रूर उसका नाम आमिर खान होगा. बहुत दिनों से फिल्म सि...
12/06/2025

अच्छा! कहीं वो तीसरा शख्स सलमान या शाहरुख तो नहीं? ठीक से पता चलाओ. ज़रूर उसका नाम आमिर खान होगा. बहुत दिनों से फिल्म सिटी वाले उदास नज़र आ रहे हैं. उनके चेहरे पर मुर्दनी छाई हुई. उनका मन उदास है. क्योंकि अब तक राजा रघुवंशी मर्डर केस में किसी मुस्लिम का नाम नहीं आया. कम से कम सोनम को मुस्लिम बना देते. सोनम और उसके कथित प्रेमी को मुस्लिम बता देने से मन शांत हो जाएगा.

ज्योति मल्होत्रा, एक ट्रैवल ब्लॉगर और यूट्यूबर हैं. हरियाणा पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने क...
18/05/2025

ज्योति मल्होत्रा, एक ट्रैवल ब्लॉगर और यूट्यूबर हैं. हरियाणा पुलिस ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया.ज्योति अपने यूट्यूब चैनल पर यात्रा की वीडियो पोस्ट करती थी. लेकिन हिसार पुलिस ने ज्योति को उनके घर से हिरासत में लिया और कोर्ट में पेश कर 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा. ज्योति पर इल्ज़ाम है कि उन्होने 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन के ज़रिए वीजा प्राप्त कर पाकिस्तान की यात्रा की. वहां उनकी मुलाकात कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई, जिसके साथ उनके नज़दीकी ताल्लुकात बने. दानिश ने ज्योति को पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स से मिलवाया. वो व्हाट्सएप, टेलीग्राम, और स्नैपचैट के ज़रिए इनसे संपर्क में थीं. ज्योति पर भारत की सैन्य जानकारी, विशेष रूप से "ऑपरेशन सिंदूर" से संबंधित गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान को भेजने का आरोप है. ज्योति ने सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश की, जिसे जांचकर्ताओं ने प्रचार और जासूसी का हिस्सा माना. उनकी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.

यमन के समंदर में डूबा अमेरिका का फाइटर जेट
02/05/2025

यमन के समंदर में डूबा अमेरिका का फाइटर जेट

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग ज़िलेके पहलगाम में सैलानियों पर आतंकियों के हमले होने के बाद देश के कई हिस्‍सों से कट्टरपंथी संग...
24/04/2025

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग ज़िलेके पहलगाम में सैलानियों पर आतंकियों के हमले होने के बाद देश के कई हिस्‍सों से कट्टरपंथी संगठनों ने बदला लेने के लिए कश्मीरी छात्रों को निशाना बनाना शुरु कर दिया है. कश्मीरी छात्रों के खिलाफ नारेबाज़ी और मारपीट की खबरें आ रही हैं. चंडीगढ़, देहरादून और नोएडा में पढ़ रहे कश्‍मीरी छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपने घायल होने की जानकारी दे रहे हैं और अपनी चोट दिखा रहे हैं. वो बता रहे हैं कि कश्‍मीर में हुए आतंकी हमले के बाद उनके साथ हैवानियत हो रही है. इस मामले में जम्मू कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के नेशनल कन्वेनर नासिर खुएहामी ने कहा, ‘देहरादून के कई कश्मीरी छात्रों को उनकी सुरक्षा का खतरा है. वो डर वजह से हमें लगातार फोन कर रहे हैं. हिंदु रक्षा दल ने कश्मीर के मुसलमान छात्रों को चेतावनी देते हुए एक वीडियो जारी किया है. इसमें स्टूडेंट्स को देहरादून से निकल जाने के लिए कहा गया है।’

इसे लेकर खुएहामी ने कहा कि चंड़ीगढ़ के यूनिवर्सल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के हॉस्टलों में कश्मीरी छात्रों पर रात में हमला किया गया. कश्मीरी स्टूडेंट्स ने बताया कि कुछ लोकल्स और कैंपस के दूसरे स्टूडेंट्स रात में जबरदस्ती हॉस्टल में घुस आए और धारदार हथियारों से उनपर हमला किया. कश्मीरी छात्रों के कपड़े फाड़ दिए गए और एक छात्र को गंभीर रुप से घायल है. खुएहामी ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद कश्मीरी स्टूडेंट्स पर हुआ ये 7वां हमला है. नोएडा की एमिटी यूनिवर्सिटी में भी कश्मीरी छात्रों के साथ मारपीट की गई. इस तरह के स्टूडेंट्स की मदद करने के लिए जम्मू कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने कुछ हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किए हैं. हिंदू रक्षा दल ने वीडियो जारी कर कश्मीरी स्टूडेंट्स को धमकी दी है कि जल्द से जल्द देहरादून खाली कर दें. इसके बाद BFIT कॉलेज सुदुवाला के कई स्टूडेंट्स जॉली ग्रांट एयरपोर्ट जाने के लिए निकल गए.

हिमाचल प्रदेश की अर्नी यूनिवर्सिटी के में पढ़ने वाले कश्मीर के स्टूडेंट्स के साथ भी मारपीट की गई. इसके अलावा इलाहाबाद में रहने वाले कश्मीरी छात्रों का भी कहना है कि मकान मालिक उनसे घर खाली करवा रहे हैं और लगातार बढ़ते दवाब की वजह से वापस कश्मीर लौट गए हैं. कश्मीरी छात्रों पर लगातार हो रहे हमलों को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जिन राज्यों में कश्मीरी छात्रों पर हमले हुए हैं वहां के मुख्यमंत्रियों से बात की जा रही है. इसी के साथ उनसे ध्यान रखने के लिए भी कहा गया है.

हालांकि कश्मीरी छात्रों सुरक्षा के लिए उत्तराखंड पुलिस प्रशासन ज़िले के तमाम पुलिस अफसरों को गाइड लाइन जारी किया है और उन्हें आदेश दिया गया है कि वे अपने-अपने इलाके में रहने वाले कश्मीरी छात्रों के संपर्क में रहें और उनकी सुरक्षा करे. देहरादून ज़िले के ही अलग-अलग संस्थानों में कुल 1201 कश्मीरी बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं अगर चंडीगढ़ की बात की जाए तो चंडीगढ़ में डेराबस्सी में मौजूद यूनिवर्सल ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूशन्स में कश्मीरी छात्रों पर हुए हमले की ख़बरों ने उनकी सुरक्षा को लेकर सरकार के किए जाने वाले बड़े बडे़ दावों पर सवाल खड़ा कर दिया है. इस संस्थान में 100 से ज़्यादा कश्मीरी बच्चे पढ़ाई करते है. कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से फेल है. न तो उन्होंने हमले को रोकने की कोशिश की. और न ही छात्रों की सुरक्षा की. पंजाब पुलिस की ओर से भी समय पर कोई सहायता नहीं मिली, जिससे हमलावर और भी बेखौफ हो गए. जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से अपील की है कि वे इस मामले में तत्काल और सख्त कार्रवाई करें, लापरवाह पुलिस और सुरक्षा कर्मियों की जवाबदेही तय करें और पंजाब में पढ़ रहे सभी कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा, सम्मान और गरिमा सुनिश्चित करें.

हालांकि, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोशल मीडिया के ज़रिए प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि, "पंजाब में सबसे ज्यादा जम्मू-कश्मीर के छात्र पढ़ते हैं. हम लगातार जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संपर्क में हैं, ताकि कोई भी नकारात्मक घटना न हो." इस मामले पर स्थानीय पुलिस की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है. लालडू थाने के एसएचओ आकाशदीप शर्मा ने कहा कि "फिलहाल कोई गंभीर मामला दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है. ग्राउंड में खेलते समय बिहार और कश्मीर के छात्रों के बीच कहासुनी हुई थी, जो बाद में हॉस्टल तक पहुंच गई. अभी तक FIR दर्ज नहीं कराई गई है. यानी छात्रों की सुरक्षा पर उठने वाले सवालों से इतर पंजाब पुलिस ने इस हमले को बिहार और कश्मीरी छात्रों के बीच कहासुनी करार दे रही है.

अनंतनाग के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम लोगों को शहीद कर दिया. लेकिन अभी भी आतंकवादियों को आतंकवादी कहने में कुछ लोगों क...
23/04/2025

अनंतनाग के पहलगाम में आतंकियों ने मासूम लोगों को शहीद कर दिया. लेकिन अभी भी आतंकवादियों को आतंकवादी कहने में कुछ लोगों को शर्म आ रही है. आतंकवाद को जाति और मज़हब के आधार पर परिभाषित नहीं किया जा सकता है. अगर एक जगह पर धर्म और नाम पूछ कर गोली मारने की घटना आतंकी वारदात है. तो फिर यही परिभाषा सार्वभौमिक होनी चाहिए. कपड़े देखकर पहनाने वाले भी आतंकी है. ट्रेन में नाम पूछकर गोली मारने वाला वर्दीधारी भी आतंकवादी है. मणिपुर से लेकर उड़ीसा तक धर्म के आधार पर हत्या और बलात्कार करने वाले सब के सब आतंकी माने जाएंगे. धर्म के आधार कठुआ में रेप करने वाले भी आतंकवादी है. कब्र खोद कर महिलाओं से रेप की वकालत करने वाले भी आतंकवादी है. धर्म के आधार पर बिल्किस और उसके परिवार के बलात्कारी और कातिल भी आतंकवादी हैं. बलात्कारी और हत्यारे को संस्कारी कहने वाले भी आतंकवादी हैं. और हर वो शख्स और उसका संगठन आतंकवादी और आतंकी संगठन है जो धर्म देखकर हिंसा की अपील और समर्थन करता है.

देश की सुप्रीम कोर्ट ने हेच स्पीच के खिलाफ एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं. लेकिन हेट सिर्फ एक कानूनी टर्म है. हेट स्पीच में हत्या का आह्वान, रेप की अपील और जबरन धर्मांतरण की धमकी देने की घटनाएं भी आतंकवादी कृत्य माना जाएगा. धर्म देखकर शरबत का बहिष्कार करने वाले भी आतंकवादी माने जाएंगे. इसके लिए किन्तु, परन्तु, इफ, बट जैसी शब्दावाली शुद्ध रुप से नाटकबाज़ी मानी जाएगी. मणिपुर अब शांत नहीं हुआ. बतौर पत्रकार हमें मालूम है कि टीवी और अखबारों में सूत्रों के हवाले से साप्रादायिक एजेंडा कैसे फैलाया जाता है. लेकिन धर्म के नाम पर हत्या, बलात्कार, घर तोड़ने की घटनाओं को संस्कारी नहीं कहा जा सकता. मीठा मीठा गप-गप और कड़वा कड़वा थू-थू नहीं होना चाहिए. सूत्रों के हवाले नफरत परोसने वाले न्यूज़ चैनल भी संस्कारी नहीं माने जाएंगे. अनंतनाग की आतंकी घटना को आतंकी ही कहा जाएगा. आतंकियों ने हिन्दू और मुसलमान दोनों की हत्या की है. फिर आप आतंकियों को मुसलमान कह कर सांप्रदायिक आतंकवाद को मान्यता दी जा रही है. फिर आपकी ज़बान क्यों लरस तब क्यों लरस जाती है जब धर्म देखकर निशाना बनाया जाता है. फिर दिल खोल कर कहिए कि, मोबलिंचिंग करने वाले भी आतंकवादी है. गौहत्या का आरोप लगाकर अखलाक, पहलू खान, जुनैद के कातिल भी आतंकवादी है.

धर्म के आधार पर घर तोड़ने वाले और उनके घर के बाहर हथियार लहराने वाले भी आतंकवादी हैं. किसी भी निर्दोष की हत्या करने वाले को आतंकवादी ही कहा जाएगा. आतंकवादी को आतंकवादी कहने में ज़बान को क्यों काठ मार जाता है. हम इस तरह की घटनाओं को आतंकवादी घटना कह सकते हैं. ऐसी घटनाओं को आतंकवादी कृत्य कहने से अगर किसी मनो रोगी को दिक्कत है. तो फौरन की किसी डॉक्टर से मिलकर दिमाग का इलाज कराइए. ये नहीं हो सकता कि उर्दू अरबी फारसी वाला शख्स अगर किसी घटना को अंजाम देता है तो उसे आतंकवादी कहा जाएगा. और अगर हिन्दी, संस्कृत और इंग्लिश नाम वाला शख्स उसी घटना को अंजाम देता है तो संस्कारी माना जाएगा. सांप्रादायिक आतंकवादियों की यही दिक्कत है कि वो हर घटना को धर्म के आधार पर परिभाषित करता है. लेकिन उस परिभाषा में खुद की गिनती नहीं करता.

इसी धरती के एक भू-भाग पर पहचान और धर्म के आधार लाखों लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया. पर पूरी दुनियां को संस्कार सिखाने वाले केवल गाल बजा रहे और चुपके से उनके हथियारों की खेप भी पहुंचा रहे हैं. भाई चारे का संदेश देने वाले बड़े बड़े संस्कारी एक चूं तक नहीं बोलते, उल्टा आतंकवादी देशों की तारीफ और हिमायत करते हैं. इसलिए पहले आप अपने लिए आतंकवाद की एक नैतिक परिभाषा तय कर लीजिए. चीखने चिल्लाने और धर्म को खतर में बताने की ज़रुरत नहीं है. पुलावामा आतंकी घटना आज भी सवालों के घेरे में है. देश सुरक्षित हाथों में जैसे डॉयलॉग सिर्फ चुनावी रैलियों में अच्छे लगते हैं. क्योंकि यहां तो एक लिस्ट गिनाई जा सकती है. उसी लिस्ट में अनंतनाग की घटना भी शामिल हो गई है. खुफिया इनपुट था जैसे शब्द अपनी नाकामी को छिपाने के लिए बनाया गया है.

वंदेभारत का रंग भगवा हो या सफेद लेकिन उसकी मज़बूती में कोई फर्क नहीं पड़ता. अक्सर गाय भैंस के चपेट में आकर वंदेभारत एक्स...
21/04/2025

वंदेभारत का रंग भगवा हो या सफेद लेकिन उसकी मज़बूती में कोई फर्क नहीं पड़ता. अक्सर गाय भैंस के चपेट में आकर वंदेभारत एक्सप्रेस पिचक कर चपटी हो जाया करती है. इंजन की आंख फूट जाती है. क्योंकि अब खुलासा हुआ है कि वंदेभारत का इंजन बहुत ही हल्का और कमज़ोर है. जिसकी वजह से अक्सर छोटी से दुर्घटना होने पर टूट जाया करती है. पर राष्ट्रवाद के सम्मान में ऐसा नहीं कहना चाहिए. क्योंकि इंजन कमज़ोर नहीं था बल्कि गाय ही इंजन से ज़्यादा मज़बूत थी. ‘द हिंदू’ की एक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में कहा गया है कि वंदे भारत ट्रेन का अगला डिब्बा, सामान्य रेलगाड़ियों के इंजन यानी पहले डिब्बे की तुलना में काफी हल्का होता है और जब तेज़ रफ्तार में मवेशी टक्कर होती है तो इंजन ही हादसे का शिकार हो जाता है. यानी जानवर से नहीं मरता पर इंजन का कचूमर बन जाता है.

यूपी के हरदोई ज़िले में एक शख्स ने दहेज़ में  कूलर और फ्रिज न मिलने से नाराज़ अपनी पत्नी की चोटी काट दी. हालांकि चोटी का...
20/04/2025

यूपी के हरदोई ज़िले में एक शख्स ने दहेज़ में कूलर और फ्रिज न मिलने से नाराज़ अपनी पत्नी की चोटी काट दी. हालांकि चोटी काटने के पति गिरफ्तार हो चुका है. महिला के पिता राधाकृष्ण ने उसके दामाद रामप्रताप के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई. लड़की के पिता अपनी बेटी को एक हफ्ते पहले ही मायके ले कर गए थे. लेकिन हालात तब खराब हो गए जब दामाद अपने तीन साथियों के साथ ब्यूटी पार्लर पहुंचा और उनकी बेटी की चोटी काट दी।” लड़की के पिता इस घटना को दहेज़ उत्पीड़न बता रहे हैं. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि, रामप्रताप अपनी पत्नी के ब्यूटी पार्लर में भौंहें बनवाने जाने से नाराज़ था... फिलहाल मामले की जांच चल रही है. इसी से आगरा का एक मामला भी सामने आ चुका है. जहां एक पति-पत्नी के बीच बिंदी को लेकर विवाद हो गया था. विवाद इतना बढ़ा कि मामला थाने और फिर वहां से परिवार परामर्श केंद्र पहुंच गया था.

Address

Delhi

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Times Mail posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Times Mail:

Share