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LUHAB SOCIAL REFORM ( Luhab Council )Honorary Doctorate (Research-Based)LSRC आपके रिसर्च व सामाजिक योगदान परHonorary Doc...
21/09/2025

LUHAB SOCIAL REFORM ( Luhab Council )
Honorary Doctorate (Research-Based)

LSRC आपके रिसर्च व सामाजिक योगदान पर
Honorary Doctorate प्रदान कर रही है।

Topics

Indian Diversity

Community Social Reform

Educational Mentorship

Social Activist

Health Research

Agriculture & Horticulture

Water & Environment

जानकारी हेतु संपर्क करें:
Mail: [email protected]
WhatsApp: 8800630500

हमारा यह अभियान धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। आपकी छोटी-सी मदद भी किसी बच्चे के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। आइए, हमारे स...
18/09/2025

हमारा यह अभियान धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। आपकी छोटी-सी मदद भी किसी बच्चे के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। आइए, हमारे साथ जुड़ें और एक शिक्षित समाज के निर्माण में भागीदार बनें।

LSRC COUNCIL अब नूंह मेंपहली बार TARBIATI CAMP & PERSONALITY DEVELOPMENT & LANGUAGE PERFORMANCE COURSEउम्र: 14–20 सालसमय...
17/09/2025

LSRC COUNCIL अब नूंह में

पहली बार TARBIATI CAMP & PERSONALITY DEVELOPMENT & LANGUAGE PERFORMANCE COURSE
उम्र: 14–20 साल
समय: 3 महीने | रोज़ 2 घंटे
🔹 TARBIATI CAMP – बिल्कुल 🆓
🔹 Personality & Language Course – एजेंसी टेस्ट के बाद
🔹 50% स्कॉलरशिप का लाभ

📜 Certificates:
Skills Certificate
Tarbiati Certificate
Language Performance Certificate
National Level Certificates

अवेदन तिथि: 20–30 सितंबर 2025

संपर्क करें - 8800630500
Email - [email protected]

आवेदन केवल Google Form से
👉 फॉर्म भरे
https://docs.google.com/spreadsheets/d/1-YJrPQAWNwsF8xlgsBNqgh4no3XQSYqEb0qkwyUfmxA/edit?usp=drivesdk

12/11/2024

नूह-कोटला रोड के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग, ग्रामीणों में आक्रोश और निराशा का माहौल

नूह से कोटला तक मेवली होते हुए जाने वाले ऐतिहासिक अलवर रोड का नवीनीकरण कार्य कुछ दिनों पहले ही शुरू हुआ, जिससे क्षेत्र के लोगों को राहत और उम्मीद की किरण दिखाई दी थी। लंबे समय से खस्ताहाल इस सड़क के सुधरने की खबर से ग्रामीणों को लगा था कि अब उनकी यात्रा सुविधाजनक होगी और क्षेत्र में बेहतर विकास की दिशा में यह एक अहम कदम होगा।

लेकिन इस निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग ने लोगों की सारी उम्मीदें तोड़ दीं। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण में इतनी निम्न गुणवत्ता का मटेरियल लगाया जा रहा है कि इसकी हालत छह महीने के भीतर ही खराब होने का अंदेशा है। जगह-जगह कच्चे मटेरियल के ढेर और कमजोर निर्माण से लोग असंतुष्ट हैं और उन्हें लग रहा है कि उनकी उम्मीदों के साथ खिलवाड़ हो रहा है।

स्थानीय युवाओं और बुजुर्गों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल देखकर उन्हें गहरी निराशा हुई है। विधायक साहब ने इस काम का उद्घाटन करते समय फोटो तो खिंचवाई, लेकिन अब जब लोग घटिया निर्माण को लेकर शिकायत कर रहे हैं, तो उन्होंने इस मामले को नजरअंदाज कर दिया है। यह स्थिति लोगों के बीच दुख और रोष का माहौल पैदा कर रही है, क्योंकि उन्हें लग रहा है कि उनकी आवाज को अनसुना किया जा रहा है।

ग्रामीणों की मांग है कि निर्माण में उपयोग हो रही सामग्री की गुणवत्ता की जांच की जाए और इसे सुधारने के लिए उचित कदम उठाए जाएं, ताकि यह सड़क लंबे समय तक टिक सके और जनता की उम्मीदों पर खरी उतर सके।

कॉन्ग्रेस ने जारी कि हरियाणा में कैंडिडेट की लिस्ट।
06/09/2024

कॉन्ग्रेस ने जारी कि हरियाणा में कैंडिडेट की लिस्ट।

06/09/2024

हरियाणा विधानसभा
जारी होने वाली है कॉन्ग्रेस कैंडिडेट की सूची ।

06/09/2024

**मेवात ग्लोबल न्यूज नेटवर्क: नूह विधानसभा में कॉन्ग्रेस की जबरदस्त पकड़, भाजपा और तीसरा मोर्चा ध्वस्त**

**1. कॉन्ग्रेस की मजबूत पकड़, नूह में जीत की ओर**
नूह विधानसभा में इस बार का चुनावी माहौल कॉन्ग्रेस के पक्ष में पूरी तरह से झुका हुआ है। जनता के बीच उनकी नीतियों और विकास कार्यों की सराहना की जा रही है, जिससे कॉन्ग्रेस की स्थिति लगातार मजबूत होती जा रही है। चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि कॉन्ग्रेस एकतरफा जीत की ओर बढ़ रही है।

**2. तीसरा मोर्चा कमजोर, नायब साहब ने छोड़ा मैदान**
नूह विधानसभा में तीसरे मोर्चे के प्रमुख नेता नायब साहब ने मैदान छोड़ दिया है। उनके इस फैसले ने राजनीति में हलचल मचा दी है और तीसरा मोर्चा पूरी तरह से बिखरता नजर आ रहा है। इस फैसले से उनके समर्थकों में निराशा है और इसका सीधा लाभ कॉन्ग्रेस को मिल सकता है।

**3. भाजपा की चुनावी संभावनाएं धूमिल**
नूह विधानसभा में भाजपा की चुनावी संभावनाएं इस बार बेहद कमजोर दिखाई दे रही हैं। क्षेत्रीय मुद्दों पर भाजपा की पकड़ ढीली होती जा रही है, और पार्टी के उम्मीदवार को जनता का समर्थन कम मिल रहा है। यह चुनाव भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है।

**4. आफताब अहमद: जनता के नेता, इतिहास रचने की तैयारी**
आफताब अहमद, जो वर्तमान विधायक हैं, इस बार फिर से चुनाव जीतने की पूरी तैयारी में हैं। नूह में आज तक कोई भी विधायक लगातार दो बार नहीं चुना गया है, लेकिन आफताब अहमद इस इतिहास को बदलने की ओर अग्रसर हैं। उनके विकास कार्य और जनता के बीच लोकप्रियता ने उन्हें एक मजबूत उम्मीदवार बना दिया है।

**5. नूह की जनता का विश्वास कॉन्ग्रेस पर कायम**
नूह की जनता ने इस बार अपना समर्थन कॉन्ग्रेस पार्टी को खुलकर दिया है। स्थानीय मुद्दों पर कॉन्ग्रेस की सक्रियता और आफताब अहमद की जनसेवा ने लोगों का भरोसा जीत लिया है। इससे कॉन्ग्रेस के लिए चुनाव जीतना लगभग तय माना जा रहा है।

**6. तीसरा मोर्चा की कमजोरी से कॉन्ग्रेस को फायदा**
नायब साहब के मैदान छोड़ने से तीसरे मोर्चे का प्रभाव कमजोर हो गया है। इसका सीधा असर यह हुआ है कि विपक्ष का वोट बंटने के बजाय कॉन्ग्रेस की झोली में जाने की संभावना बढ़ गई है। इससे कॉन्ग्रेस की जीत की राह और आसान हो गई है।

**7. नूह में विकास और स्थायित्व के लिए आफताब अहमद पर विश्वास**
नूह की जनता आफताब अहमद के विकास कार्यों और स्थायित्व की भावना से प्रभावित है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में काफी काम किया है, जिससे जनता का विश्वास उन पर बना हुआ है। अगर वे इस बार जीतते हैं, तो यह नूह के लिए एक ऐतिहासिक अवसर होगा।

06/09/2024

ग्लोबल मेवात

#खबर

#साहिब_हत्याकांड: सियासी साजिश और सच्चाई

सात साल पहले पुनहाना की गलियों में एक मासूम की हत्या ने मेवात को झकझोर कर रख दिया था। साहिब, जो निर्दोष था, उसे पुलिस की बर्बरता ने छीन लिया। लेकिन इस दर्दनाक घटना के पीछे एक और गहरी सियासी साजिश थी, जिसका असली मास्टरमाइंड इलियास नामक नेता था। उस वक्त इलियास पूर्व विधायक थे और साहिब की मौत को अपनी राजनीतिक वापसी के लिए इस्तेमाल करने का मंसूबा बना रहे थे। 2019 के चुनाव में, इसी षड्यंत्र के जरिए इलियास विधायक बने।

#इलियास_का_षड्यंत्र: इंसाफ की आड़ में सियासत

जब साहिब की हत्या हुई, पूरा मेवात इंसाफ की मांग कर रहा था। रहीस खान, जो पुनहाना के निर्दलीय विधायक थे, ने पुलिस पर कार्यवाही और मुआवजे की पेशकश की थी। लेकिन इलियास, जो कांग्रेस के पूर्व विधायक थे, ने इस मौके को राजनीतिक साजिश में बदलने का निर्णय किया। साहिब की डेड बॉडी को 16 दिनों तक दफनाने से रोककर, इलियास ने रहीस खान को बदनाम करने का खेल शुरू कर दिया।

इलियास ने साहिब के परिवार को धमकाया कि अगर उन्होंने रहीस खान की मदद ली तो उनके 57 परिजनों को जेल जाना पड़ेगा। इस तरह, उन्होंने परिवार को अपने पक्ष में मजबूर किया और रहीस खान के खिलाफ माहौल बनाया। रहीस खान के खिलाफ जनता को भड़काने के लिए जगह-जगह जूता-चप्पल की मालाएं लटकवाकर, इलियास ने रहीस खान को बिरादरी में राजनीतिक रूप से अलग-थलग करने का काम किया।

#राजनीति_के_लिए_मौत_का_इस्तेमाल

साहिब की हत्या के बाद, इलियास ने साहिब के परिवार के दर्द को अपने सियासी फायदे के लिए इस्तेमाल किया। जब 2019 के चुनाव करीब आए, इलियास ने साहिब की मौत को अपने चुनावी अभियान का मुख्य मुद्दा बना दिया। वह जनता की सहानुभूति को भुनाने में सफल रहे, और इसी सियासी चालबाजी के कारण इलियास 800 वोटों के मामूली अंतर से विधायक बनने में सफल हो गए।

यह जीत उनके षड्यंत्र की सबसे बड़ी उपलब्धि थी। इलियास ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए साहिब की मौत को एक साधन बना लिया, और रहीस खान के खिलाफ जहर बोने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

#सच्चाई_का_सामना_और_परिवार_का_दर्द

अब 2024 के चुनाव नजदीक आ रहे हैं, और इलियास एक बार फिर वही खेल खेलने की तैयारी में हैं। लेकिन इस बार साहिब का परिवार खुलकर सामने आ रहा है। वे इलियास की सच्चाई उजागर कर रहे हैं। परिवार ने कहा कि साहिब की मिट्टी लगने के बाद इलियास कभी उनका हालचाल पूछने तक नहीं आए। न ही उन्होंने किसी प्रकार की मदद की।

साहिब की मौत के समय जो पैसे नेताओं और लोगों से मिले थे, उन्हें भी इलियास ने अपने सियासी खेल में खर्च कर दिया। दिल्ली तक बसों और गाड़ियों के खर्च में यह पैसा उड़ाया गया, और परिवार को उनके हाल पर छोड़ दिया गया।

#इलियास_की_राजनीति_का_असली_चेहरा

इलियास, जो खुद को जनता का नेता बताते हैं, ने साहिब की मौत को अपने सत्ता की सीढ़ी बना लिया। इंसाफ की मांग करने वाले परिवार को उन्होंने अपने राजनीतिक हथकंडों में फंसाया और रहीस खान को बदनाम किया। इलियास की साजिश ने न केवल साहिब के परिवार को, बल्कि पूरे मेवात को धोखा दिया।

आज, जब फिर से चुनाव सामने हैं, जनता को इस साजिश के असली चेहरे को पहचानने का वक्त आ गया है। इलियास ने साहिब की मौत को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया, और अब फिर से उसी नाटक को दोहराने की कोशिश कर रहे हैं।

👇

साहिब हत्याकांड ने मेवात को एक ऐसा सबक सिखाया है, जो सियासत के घिनौने खेल को उजागर करता है। इलियास, जो 2019 में इसी साजिश के बदौलत विधायक बने, अब फिर से वही दांव खेलना चाहते हैं। लेकिन इस बार जनता को सच्चाई से वाकिफ होना चाहिए। सत्ता की भूख में इंसानियत और इंसाफ को कुचलने वाले ऐसे नेताओं को बेनकाब करना अब मेवात की जिम्मेदारी है।

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26/04/2024

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हैदराबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार के. माधवी लता के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. उन पर आरोप है ...
23/04/2024

हैदराबाद लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार के. माधवी लता के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. उन पर आरोप है कि उन्होंने एक जुलूस के दौरान एक पूजा स्थल पर तीर निकालकर उसे चलाने का इशारा किया था, जिससे एक समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 17 अप्रैल को रामनवमी जुलूस के दौरान माधवी लता ने पूजा स्थल पर तीन निकालकर उसे चलाने का इशारा किया. इससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हुईं हैं.

लगता है कांग्रेस 84 का बदला सिखों से अब भी ले रही : मोदी
23/04/2024

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