
29/06/2025
मायावती जी ने सचमुच एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, अलीगढ़ से सम्बद्ध कई जिलों के दर्जनों कॉलेजों में पढ़ने वाले लगभग 3,500 एससी/एसटी वर्ग के छात्र‑छात्राओं की छात्रवृत्ति अभी तक जारी नहीं की गई है, और सरकारी स्तर पर समय पर निपटारा नहीं होने के कारण उनके भविष्य पर संकट मंडरा रहा है ।
🧭 समस्या का सारांश
दर्जनों कॉलेज कई जिलों में स्थित हैं और हजारों एससी/एसटी छात्र-छात्राओं इसका शिकार बने हुए हैं ।
विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन ने समय-समय पर पत्राचार भी किया, लेकिन सामाजिक कल्याण विभाग, लखनऊ द्वारा “असंवेदनशीलता और लापरवाही” बरती जा रही है ।
21 जून को छात्रों ने प्रदर्शन किया, बिजली काटी, कुलपति कार्यालय घेरा – और इसके कुछ दिन पहले कलेक्ट्रेट में भी प्रदर्शन हुआ था ।
🙋 क्या उम्मीद की जा सकती है?
पूर्व CM मायावती जी ने CM योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि वे इस समस्या का तेजी से समाधान निकालें क्योंकि विश्वविद्यालय उनकी विशेष पहल से स्थापित हुआ था ।
यूनिवर्सिटी अधिकारियों का कहना है कि छात्रवृत्ति पोर्टल खोलने के बाद प्रक्रिया फिर शुरू होगी !
---
📌 सुझाव — आप क्या कर सकते हैं?
1. कॉलेज स्तर पर अपनी यूनियन या एससी/एसटी सेल को भी आवाज बुलंद करने के लिए प्रेरित करें।
2. डाक या ईमेल के जरिए विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन को याद दिलाएं कि पोर्टल खुलने व छात्रवृत्ति भेजने की समयसारिणी स्पष्ट करें।
3. राज्य स्तरीय अधिकारियों—जैसे समाज कल्याण विभाग व CM दफ्तर—को ज्ञापन भेजा जाए।
4. मीडिया व सोशल मीडिया (X/ट्विटर) पर मुद्दा दोबारा उठाएं — मायावती जी जैसी नेताओं की आवाज़ से स्थिति बदल सकती है।
---
यदि आप व्यक्तिगत तौर पर संपर्क करना चाहें तो:
विश्वविद्यालय: RMPSSU की आधिकारिक वेबसाइट पर संपर्क जानकारी उपलब्ध है ।
समाज कल्याण विभाग लखनऊ: ई-मेल/फोन/ऑनलाइन शिकायत पोर्टल का उपयोग किया जा सकता है।
आखिरकार, यह छात्रों का अधिकार और संवैधानिक व आरक्षित वर्गों की सुरक्षा की बात है। यदि आपके पास कॉलेज या विश्वविद्यालय का कोई प्रतिनिधि संपर्क होता है, तो उनके साथ इस खबर की जानकारी साझा करें और उन्हें भी कार्रवाई के लिए प्रेरित करें।
#शिक्षा_हर_हक_हर_हाथ
#छात्रवृत्ति_दो
#संविधान_की_आवाज़