संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan

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संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan राष्ट्रीय संस्कृत पाक्षिक समाचार पत्र
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वह रंग की कीमत क्या जाने,जिसने सिंदूर नहीं देखा,पर्दे में बंद मुखौटों में,जिसने कभी नूर नहीं देखा,हम निडर सनातन वाले हैं...
09/05/2025

वह रंग की कीमत क्या जाने,
जिसने सिंदूर नहीं देखा,
पर्दे में बंद मुखौटों में,
जिसने कभी नूर नहीं देखा,

हम निडर सनातन वाले हैं,
पीछे से वार नहीं करते,
बदला लेने पर आजाएं ,
तो हम इंतजार नहीं करते,

जैसे तुमने बेदर्दी से,
उन बेगुनाह को कत्ल किया,
पति को मारा पत्नी सम्मुख,
और मज़हब की पहचान किया,

वैसा प्रतिउत्तर पाओगे,
अब निर्दय तेरी बारी है,
पागल कुत्ते निबटाने की,
सैनिक प्रक्रिया जारी है,

घर में घुस घुस कर मारेंगे,
मेरी सेना ने ठाना है,
अति शीघ्र जहन्नुम जाओगे,
तुम सबका वही ठिकाना है।

भोले भाले परिवारों का,
तुमने सिंदूर मिटाया है,
अब वही ऑपरेशन के संग,
बन काल तुम्हारा आया

जय हिंद वंदे मातरम

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रतिबद्धता - हर वर्ग का हो कल्याण, मूलभूत सुविधाओं से काई वंचित न रहेप्रदेश सरकार की विमुक्...
24/04/2025

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की प्रतिबद्धता - हर वर्ग का हो कल्याण, मूलभूत सुविधाओं से काई वंचित न रहे

प्रदेश सरकार की विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदाय को मुख्याधारा में लाने हेतु दादूदयाल घूमन्तू सशक्तीकरण योजना, प्रदेश की भजनलाल सरकार का संकल्पित प्रयास- शिक्षा, आवास व प्रोत्साहन

चूरू, 24 अप्रैल। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेश के हर व्यक्ति- हर वर्ग के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। शर्मा की प्रतिबद्धता है कि प्रदेश में कोई भी नागरिक मूलभूत सुविधाओं से वंचित न रहे। इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदाय के शैक्षणिक, आर्थिक एवं सामाजिक सशक्तीकरण के लिए दादूदयाल घूमन्तू सशक्तीकरण योजना लागू की है।

प्रदेश की भजनलाल सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक नागरिक को पर्याप्त शिक्षा, आवास व प्रोत्साहन मिले। सरकार समाज के वंचित व पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए संकल्पित प्रयास कर रही है। प्रदेश में वर्तमान में 09 विमुक्त जातियां, 10 घूमन्तू जातियां एवं 13 अर्द्धघूमन्तू जातियां है। राज्य में निवासरत इन विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदाय के सशक्तीकरण एवं उत्थान के लिए राज्य सरकार द्वारा दादूदयाल घूमन्तू सशक्तीकरण योजना- 2025 के संचालन हेतु दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।



यह रहेगी योजना अंतर्गत पात्रता

योजना अंतर्गत पात्रता हेतु आवेदक का राजस्थान राज्य का मूल निवासी होना, आवेदक राज्य सरकार द्वारा जारी विमुक्त, घुमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू जातियों की सूची में सम्मिलित होना, आवेदक के पास विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू पहचान प्रमाण पत्र होना आवश्यक है।



यह रहेंगे योजना के घटक

योजना अंतर्गत विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू आवासीय विद्यालय, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू छात्रावास, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू शोध एवं संरक्षण केंद्र जैसलमेर, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू साइकिल वितरण योजना, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू छात्रा स्कूटी वितरण योजना, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना, मुख्यमंत्री घूमन्तू आवास योजना, विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू जातियों के बच्चों को नवजीवन योजनान्तर्गत प्रतिष्ठित विद्यालयों में शिक्षा की व्यवस्था करना आदि प्रभावी घटक रहेंगे।

इन घटकों के क्रियान्वयन में विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू जाति/समुदायों के विद्यार्थियों के लिए आवासीय विद्यालय का निर्माण, उपकरण एवं आधारभूत संरचना विकसित करना तथा विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदायों के विद्यार्थियों के लिए छात्रावासों का निर्माण, उपकरण व आधारभूत संरचना विकसित किया जाएगा।

इसी के साथ विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू जाति/समुदायों के विद्यार्थियों के लिए साईकिल वितरण योजना, छात्रा स्कूटी वितरण योजना का संचालन किया जाएगा तथा समुदाय के बच्चों को शैक्षणिक विकास हेतु विभाग द्वारा पूर्व से ही डॉ अम्बेडकर पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स, डॉ अम्बेडकर प्री मैट्रिक स्कॉलरशिप फॉर डीएनटी स्टूडेंट्स का संचालन किया जा रहा है। पूर्व में संचालित छात्रवृत्ति योजनाओं से पात्र विद्यार्थियों को जोड़ने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा।

इसी क्रम में विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदाय की विषम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही मुख्यमंत्री घूमन्तू आवास योजना लागू कर दी गयी है। योजना के उद्देश्य अंतर्गत राज्य के विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदाय के जिन व्यक्तियों के पास पक्के मकान नहीं है, उनको मूलभूत सुविधाओं सहित पक्के निर्माण हेतु सहायता राशि उपलब्ध करवा कर स्थायी रूप से बसा कर उनक पुनर्वास किया जाएगा।

विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू जातियों के बच्चों को नवजीवन योजनान्तर्गत प्रतिष्ठित विद्यालयों में शिक्षा की व्यवस्था करते हुए शिक्षा के अधिकार के अधिनियम के अन्तर्गत प्रवेशित 25 प्रतिशत विद्यार्थियों को निःशुल्क प्रवेश देने के पश्चात प्रवेश से शेष/वंचित रहे नवजीवन योजना के अन्तर्गत पात्र परिवारों के विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाया जाकर इन छात्रों के अध्ययन हेतु शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के अन्तर्गत अनुज्ञेय राशि के अनुसार राशि का पुनर्भरण नवजीवन योजनान्तर्गत किया जाएगा।



विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू शोध एवं संरक्षण केंद्र, जैसलमेर

राज्य सरकार द्वारा डीटीएनटी समुदाय के कला एवं संस्कृति को संर्वद्धन एवं सरंक्षण हेतु जैसलमेर जिले में 5 करोड रुपए की लागत से डीएनटी रिसर्च एंड प्रिजर्वेशन सेंटर के भवन का निर्माण किया गया है। सेंटर में विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू जातियों से संबंधित वस्तुओं, आभूषणों, वस्त्रों, साहित्य, वाद्ययंत्रों आदि के संग्रहालय की स्थापना की जाएगी। इस केंद्र में विमुक्त, घूमन्तू एवं अर्द्धघूमन्तू समुदायों की कला, संस्कृति सम्बन्धित साहित्य अध्ययन केंद्र/पुस्तकालय की स्थापना की जायेगी, जिसका उद्देश्य इन समुदायों की कला, शिल्प, साहित्य एवं अन्य सांस्कृतिक परंपराओं की रक्षा, संरक्षण और प्रचार करना है।

संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan   सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास की त्रिवेणी प्रवाहित कर रहा उत्तर प्रदेशमहाकुं...
24/01/2025

संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan
सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास की त्रिवेणी प्रवाहित कर रहा उत्तर प्रदेश

महाकुंभ नगर, 24 जनवरी 2025।

उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस के अवसर पर महाकुंभ नगर में आयोजित भव्य प्रदर्शनी एवं सांस्कृतिक समारोह ने प्रदेश की सांस्कृतिक, औद्योगिक और आर्थिक विरासत को एक नई पहचान दी। शुक्रवार को कुम्भ कला परिसर में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य एवं औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने इस आयोजन का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने संबोधन में मंत्री श्री नन्दी ने प्रदेश की सांस्कृतिक समृद्धि और औद्योगिक प्रगति को रेखांकित करते हुए इसे "सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास की त्रिवेणी" का प्रतीक बताया।

श्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल भारत का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, बल्कि यह अपनी संस्कृति, इतिहास और समृद्धि के कारण भी सदैव अग्रिम पंक्ति में रहा है। महाकुंभ 2025 जैसे वैश्विक आयोजन ने इस सांस्कृतिक गौरव को और बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि अब तक 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं और 26 फरवरी तक यह संख्या 40 से 50 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है।

महाकुंभ: वैश्विक आकर्षण का केंद्र
श्री नन्दी ने कहा कि महाकुंभ 2025 देश और दुनिया के लिए एक अद्वितीय आयोजन है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक चेतना का वैश्विक मंच बताया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'विरासत और विकास' मंत्र से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को आधुनिकता के साथ सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बनाया है।

मंत्री ने महाकुंभ के व्यवस्थापन की सराहना करते हुए कहा कि इतने बड़े पैमाने पर भीड़ प्रबंधन, ट्रैफिक संचालन और सुरक्षा व्यवस्था एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे एक सफल मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन दुनियाभर के विश्वविद्यालयों और शोधकर्ताओं के लिए अध्ययन का विषय बन चुका है।

आर्थिक और औद्योगिक विकास की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश की प्रगति पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने बताया कि प्रदेश एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि यहां प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर, बाबा विश्वनाथ का दिव्य कॉरिडोर और महाकुंभ का विहंगम आयोजन है। इसके साथ ही प्रदेश में औद्योगिक विकास की अभूतपूर्व गति ने इसे भारत की अर्थव्यवस्था का मुकुट बनाने का सपना साकार किया है।

उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में नई ऊर्जा और नई रफ्तार के साथ विकास हो रहा है। प्रदेश सरकार 24 करोड़ जनता की खुशहाली और समृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।

सांस्कृतिक धरोहर से आधुनिकता की ओर
मंत्री ने अपने वक्तव्य के अंत में कहा कि उत्तर प्रदेश न केवल अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों को संजोए हुए है, बल्कि आधुनिकता और विकास के एक्सप्रेसवे पर सरपट दौड़ रहा है। यह प्रदेश आने वाले समय में भारत के विकास का प्रमुख केंद्र बनेगा।

डॉ. आर सी त्यागी की स्मृति में बने कक्ष का उद्घाटन प्रोफेसर डॉ सदानंद प्रसाद द्वारा किया जायेगा चौ० श्याम सिंह सरस्वती श...
23/01/2025

डॉ. आर सी त्यागी की स्मृति में बने कक्ष का उद्घाटन प्रोफेसर डॉ सदानंद प्रसाद द्वारा किया जायेगा

चौ० श्याम सिंह सरस्वती शिशु / विद्या मन्दिर वैराफिरोजपुर (बुलन्दशहर) में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह मनाया जायेगा

सोमदत्त त्रिपाठी बुलंदशहर। आगामी 26 जनवरी 2025 को गत वर्षों की भाँति इस वर्ष भी चौ० श्याम सिंह सरस्वती शिशु / विद्या मन्दिर वैराफिरोजपुर (बुलन्दशहर) विद्यालय में गणतन्त्र दिवस (26 जनवरी) का कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जायेगा।

आपको बता दें डॉ संजीव कुमार त्यागी के पिता डॉ. आर सी त्यागी जो एस.एस.वी. कॉलेज, भूगोल विभाग, हापुड़ में एच.ओ.डी. थे, वे एक विद्वान व्यक्ति थे उन्हें लगभग सभी विषयों का ज्ञान था, लगभग 40 वर्ष तक डिग्री कॉलेज में सेवा दी है। डॉ संजीव कुमार त्यागी ने अपने पिता की स्मृति में चौ० श्याम सिंह सरस्वती शिशु / विद्या मन्दिर वैराफिरोजपुर (बुलन्दशहर) विद्यालय में एक कक्ष का निर्माण कराया है। प्रो डॉ. संजीव कुमार त्यागी जी की अपने पिता के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। कक्ष का उद्घाटन आगामी गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2025) को प्रोफेसर डॉ सदानंद प्रसाद द्वारा किया जायेगा। जिसमे मुख्य अतिथि डा. सदानन्द प्रसाद (औ.एस.डी.) प्राचार्य, डॉ भीमराव अंबेडकर कॉलेज दिल्ली एवं श्री करन सिंह त्यागी- प्रबन्धक औधोगिक विकास प्राधिकरण नोएडा हैं।

विशिष्ट अतिथि श्री अमित त्यागी (मोनू त्यागी) बडढावाजिदपुर- (क्षेत्रीय किसान मोर्चा मंत्री), श्री संदीप त्यागी (भाजपा मण्डल अध्यक्ष स्याना), श्री रवि त्यागी स्वासवौंदा (प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य किसान मोर्चा उ.प्र.), श्री अशोक त्यागी- (कम्पनी सचिव ग्रेटर कैलाश सिटी) एवं श्री राजेन्द्र त्यागी (नीतू) राजनगर एक्सटेंशन गाजियाबाद हैं।

प्रो० डॉ० सदानंद प्रसाद ओ. एस. डी. प्रधानाचार्य डा. भीम राव अम्बेडकर महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय) विराजमान होगें। उनकी उपस्थिति छात्रों के लिये ही नहीं, अपितु पूरे विद्यालय परिवार के लिये अत्यन्त प्रेरणादायक होगी। दिल्ली विश्वविद्यालय में 19 वर्षों से अध्यापन कार्य कर रहे हैं। समाज के लिये बहुत से कार्य किये हैं। उनका योगदान शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सराहनीय रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.फिल और पी. एच. डी. (गणित) हैं। देश विदेश में चिन्न भिन्न जर्नल्स में रिसर्च आर्टिकल प्रकाशित हुआ है दिल्ली विश्वविद्यालय के आचार्य नरेन्द्र देव महाविद्यालय में विभिन्न कमेटियों के महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर आसीन रहे है इसके साथ ही, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रबन्धन समिति के संयोजक, खेल समिति के सदस्य कर रूप मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। उनकी सेवा, समर्पण और नेतृत्व के लिए विद्यालय आपके समक्ष नतमस्तक है।

महाकुंभ नगर के त्रिवेणी मार्ग पर केंद्र  सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजनसूचना एवं प्रस...
18/01/2025

महाकुंभ नगर के त्रिवेणी मार्ग पर केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की डिजिटल प्रदर्शनी में एनामॉर्फिक वाल, एलईडी टीवी स्क्रीन, एलईडी वाल, होलोग्राफिक सिलेंडर के माध्यम से विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित हो रही है

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की डिजिटल प्रदर्शनी के साथ कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय एवं प्रकाशन विभाग के स्टाल भी लगाये गये हैं

महाकुंभ नगर, 17 जनवरी 2025

महाकुंभ प्रयागराज के त्रिवेणी मार्ग पर केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी क्षेत्र में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा भारत सरकार की उपलब्धियों, योजनाओं, नीतियों और लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी आमजन को प्रदान करने के लिए लगाई गई डिजिटल प्रदर्शनी पंडाल में ही राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की डिजिटल प्रदर्शनी के साथ कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय एवं प्रकाशन विभाग के स्टाल भी लगाये गये हैं।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की डिजिटल प्रदर्शनी में एनामॉर्फिक वाल, एलईडी टीवी स्क्रीन, एलईडी वाल, होलोग्राफिक सिलेंडर के माध्यम से विभिन्न लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्रदर्शित हो रही है।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की डिजिटल प्रदर्शनी में बाढ़, अगजनी, भूकंप, शीतलहर, जंगल की आग एवं अन्य प्राकृतिक एवं मानव जन्य होने वाली आपदाओं से बचाव के उपाय डिजिटल माध्यम से बताए एवं प्रदर्शित किये जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप की डिजिटल प्रदर्शनी विभिन्न कम्पनियों, उपक्रमों, में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप प्राप्त करने की प्रक्रिया बतायी जा रही है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन विभाग के स्टाल पर महत्वपूर्ण विषयों एवं महापुरुषों के जीवन पर आधारित पुस्तकें उपलब्ध हैं।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के स्टालों पर मिलेट्स उत्पाद एवं सब्जी बीज भी उपलब्ध हैं l

महाकुंभ में आने वाले हजारों की संख्या में लोग इन और स्टालों का अवलोकन कर रहे है। दर्शक इन प्रदर्शनियों में प्रदर्शित चित्रों, चलचित्रों के माध्यम से दी जा रही जानकारी की सराहना कर रहे हैं और डिजिटल प्रदर्शनी को सूचना एवं शिक्षाप्रद बता रहे है।

महाकुंभ नगर, त्रिवेणी मार्ग प्रदर्शनी परिसर में लगाई गई यह प्रदर्शनियां 26 फरवरी 2025 तक आमजन के अवलोकन के लिए निःशुल्क खुली रहेगी।

 #भारतीय रेल ने खर्च किए महाकुंभ तैयारियों के लिए 2 वर्षों में 5000 करोड़ रुपये से अधिक : अश्विनी वैष्णवकेंद्रीय रेल मंत्...
09/12/2024

#भारतीय रेल ने खर्च किए महाकुंभ तैयारियों के लिए 2 वर्षों में 5000 करोड़ रुपये से अधिक : अश्विनी वैष्णव

केंद्रीय रेल मंत्री ने महाकुम्भ -2025 की तैयारियों का किया अवलोकन

प्रयागराज क्षेत्र में सुगम रेल परिचालन के लिए 21 रोड ओवर ब्रिजों और रोड अंडर ब्रिजों का किया गया निर्माण

महाकुंभ -2025 के दौरान 3000 स्पेशल गाडियाँ सहित 13000 से अधिक रेल गाडियाँ चलायी जाएंगी

सोमदत्त त्रिपाठी, प्रयागराज। केंद्रीय मंत्री, रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी, श्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज क्षेत्र में महाकुम्भ-2025 के लिए की जा रही तयारियों का अवलोकन किया । केंद्रीय रेल मंत्री ने प्रयागराज में सबसे पहले झूंसी रेलवे स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों एवं महाकुंभ -2025 की तैयारियों का निरीक्षण किया तत्पश्चात झूंसी स्टेशन के निकट गंगा नदी पर प्रयागराज –वाराणसी रेल मार्ग दोहरीकरण कार्य के अंतर्गत बने नए ब्रिज संख्या -111 का निरीक्षण किया । केंद्रीय रेल मंत्री ने निरीक्षण के अगले क्रम में पुनर्विकास योजना के अंतर्गत फाफामऊ स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यो का जायजा लिया ओर संबधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। इसी क्रम में उन्होंने प्रयाग जं स्टेशन का भी निरीक्षण किया और महाकुंभ 2025 की तैयारियों को परखा। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने यात्री सेवा एवं यात्री हितों की दिशा में किए जा रहे सभी रेल कार्यों तथा निर्माणाधीन परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा इस विषय में संबंधितों को महत्वपूर्ण सुझाव देते हुए आवश्यक निर्देश पारित किए। उन्होंने मेला अवधि में इन स्टेशनों पर यात्री सुविधा संबंधी,आपातकालीन,चिकित्सा तथा आकस्मिक सेवा संबंधी, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण संबंधी, यात्री सुरक्षा एवं संरक्षित तथा समयानुसार गाड़ी परिचालन संबंधी सभी व्यवस्थाओं का गहनतापूर्वक अवलोकन किया। इसके साथ ही माननीय रेलमंत्री, मेला के दौरान रेलवे द्वारा निर्धारित की जाने वाली अन्य विशेष तथा वैकल्पिक व्यवस्थाओं से भी भलीभांति अवगत हुए। इसके अतिरिक्त उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से यात्री एवं भीड़ प्रबंधन की नीतियों एवं मेला के सुगम और सुचारु रूप से संचालन करने की दिशा में किए जाने वाले अन्य प्रयासों के विषय में भी क्रमबद्ध रूप से जानकारी प्राप्त की। इस दौरान माननीय रेलमंत्री ने फाफामऊ जं से प्रयाग जं तथा प्रयाग जं से प्रयागराज जं. तक विंडो ट्रेलिंग करते हुए रेलपथ की संरक्षा की जानकारी भी प्राप्त की तथा इस अवसर पर इन दोनों स्टेशनों पर उपस्थित जन प्रतिनिधियों तथा स्थानीय नागरिकों से भेंट की।

केंद्रीय रेल मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने निरीक्षण के अगले क्रम में प्रयागराज जंक्शन पर महाकुंभ -2025 के लिए की जा रही तयारियों का निरीक्षण किया । ध्यातव्य है कि प्रयागराज जंक्शन को स्टेशन पुनर्विकास योजना के अंतर्गत विकसित किया जा रहा है । केंद्रीय रेल मंत्री ने प्रयागराज जंक्शन पर यात्री आश्रय का निरीक्षण कर आश्रय के बाहर टिकट काउंटर, कलर कोडिंग और उपलब्ध साइनेज का जायजा लिया । यात्री आश्रयों में कलर कोडिंग की व्यवस्था की गई है । इसे कलर कोडिंग के अनुसार यात्री दिशावर यात्रा के लिए सुनिश्चित प्लेटफार्मों पर गाएँगे और अपने गंतव्य की ओर यात्रा करेंगे ।

केंद्रीय रेल मंत्रीने यात्री आश्रय में खानपान, प्रकाश, पेयजल, चिकत्सा बूथ, जन सुविधाएँ, सुरक्षा व्यवस्था को बारीकी से देखा । महाकुंभ -2025 के दौरान स्टेशन पर यात्रियों के प्रवेश और निकास योजना पर जानकारी के साथ स्टेशन पर यात्रियों को दिशावार यात्रानुसार गेट से प्रवेश से लेकर गाड़ी तक भेजने की व्यवस्था, यात्रियों को टिकट काउंटर पर भेजना, यात्रियों को टिकट उपलब्ध करवाना, सही गाड़ी की जानकारी देना, भीड़ को नियंत्रित करना, यात्रियों के प्लेटफ़ॉर्म पर पहुँचने पर उन्हें सुरक्षित रूप से गाड़ी के अंदर भेजना और गाड़ी में पर्याप्त यात्री हो जाने पर गाड़ी को प्रस्थान करवाने के लिए प्लेटफार्म से कंट्रोल टावर को सूचना भेजना और अन्य विभागों से समन्वय की कार्यप्रणाली पर भी जानकारी ली।

केंद्रीय रेल मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज जंक्शन की सुरक्षा प्रणाली और आपात स्थिति के लिए की गई तैयारियों की भी जानकारी ली । निरीक्षण के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री ने रैपिड एक्शन टीम एवं क्विक रेस्पोंस टीम और फायर फाईटिंग टीम के कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी कार्यप्रणाली को परखा, और बेहतर कार्य करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए । स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए एवं आपात स्थिति से निपटने के लिए रैपिड एक्शन टीम एवं क्विक रिस्पांस टीम और फायर फाइटिंग टीम की व्यवस्था की गयी है। आपात स्थति के लिए सिविल लाइन साइड में फुट ओवर ब्रिज संख्या -3 के निकट एवं सिटी साइड में रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट के निकट रैपिड एक्शन टीम टीम तैनात रहेगी। रैपिड एक्शन टीम में रेलवे के विभिन्न विभागों के 20 कर्मचारी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए 24x7 तैयार रहेंगी ।

केंद्रीय रेल मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने निरीक्षण के अगले क्रम में 18 स्क्रीन से सुसज्जित सीसीटीवी कक्ष युक्त मेला टॉवर का निरीक्षण किया । मेला टॉवर से भीड़ नियंत्रण, गाड़ियों का आगमन-प्रस्थान, सिविल प्रशासन के साथ समन्वय, आपात स्थिति से निपटना, यात्रियों की सहायत इत्यादि जैसे कार्यों को किया जाता है । मेला टॉवर के सीसीटीवी कक्ष में प्रयागराज क्षेत्र के स्टेशनों और सिविल एरिया के सीधे प्रसारण को देखकर नियंत्रण और निर्देश की प्रणाली स्थापित की गयी है। कक्ष में तैनात कर्मचारियों से सीसीटीवी के विषय में जानकारी ली और बेहतर समन्वय और त्वरित कार्यप्रणाली के लिए आवश्यक निर्देश दिए ।
केंद्रीय रेल मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने निरीक्षण के अगले क्रम में स्टेशन रिडेवलपमेंट के अंतर्गत विकसित किये जा रहे प्रयागराज जंक्शन के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और कार्य को गुणवत्ता और समय के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए । केंद्रीय रेल मंत्री, श्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज जंक्शन पर आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुये कहा कि महाकुंभ -2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के संभावना को देखते हुये गत 2½ वर्षों से वृहत स्तर पर तैयारियाँ चल रही हैं । इससे संबंधित कार्यों में गत 2 वर्षों में प्रयागराज क्षेत्र में 5000 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि खर्च की गई है । इस धनराशि से बड़े स्तर पर विकास किए गए हैं । प्रयागराज क्षेत्र में सुगम रेल परिचालन के लिए 21 रोड ओवर ब्रिजों और रोड अंडर ब्रिजों का निर्माण किया गया है । महाकुंभ -2025 के दौरान 3000 स्पेशल गाडियाँ सहित 13000 से अधिक रेल गाडियाँ चलायी जाएंगी जब कि गत कुम्भ मेला में 7000 गाड़ियों का संचालन किया गया था । छोटी दूरी के लिए बड़ी संख्या में मेमू ट्रेन का इंतजाम किया जा रहा है । महाकुंभ -2025 के रेगुलर गाड़ियों में दोनों तरफ इंजन लगाया जाएगा जिससे समय की बचत होगी । बनारस से प्रयागराज के मध्य दोहरीकरण किया गया है इसी खंड में गंगा नदी पर 100 वर्ष बाद नया ब्रिज बने गया है। एवं फाफामऊ-जंघई के मध्य दोहरीकरण होने से ट्रेन परिचालन क्षमता में वृद्धि हुयी है । महाकुंभ -2025 के दौरान बेहतर सुविधाओं के लिए विभिन्न स्टेशनों पर 43 स्थायी होल्डिंग एरिया का निर्माण किया गया है । प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों पर सभी फुट ओवर ब्रिजों पर एकदिशीय यातायात की व्यवस्था की गई है। इस अवसर पर उन्होंने मीडिया कर्मियों को महाकुंभ के दौरान दिशावार कलर कोडिंग व्यवस्था और टिकटिंग व्यवस्था के बारे में भी बताया।

इसी क्रम में माननीय रेल मंत्री महोदय ने डीएफसी के कंट्रोल सेंटर का भी निरीक्षण किया। इसके उपरांत मंत्री महोदय ने उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय में रेल अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, यदि आवश्यकता हो तो होल्डिंग एरिया की क्षमता और बढ़ाई जाए एवं मेला अवधि में अधिकतम ट्रेनो का परिचालन किया जाए। इसी के साथ ही अयोध्या, चित्रकूट एवं विंध्याचल के लिए भी ज्यादा से ज्यादा ट्रेन चलाने की बात की। उन्होंने चित्रकूट एवं विंध्याचल में भी होल्डिंग एरिया विकसित करने के निर्देश दिए । इसी क्रम में श्री वैष्णव ने स्वच्छ एवं प्लास्टिक फ्री कुंभ की दिशा में प्रयास करने की बात कही। उन्होंने मेडिकल के संबंध यदि आवश्यकता हो तो बाहर से अतिरिक स्टाफ हायर करने और यात्रियों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए। अपने संबोधन में रेल मंत्री महोदय ने कानपुर एरिया को बुंदेलखंड, लखनऊ एवं अयोध्या के दिशा में जाने वाले यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए वहां भी क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयास की आवश्यकता जताई। अंत में उन्होंने जिला प्रशासन एवं रेल विभाग को समन्वय से काम करने के निर्देश दिए और मेला को सुचारु और सुरक्षित बनाने के सभी प्रयास करने की बात कही।

इस दौरान अध्यक्ष रेलवे बोर्ड श्री सतीश कुमार सहित उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं संबंधित मंडल रेल प्रबंधकों के साथ अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

चौ० श्याम सिंह सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर, अतिथी स्वागत एवं मन मोहक सांस्कृतिक कार्यकमो का होगा आयोजन संवाददाता, बुलंदशह...
25/09/2024

चौ० श्याम सिंह सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर, अतिथी स्वागत एवं मन मोहक सांस्कृतिक कार्यकमो का होगा आयोजन

संवाददाता, बुलंदशहर। चौ० श्याम सिंह सरस्वती शिशु विद्या मन्दिर, वैरा फिरोजपुर, जिला बुलन्दशहर आगामी 2 अक्टूबर 2024 को वार्षिक महोत्सव, महात्मा गांधी जयन्ती और लाल बहादुर शास्त्री जयन्ती का कार्यक्रम बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रो पर माल्यार्पण के उपरान्त दीप प्रज्वलन, अतिथी स्वागत एवं मन मोहक सांस्कृतिक कार्यकमो का आयोजन होगा।

बहुत गर्व की बात हैं कि इस मौके पर मुख्य अतिथी की कुर्सी पर प्रो० डॉ० सदानंद प्रसाद ओ. एस. डी. प्रधानाचार्य डा. भीम राव अम्बेडकर महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय) विराजमान होगें। आपकी उपस्थिति छात्रों के लिये ही नहीं, अपितु पूरे विद्यालय परिवार के लिये अत्यन्त प्रेरणादायक होगी।

आप दिल्ली विश्वविद्यालय में 18 वर्षों से अध्यापन कार्य कर रहे हैं। आपने समाज के लिये बहुत से कार्य किये हैं। आपका योगदान शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सराहनीय रहा हैं। है। आप दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.फिल और पी. एच. डी. (गणित) हैं। आपके देश विदेश में चिन्न भिन्न जर्नल्स में रिसर्च आर्टिकल प्रकाशित हुआ है आप दिल्ली विश्वविद्यालय के आचार्य नरेन्द्र देव महाविद्यालय में विभिन्न कमेटियों के महत्वपूर्ण भूमिकाओं पर आसीन रहे है इसके साथ ही, आपने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रबन्धन समिति के संयोजक, खेल समिति के सदस्य कर रूप मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। आपकी सेवा, समर्पण और नेतृत्व के लिए विद्यालय आपके समक्ष नतमस्तक है।
ऐसे पुनीत अवसर पर आपकी उपस्थित प्रार्थनीय है।

संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan
28/01/2024

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28/01/2024

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संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan पहला संस्करण
28/01/2024

संस्कृत संज्ञान - Sanskrit Sangyan पहला संस्करण

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