07/09/2025
गुजरात के बंदरगाहों से पिछले पांच वर्षों (2020-2025) के दौरान अवैध ड्रग्स की तस्करी के बड़े खुलासे हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस अवधि में देश भर के बंदरगाहों पर 11,300 करोड़ रुपये की अवैध ड्रग्स जब्त की गई, जिसमें से 65% (लगभग 7,383 करोड़ रुपये) गुजरात के बंदरगाहों से जब्त की गई। इनमें अकेले अडानी समूह के मुंद्रा पोर्ट से 6386 करोड़ की ड्रग्स शामिल है। यह जानकारी हाल ही में राज्यसभा में प्रस्तुत की गई।
सरकार ने बताया कि गुजरात के मुंद्रा, पिपावाव, गांधीधाम और अन्य कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस) से इस अवधि में सबसे अधिक ड्रग्स जब्त की गई। विशेष रूप से, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) के मुंद्रा बंदरगाह पर 6,386 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई, जबकि पिपावाव बंदरगाह पर 180 करोड़ रुपये और मुंद्रा व गांधीधाम के सीएफएस पर क्रमशः 377 करोड़ और 302 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई।
इसके अलावा, महाराष्ट्र के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट (जेएनपीटी) पर 2,284 करोड़ रुपये, तमिलनाडु के वीओ चिदंबरनार पोर्ट (तूतीकोरिन) पर 1,515 करोड़ रुपये और कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट पर 78 करोड़ रुपये की ड्रग्स जब्त की गई।
पिछले पांच वर्षों में, देश भर के पांच प्रमुख बंदरगाहों और तीन कंटेनर फ्रेट स्टेशनों पर लगभग 5,000 किलोग्राम अवैध ड्रग्स जब्त की गई। इनमें हेरोइन, कोकेन, मेथमफेटामाइन और ट्रामाडोल टैबलेट्स व इंजेक्शन शामिल हैं। विशेष रूप से, 2024 में मुंद्रा और कोलकाता के सीएफएस से 71.32 लाख ट्रामाडोल टैबलेट्स और 1,000 ट्रामाडोल इंजेक्शन जब्त किए गए।