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5 सेकंड और 9 शब्द, अहमदाबाद प्लेन क्रैश के वक्त ATC को आया था पायलट का मैसेजSat, 14 Jun 2025, 01:23:PM लाइव हिन्दुस्तान,...
15/06/2025

5 सेकंड और 9 शब्द, अहमदाबाद प्लेन क्रैश के वक्त ATC को आया था पायलट का मैसेज

Sat, 14 Jun 2025, 01:23:PM
लाइव हिन्दुस्तान, अहमदाबाद
हम इंसानों की ज़िंदगी में पैदा होने के बाद पहले शब्द और मरने से पहले के आखिरी शब्द मायने रखते हैं। लेकिन जब किसी शख्स के हाथों में 241 लोगों की जान हो और एक हादसे में उन सभी के साथ भी मौत हो जाए तो, उस शख्स के आखिरी शब्द और ज्यादा मायने रखते हैं। अगर वो शब्द उन जानों को बचाने के लिए बोले गए हों तो सब जानना चाहते हैं कि आखिरी शब्द क्या थे।

क्या थे सुमित सभरवाल के आखिरी शब्द
एयर इंडिया का विमान AI-171 के क्रैश होने के तीसरे दिन एक विमान के कॉकपिट से एक खौफनाक संदेश सामने आया है। मेघानीनगर में प्लेन गिरने से पहले सीनियर पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल ने अहमदाबाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल को एक संक्षिप्त संदेश भेजा था। इसमें सुमित ने तीन 'मे डे' तीन बार बोला था। संक्षिप्त मैसे में सुमित ने कहा, " मेडे... मेडे... मेडे... नो पावर..., नो थ्रस्ट..., गोइंग डाउन.

पायलट सुमित सभरवाल द्वारा एटीसी को भेजा गया मैसेज केवल 5 सेकंड का है। इस ऑडियो में सुमित 5 सेकंड में 9 शब्द बोल पाते हैं और उसके तुरंत बाद एयर इंडिया का विमान मेडिकल कॉलेज के आवासीय परिसर की बिल्डिंग से टकराकर ब्लास्ट हो जाता है। इस हादसे में प्लेन में बैठे 242 सदस्यों में से 241 की मौत हो गई। इसके अलावा आवासीय परिसर और सड़क पर मौजूद 33 लोगों की भी मौत हो गई।
ब्लैक बॉक्स मिल गया है, डीटेल आने पर पूरी घटना का विवरण मिल पाएगा

पिताजी के वो  डायलॉग्स... जो बचपन में सिर्फ "शब्द" लगे थे, पर आज "सबक" बन गए हैं! 1. "पढ़ाई पर ध्यान दो, बाकी सब बाद में...
11/06/2025

पिताजी के वो डायलॉग्स...
जो बचपन में सिर्फ "शब्द" लगे थे,
पर आज "सबक" बन गए हैं!

1. "पढ़ाई पर ध्यान दो, बाकी सब बाद में!"

2. "मैं जो कर रहा हूं, सब तुम्हारे लिए कर रहा हूं।"

3. "खुद के पैरों पर खड़ा होना सीख।"

4. "मेरे जैसे मत बन, मुझसे अच्छा बन।"

5. "बड़ा आदमी बन, लेकिन अच्छा इंसान पहले बन।"

6. "नाम रोशन करना, बस यही सपना है मेरा।"

7. "तेरी उम्र में मैं जिम्मेदारियां उठाता था।"

8. "खर्च सोच-समझकर करना, पैसे पेड़ पर नहीं उगते।"

9. "मां को कभी दुख मत देना, नहीं तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।"

10. "बचपन जल्दी निकल जाएगा, सम्हल जा।"

11. "कमाना आसान है, इज्जत कमाना मुश्किल।"

12. "अपने फैसले खुद ले, लेकिन सोच समझकर।"

13. "दोस्ती सोच समझकर करना, सब तेरे जैसे नहीं होते।"

14. "हर वक्त तेरे पीछे नहीं रहूंगा, खुद लड़ना सीख।"

15. "जो भी कर, मेरा सिर ऊँचा होना चाहिए!"

16. "मुझे कुछ नहीं चाहिए बेटा, तू खुश रहे बस।"

17. "जो सीख रहा है, ज़िंदगी में काम आएगा।"

18. "ज़िंदगी में गिरा भी तो उठना सीख।"

19. "तेरे लिए ही तो सब कुछ कर रहा हूं बेटा।"

20. "जिस दिन खुद के लिए खड़ा होगा, उसी दिन मेरा सपना पूरा होगा।"

21. "तू बस मेहनत कर, किस्मत मैं संभाल लूंगा।"

22. "कभी भी झूठ मत बोलना, चाहे हालात कैसे भी हों।"

23. "तू मेरा बेटा है, खुद पर भरोसा रख।"

24. "बेटा कितना भी बड़ा हो जाए, बाप हमेशा बाप ही रहेगा।"

25. "जब मैं नहीं रहूंगा, तब समझेगा कि मैं क्या था।"

🥹 आज जब ये शब्द याद आते हैं, तो लगता है…
तब समझ नहीं आता था, पर आज ये हर वाक्य ज़िंदगी की नींव जैसा लगता है।
अगर आपके पिताजी ने भी कभी इनमें से कुछ कहा हो…
तो दिल से एक ❤️ ज़रूर भेजना...

राजा रघुवंशी शिलांग मर्डर केस -सोनम के पिता की प्लाइवुड फैक्ट्री है। राज कुशवाह उसी फैक्ट्री में नौकरी करता है। यहीं उसक...
09/06/2025

राजा रघुवंशी शिलांग मर्डर केस -

सोनम के पिता की प्लाइवुड फैक्ट्री है। राज कुशवाह उसी फैक्ट्री में नौकरी करता है। यहीं उसका कॉन्टेक्ट सोनम से हुआ।

सोनम अपने पति राजा रघुवंशी को हनीमून ट्रिप के नाम पर शिलांग लेकर गई। पीछे-पीछे राज कुशवाह और उसके दोस्त पहुंच गए। सबने मिलकर राजा रघुवंशी को मार डाला।

शिलांग जेल में इन सबका नया ठिकाना रहेगा...

चौथा आरोपी आनंद कुर्मी भी गिरफ्तार। मध्यप्रदेश के सागर से हुई गिरफ्तारी। मेघालय पुलिस आज शाम 4 बजे तक गाजीपुर, यूपी पहुंच रही है। यहां से सोनम रघुवंशी को कस्टडी में लेगी। पांचों आरोपियों को मेघालय लेकर जाएगी पुलिस।
Crime News

जनसेवा में मानव सेवा समिति का एक और सार्थक कदमपलवल, हरियाणामानव सेवा समिति पलवल शाखा द्वारा हुड्डा सेक्टर 2 में काम कर र...
09/06/2025

जनसेवा में मानव सेवा समिति का एक और सार्थक कदम
पलवल, हरियाणा
मानव सेवा समिति पलवल शाखा द्वारा हुड्डा सेक्टर 2 में काम कर रहे मजदूरों को गर्मी से कुछ राहत दिलाने के लिए महिलाओं और बच्चों को ग्लूकोन-डी के डिब्बे और पुरुषों को चप्पल वितरित की गई जिससे कि उनको तपती धूप में थोड़ा सा कुछ राहत मिल सके|

समिति के अध्यक्ष सीता वर्मा बात कहती हैं कि गर्मी का सितम कुछ ऐसा है कि हमें अपने घरों में बैठे भी गर्मी से राहत नहीं मिल पा रही है जबकि यह मजदूर इतनी तपती दोपहर में इतनी तेज धूप में भी अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए लगातार मजदूरी करते हैं, ताकि उनके परिवार का पालन पोषण पालन होता रहे|
हालांकि हमारे द्वारा की गई यह छोटा सा प्रयास है, लेकिन उनके लिए सभी यदि थोड़ा बहुत कुछ सेवा करते रहे तो शायद इन्हें भी इस तपती झुलसती गर्मी से हम कुछ राहत दिलाने में अपना योगदान दे सकें|
आज इस चप्पल और ग्लूकोन-डी वितरण के कार्यक्रम में मोनिका सिंगला, कृष्णा सिंह, सुनीता सिंह, डॉक्टर रूप कुमार, दुर्गेश गुप्ता, एस के जैन एवं हरीश सिंगला उपस्थित रहे!

08/06/2025

क्या हुआ था उस दिन मुरली वाले हौसला के साथ, सर्प मित्र को काटा कोबरा, जान पर बन आई
#सर्पमित्र
🐍

26/05/2025

भिखारी पकड़ो 1000 इनाम पाओ

गोरखपुर में एक युवक अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंचा। युवती के परिजनों ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया और ...
18/04/2025

गोरखपुर में एक युवक अपनी प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंचा। युवती के परिजनों ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया और युवक का प्राइवेट पार्ट काट डाला।


खबर का लिंक...
https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/family-members-cut-off-the-private-part-of-a-young-man-who-came-to-meet-his-girlfriend-201744794182342.html

बहुत ही दुखद 😓 अफसोसये मामला साल 2020 का है. 17 साल के शोएब शेख के परिवार के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में गुमशुदग...
17/04/2025

बहुत ही दुखद 😓 अफसोस
ये मामला साल 2020 का है. 17 साल के शोएब शेख के परिवार के सदस्यों ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. 4.5 साल बाद भी पुलिस को लापता लड़के का कोई सुराग नहीं मिला. लेकिन हाल ही में क्राइम ब्रांच की जांच में पचा चला कि लड़के की तो हत्या की जा चुकी है.

घटना भिवंडी के नवीबस्ती की है. आरोप है कि यहां रहने वाले मौलाना गुलाम रब्बानी शेख ने अपनी दुकान के अंदर एक नाबालिग का यौन शोषण किया था. मौलाना की काली करतूत को 17 साल के शोएब शेख ने देख लिया था. पकड़े जाने के डर से मौलाना ने शोएब को अपनी दुकान में बुलाया और गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी. बाद में उसके शव के टुकड़े कर उन्हें नवीबस्ती के नेहरू नगर अपनी दुकान के नीचे दफना दिया, ताकि किसी को कुछ पता नहीं चले.

मेरठ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पति को जान से मारने के बाद खुद बचने के लिए मुस्कान और साहिल की त...
17/04/2025

मेरठ में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पति को जान से मारने के बाद खुद बचने के लिए मुस्कान और साहिल की तरह खौफनाक साजिश रची गई. इस बार नीला ड्रम नहीं बल्कि सपेरे से एक सांप खरीद कर लाया गया. पति को मारने के बाद पत्नी रविता ने उसे बिस्तर पर छोड़ दिया. बाद में दावा किया गया कि एक युवक को सोते समय सांप ने 10 बार डंसा और उसकी मौत हो गई. लेकिन उसकी हत्या गला दबाकर की गई थी पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने असलियत सामने ला दी

16/04/2025

वक्फ कानून धार्मिक मामलों मे सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने रखी दलील

वक्फ कानून में बदलाव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिकाओं पर सुनवाई हुई, जिसमें चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने मामले की सुनवाई की। केंद्र सरकार ने भी कैविएट याचिका दायर कर कोर्ट से अपील की है कि कोई भी आदेश पारित करने से पहले उनकी दलीलें सुनी जाएं।
सुप्रीम कोर्ट में 70 से ज्यादा याचिकाओं पर सुनवाई चल रही है।
नई दिल्लीः वक्फ कानून में बदलाव के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई सभी याचिकाओं पर दो बजे सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस संजीव खन्‍ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस के.वी. विश्वनाथन की बेंच ने मामले में सुनवाई की। इस दौरान वक्फ से संबंधित सभी मामले नहीं सुने गए। मामले की सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल ने कहा कि यह कानून धार्मिक मामलों में दखल देता है। साथ ही यह बुनियादी जरूरतों का अतिक्रमण करता है। सिब्बल ने इस मामले में अनुच्छेद 26 का हवाला दिया। इसे पहले कोर्ट ने याचिकाकर्ता से पूछा था कि आपके तर्क क्या हैं?
चीफ जस्टिस ने सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल से कहा कि समय कम है। इसलिए आप याचिका की मुख्य मुख्य और बड़ी बातें बताएं। सिब्बल ने कहा कि सेंट्रल वक्फ काउंसिल 1995 के अनुसार, सभी सदस्य मुस्लिम थे। मेरे पास एक चार्ट है। चार्ट में दिख रहा है कि हिंदू या सिख धर्मार्थ संस्थानों में, सदस्य हिंदू या सिख ही होते हैं। ये नियम का सीधा उल्लंघन है। उनके अनुसार, ये 20 करोड़ लोगों के अधिकारों का संसदीय अतिक्रमण है।

चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया ने दूसरे प्रावधान को देखने को कहा। उन्होंने कहा कि क्या इसका मतलब है कि पूर्व-अधिकारी को छोड़कर सिर्फ दो सदस्य ही मुस्लिम होंगे? सिब्बल ने नियम S.9 की तरफ ध्यान दिलाया, उन्होंने कहा कि कुल 22 सदस्य होंगे, जिनमें से 10 मुस्लिम होंगे। वहीं जस्टिस विश्वनाथन का कहना है कि प्रॉपर्टी को धर्म के साथ नहीं मिलाना चाहिए। प्रॉपर्टी का मामला अलग हो सकता है। सिर्फ प्रॉपर्टी का मैनेजमेंट धार्मिक मामलों में आ सकता है। बार-बार ये कहना ठीक नहीं है कि ये ज़रूरी धार्मिक काम है।

सिब्बल ने कहा कि पहले कोई रोक-टोक नहीं थी। बहुत सी वक्फ संपत्तियों पर लोगों ने कब्ज़ा कर लिया था। CJI ने कहा कि लिमिटेशन एक्ट के अपने फायदे हैं। सिब्बल ने एक अलग बात कही। उन्होंने कहा कि कानून कहता है कि मुझे 2 साल के अंदर दावा करना होगा। कई संपत्तियां तो रजिस्टर्ड भी नहीं हैं, तो मैं कैसे दावा करूं? CJI खन्ना ने कहा, "आप यह नहीं कह सकते कि अगर आप लिमिटेशन पीरियड लगाते हैं, तो यह असंवैधानिक होगा।" इसका मतलब है, समय सीमा लगाना गलत नहीं है। सिब्बल का कहना है कि इस नियम से वक्फ संपत्तियों पर कब्ज़ा करने वालों को फायदा होगा। वे अब प्रतिकूल कब्ज़े का दावा कर सकते हैं। यानी, वे कह सकते हैं कि वे लंबे समय से उस संपत्ति पर कब्ज़ा किए हुए हैं, इसलिए अब वह उनकी हो जानी चाहिए।

जस्टिस एम.एम. सुंदरेश अदालत में नहीं रहे। इसलिए, अदालत नंबर 8 में जस्टिस एम.एम. सुंदरेश और जस्टिस राजेश बिंदल की बेंच के लिए सूचीबद्ध मामले अब जस्टिस राजेश बिंदल और जस्टिस के.वी. विश्वनाथन की बेंच ने सुनी। वक्फ कानून को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है। इस संबंध में 73 याचिकाएं दायर की गई हैं।

किन किन की याचिका पर सुनवाई
AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद, RJD सांसद मनोज कुमार झा और TMC सांसद महुआ मोइत्रा जैसे कई लोगों ने याचिका दायर की है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलेमा-ए-हिंद भी याचिकाकर्ताओं में शामिल हैं। द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) पार्टी, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, YSRC पार्टी और समस्ता केरल जमीअतुल उलेमा ने भी याचिका दायर की है। दिल्ली के MLA अमानतुल्लाह खान, SP सांसद जिया उर रहमान और बेंगलुरु के जामा मस्जिद के इमाम भी याचिकाकर्ताओं में शामिल हैं। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, TVK अध्यक्ष और तमिल अभिनेता विजय और एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स आदि भी याचिका दायर करने वालों में शामिल हैं।

वहीं राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, असम, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ राज्यों ने इस अधिनियम का समर्थन करते हुए हस्तक्षेप याचिकाएं दायर की हैं। केंद्र सरकार ने भी एक कैविएट दाखिल किया है। इसका मतलब है कि सरकार को इस मामले में कोई भी फैसला लेने से पहले सूचित किया जाएगा।

सुप्रीम कोर्ट में कैविएट याचिका दायर
इस मामले में केंद्र सरकार ने भी सुप्रीम कोर्ट में कैविएट याचिका दायर की है। याचिका में केंद्र ने कोर्ट से अपील की है कि वह इस मामले में कोई भी आदेश पारित करने से पहले केंद्र सरकार की दलील भी सुने। केंद्र सरकार का कहना है कि अदालत को बिना सुनवाई के कोई एकतरफा आदेश पारित नहीं करना चाहिए। केंद्र सरकार ने कैविएट याचिका में स्पष्ट किया है कि उसे इस महत्वपूर्ण मामले में अपना पक्ष रखने का पूरा अवसर मिलना चाहिए, ताकि अदालत द्वारा कोई भी निर्णय पारित करते समय केंद्र की दलील भी शामिल हो सकें।

कानून पर लग चुकी है राष्ट्रपति की मुहर
बता दें कि संसद के दोनों सदनों से बजट सत्र में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मंजूरी मिल चुकी है। इस संबंध में गजट अधिसूचना जारी होने के साथ ही वक्फ अधिनियम, 1995 का नाम भी बदलकर यूनिफाइड वक्फ मैनेजमेंट, इम्पावरमेंट, एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट (उम्मीद) अधिनियम, 1995 हो गया

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