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27/08/2025

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Three poems by
22/08/2025

Three poems by

Translated by S. Baranczak & C. Cavanagh
20/08/2025

Translated by S. Baranczak & C. Cavanagh

कितना खौफ़नाक समय हैजब बच्चे इतने ख़तरनाक सवाल पूछते हैंकि उनका जवाब देने के लिएहम इस हताश ढंग सेनिरुत्तर हो जाते हैंकि ...
19/08/2025

कितना खौफ़नाक समय है
जब बच्चे इतने ख़तरनाक सवाल पूछते हैं
कि उनका जवाब देने के लिए
हम इस हताश ढंग से
निरुत्तर हो जाते हैं
कि उन्हें पीटने लगते हैं
जबकि हम जानते हैं
किसी को पीटना
मारना
किसी सवाल का जवाब नहीं
बच्चे तो हमेशा
नए-नए सवाल पूछते आए हैं
और भविष्य में भी पूछते जाएँगे
जैसे
मछलियाँ चश्मे क्यों नहीं पहन लेतीं
ताकि मछेरों को देख पाएँ
और उनके जालों से भाग जाएँ

हमारी चिंता तो यह है
हमारे बच्चे खिलौनों की बातें क्यों नहीं करते
दादी माँ से कहानियाँ नहीं सुनना चाहते
वे जानना चाहते हैं
लोकल बस में
जिस अँकल के प्लास्टिक-डिब्बे में
दो सूखी रोटियाँ
और थोड़ा-सा अचार था
उसकी पुलिस ने तलाशी क्यों ली
पुलिस ने उसे क्यों पीटा
क्यों मारा...
..माँ, जिन लोगों से तुम नफ़रत करती हो
क्यों हमें
वे अक्सर
अपनी साइकिलों पर स्कूल से घर छोड़ जाते हैं
क्यों हमें
वे आइसक्रीम खिलाते हैं
हमारे गालों को चूमते हैं
बालों को सहलाते हैं...
..पिता,
'कर्फ़्यू' कहाँ से आता है
कितनी अच्छी चीज़ है यह कर्फ़्यू
हमें स्कूल नहीं जाना पड़ता
और तुम्हें काम पर...
..ओ माँ!
ओ पिता!
इतने अच्छे दिनों में भी
तुम दोनों दुःखी-दुःखी क्यों रहते हो?
जब हम बच्चे सवाल पूछते हैं
तुम इस हताश ढंग से
निरुत्तर हो जाते हो
कि अपने-आपको
हमें पीटता हुआ पाते हो
जबकि तुम जानते हो
किसी को पीटना
मारना
किसी सवाल का जवाब नहीं।

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18/08/2025

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कविताएँ लिखनी चाहिए / देवी प्रसाद मिश्र जैसा कि एक कवि कहता है कि मातृभाषा में ही लिखी जा सकती है कवितातो मातृभाषा को या...
18/08/2025

कविताएँ लिखनी चाहिए / देवी प्रसाद मिश्र

जैसा कि एक कवि कहता है कि मातृभाषा में ही लिखी जा सकती है कविता

तो मातृभाषा को याद रखने के लिए लिखी जानी चाहिए कविता
और इसलिए भी कि यह समझ धुँधली न हो

कि पिता पहला तानाशाह होते हैं
और जैसा कि मैं कह गया हूँ माँएँ पहला कम्युनिस्ट

पड़ोसियों ने फ़ासिस्ट न होने की गारंटी कभी नहीं दी
इलाहाबाद से दिल्ली के सफ़र के शुरू में

एक आदमी ने सीट को एक्सचेंज करने का प्रस्ताव रखा
फिर उसने कहा कि और क्या एक्सचेंज किया जा सकता है

मैंने कहा कि मैं किसी को अपना कोहराम नहीं देने वाला
जाते-जाते वह कह गया कि झूठ पर फ़िल्म बनाने के बहुत पैसे मिलते हैं

मैंने ग़ायब होने के पहले कहा
कि जो संरक्षण संविधान में कवि को मिलना चाहिए था वह गाय को मिल गया

पान खाते हुए वह हँस पड़ा और उसका सारा थूक मेरे मुँह पर पड़ गया
कविताएँ लिखनी चाहिए ताकि कवि नैतिक अल्पसंख्यक न रह जाएँ

कविताएँ लिखी जानी चाहिए ताकि मुक्केबाज़ के तौर पर मोहम्मद अली की याद रहे
और देश के तौर पर वियतनाम की

और बसने के लिए फ़िलिस्तीन से बेहतर कोई देश न लगे
और वेमुला होना सबसे ज़्यादा मनुष्य होना लगे

कविताएँ लिखनी चाहिए क्योंकि ऋतुओं और बहनों के बग़ल से गुज़रने को
कविताएँ ही रजिस्टर करती हैं और पत्तों और आदमी के गिरने को

कविताएँ लिखी जानी चाहिए क्योंकि कवि ही करते हैं वापस पुरस्कार
और उन्हें ही आती है अख़लाक़ पर कविताएँ लिखते हुए रो पड़ने की अप्रतिम कला

Poems by .musings
17/08/2025

Poems by .musings

Four Poems by Ayaan Halder
16/08/2025

Four Poems by Ayaan Halder

a sock poem by jonathan moya
13/08/2025

a sock poem by jonathan moya

Love Poems by Ashwin KumarLink in Bio.
12/08/2025

Love Poems by Ashwin Kumar

Link in Bio.

उकताहट / अजय नेगी तुमने मेरे आँसू टपकते देखेतुमने मेरी चीख़ों को बर्दाश्त कियातुमने रात भर मेरी सिसकियाँ सुनींतुमने मेरी...
12/08/2025

उकताहट / अजय नेगी

तुमने मेरे आँसू टपकते देखे
तुमने मेरी चीख़ों को बर्दाश्त किया
तुमने रात भर मेरी सिसकियाँ सुनीं
तुमने मेरी बातों को ख़ुद तक सीमित रखा
ऐ मुर्दा दीवारो,
तुमने वह सब किया
जिसकी उम्मीद मुझे मनुष्य से थी!

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