
24/12/2024
शर्म करो सरकार
#प्रेरक_सोमवार
बिहार के दशरथ मांझी याद होंगे आपको, केवल एक हथौड़ा और छेनी लेकर उन्होंने अकेले ही 360 फुट लंबी 30 फुट चौड़ी और 25 फुट ऊंचे पहाड़ को काट के एक सड़क बना डाली थी। अब ओडिशा में एक शख्स ने अपनी हिम्मत और मेहनत से नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया है।
कंधमाल जिले के गुमसाही गांव के रहने वाले 45 वर्षीय जालंधर नायक ने पहाड़ काटकर 8 किलोमीटर लंबा रास्ता बनाया है। नायक ने 2 साल तक अकेले लगातार काम कर पहाड़ को काटकर सड़क बनाई।
सब्जी बेचकर गुजारा करने वाले नायक खुद तो कभी स्कूल नहीं गए, लेकिन वह चाहते थे कि उनके तीन बच्चे फूलबानी के स्कूल में जाकर पढ़ें-लिखें। मगर स्कूल तक जाने के लिए पहाड़ की मुश्किल चढ़ाई करनी पड़ती थी। इसी ने उन्हें सड़क बनाने के लिए प्रेरित किया।
जालंधर कहते हैं, “मैंने यह बीड़ा इसलिए उठाया ताकि मेरे तीनों बेटों के लिए ज़िन्दगी आसान हो। उनको स्कूल तक पहुंचने के लिए हर रोज़ पांच पहाड़ों से गुज़रना पड़ता था।”
उनके प्रयासों के बारे में जब प्रशासन को पता चला तो 2018 में इस माउंटेन मैन को सम्मानित किया गया। नायक को आर्थिक मदद दी गई और रोड को पूरा कराने के लिए और मजदूरों को भी काम पर लगाया गया; ताकि नायक को यह कठोर काम अकेले ना करना पड़े।
गुमसही गाँव में अकेले नायक का ही परिवार रहता है, बाकी गांववाले यहां संसाधनों की कमी के चलते गांव छोड़कर पलायन कर चुके हैं। खुशी की बात यह है कि उनकी पहल के बाद, जिला प्रशासन की मदद से गांव तक पक्की रोड का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है।
सलाम है ऐसे सच्चे 'नायक' को!