
21/07/2024
कांवड़ मार्ग पर
मोहन के ठेले के आम
दूर से ही चमक रहे हैं
दूर तक गमक रहे हैं
हाजी उस्मान आढ़तिया के यहां से
आए हैं, मलीहाबाद के ये आम
ठेले पर मोहन का नाम है
लेकिन आम बेनाम हैं
पता नहीं किसके बाग के हैं
कौन तोड़ा है इन्हें
अलबत्ता, आधे घंटे पहले ही
कल्लू खान से मोहन ने मंगाया है!