12/09/2025
हरियाणा के मेवात की एक 80 साल की बुजुर्ग माँ ने वो कर दिखाया जो शायद हममें से बहुत लोग सोच भी नहीं सकते। अपनी ज़िन्दगी की सारी जमापूंजी और गहने उन्होंने पंजाब बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दान कर दिए। 🙏 सोचिए… जिस उम्र में लोग अपनी दवाई, आराम और तकलीफ़ों में उलझे रहते हैं, उस उम्र में इस माँ ने इंसानियत को सबसे ऊपर रखा। अपने लिए कुछ भी न रखते हुए, उन्होंने सबकुछ उन लोगों के लिए समर्पित कर दिया जिन्हें वो जानती भी नहीं। ये कहानी सिर्फ मदद की नहीं, बल्कि त्याग और करुणा की मिसाल है। जब पूरी दुनिया अपनी परेशानियों में उलझी हुई है, तब ये माँ हमें सिखाती हैं कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है।
हम सबके लिए ये एक सीख है—पैसा, गहने और सामान सब यहीं रह जाएगा, पर इंसानियत और भलाई के काम ही हमें अमर बनाते हैं। 💕
🙏 सलाम है इस माँ को, जिन्होंने साबित कर दिया कि उम्र कभी भी इंसानियत के रास्ते में रुकावट नहीं बन सकती।