Santon Ki Bani

  • Home
  • Santon Ki Bani

Santon Ki Bani Santmat, Santon ki Bani, Santon ke Vachan, Spritualism, Sakhian, Adhyatmikta

26/08/2025

संतो की बानी 🙏
भगत वछल हर बिरद आप बनाइआ।। जह जह संत आराधह तह तह प्रगटाइआ ।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 456)
अपने सच्चे भक्तों से प्यार करना परमात्मा का स्वभाव है और जहां कहीं भी उसके भक्त उसे सच्चे मन से याद करते हैं, वह परमात्मा अपने आप को उन पर प्रकट करता है।

25/08/2025

संतो की बानी🙏
गुरु तीरथ गुरु पारजात गुरु मनसा पूरण हार।। गुरु दाता हर नाम देइ उधरै सभ संसार।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 52)
गुरु सच्चा तीर्थ है और मन की सभी कामनाएं पूरी करने वाला पारिजात वृक्ष भी है। वह चाहे तो नाम का दान बख्शकर अपने द्वार पर आए संसार के सब लोगों का उद्धार कर दे । फिर उसके होते तीर्थो पर भटकने की क्या जरूरत रह जाती है ?

21/08/2025

संतो की बानी🙏
पूअर ताप गेरी के बसत्रा ।। अपदा का मारिआ गिरह ते नसता।। देस
छोड परदेस धाइआ।। पंच चंडाल नाले लै आइआ।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 730)
गुरु अर्जन देव जी फरमाते हैं योगी ने घर त्याग दिया, वस्त्रो का रंग बदल लिया, कानों में छेद करवा लिए, पर अंदर बैठे पांच चांडालो से न बच सका।

19/08/2025

संतो की बानी 🙏
जा का मीत साजन है समीआ ।।
तिस जन कउ कहो का की कमीआ ।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 186)
अगर अपना अहम और अपनी हस्ती, सब सारहीन वस्तुएं परमेश्वर के द्वार पर अर्पण करके केवल उस परमात्मा को अपना बना ले, तो सब कमियां खत्म हो जाती है, संतुष्टि आ जाती है।

11/08/2025

संतो की बानी🙏
राम नाम मन बेधिआ अवर कि करी विचार।। शब्द सुरत सुख उपजै प्रभु रातउ सुख सार।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 62)
गुरु नानक साहब फरमाते हैं कि हिरन की तरह चंचल मन जब भी बेधा जाता है, नाम के बाण से बेधा जाता है। नाम की कमाई के बिना मन को वश में करने का यत्न करना अपना समय बर्बाद करने के समान है

07/08/2025

संतो की बानी 🙏
कोट करम करै हउ धारे। सृम पावै सगले बिरथारे।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 278)
कोई व्यापारी कभी ऐसा सौदा नहीं करता जिसमें उसे हानि होने का भय हो। ऐसा सौदा भी नहीं, जिसमें उसे लाभ होता नजर ना आए। हम 'मैं-मेरी' की भावना के अधीन होकर जो भी कर्म करते हैं, वे हर संभव प्रयत्न करने के बावजूद भी व्यर्थ जाते हैं:

04/08/2025

संतो की बानी 🙏
दाती साहिब संदीआ किआ चलै तिस नाल। इक जागदे ना लहनि इकना सुतिआ देइ उठालि।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 83)
यदि परमात्मा किसी इंसान को कुछ देना चाहते हैं तो सोए हुए को या अचेत को उठाकर भी दे देते हैं, यदि नहीं देना चाहते तो जागते हुए या सचेत भी खाली रह जाते हैं।

02/08/2025

संतो की बानी🙏
नानक का प्रभु सोए जिस का सभ कोए।। सरब रहिआ भरपूर सचा सच सोए।।
(ग्रन्थ साहिब पृष्ठ 398)
उसकी सृष्टि में सब जीव उसी का अंश है। यह सत्य द्वैत के हर भेदभाव से मुक्त होने का साक्षी है। अगर उनमें से कोई उस सृजनहार के लिए पराए हो, तो वह उनके अंदर क्यों मौजूद होगा? गुरु अर्जन देव स्पष्ट करते हैं कि वह प्रभु हम सब का प्रतिपालक है और उसका अपनापन, उसका संरक्षण अस्थाई या थोड़ी देर का नहीं, सदा रहने वाला है, अमर है, अकाल है; प्रभु हर जगह, हर जीव में मौजूद है ।।

Address

B-1/357, Janakpuri, New Delhi-110058, India

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Santon Ki Bani posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share