
16/07/2024
यह वचन 2 कुरिन्थियों 2:14 बाइबल में है और इसका मतलब यह है:
इसे विस्तार से समझें:
1. **परमेश्वर का धन्यवाद हो**: यह परमेश्वर की स्तुति और आभार प्रकट करने का एक तरीका है। इसका मतलब है कि हमें भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए।
2. **जो हमें मसीह यीशु में सदा जयवन्त कराता है**: इस वाक्यांश का अर्थ है कि परमेश्वर हमें यीशु मसीह के माध्यम से विजय और सफलता दिलाता है। "जयवन्त" का मतलब है हमेशा जीतना। जब हम यीशु में विश्वास करते हैं, परमेश्वर हमें हर परिस्थिति में विजयी बनाते हैं।
3. **अपने ज्ञान की सुगन्ध हम में हर जगह प्रगट करता है**: यह बताता है कि परमेश्वर का ज्ञान और उनकी महिमा हममें से होकर हर जगह फैलती है। "सुगन्ध" का अर्थ है एक अच्छी महक, जो यहां प्रतीकात्मक रूप में परमेश्वर के ज्ञान और गुणों को दर्शाती है। इसका मतलब यह है कि जब हम परमेश्वर के साथ चलते हैं, उनके ज्ञान और गुण हमारे जीवन में प्रकट होते हैं और दूसरे लोग भी इसे महसूस कर सकते हैं।
इस वचन का सार यह है कि हमें परमेश्वर का धन्यवाद करना चाहिए क्योंकि वह हमें यीशु मसीह के माध्यम से हमेशा विजय देता है और उनके ज्ञान और गुण हमारे जीवन के माध्यम से हर जगह फैलते हैं।