
16/04/2025
शाम की ठंडी हवा में शहर की रौशनी जगमगा रही थी। सड़क किनारे लगे पौधों के पास एक छोटा सा स्टॉल था, जहां कई लोग आ-जा रहे थे। लेकिन भीड़ से अलग, दो दिल आपस में कुछ खास साझा कर रहे थे।
अंकित और माया, एक साधारण जोड़ा, जिनकी दुनिया छोटी-सी खुशियों से बनी थी। उस दिन, माया की आंखों में एक अलग ही चमक थी जब उसने एक नन्हे से पिल्ले को अपनी गोद में लिया। उसकी कोमल उंगलियाँ पिल्ले के छोटे पंजों को सहला रही थीं, और अंकित के चेहरे पर वो मुस्कान थी जो सिर्फ सच्चे प्रेम में ही खिलती है।
"ये हमारा नन्हा बच्चा होगा," माया ने प्यार से कहा।
अंकित ने उसके हाथों को थामते हुए जवाब दिया, "इससे अच्छा तोहफा हमें क्या मिल सकता है?"
वो रात सिर्फ एक पिल्ला गोद लेने की नहीं थी, वो रात थी एक नई शुरुआत की—जहां तीन दिल एक साथ धड़कने लगे थे।