29/10/2025
एक करोड़ 15 लाख की लागत से बन रहे स्कूल भवन में मिट्टी युक्त डस्ट का उपयोग
शिकायत के बाद अधिकारियों ने कहा — घटिया निर्माण कार्य को तोड़ा जाएगा
सागर।जिले के देवरी विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य ग्राम चिरचिटा सुखजू में लगभग ₹1 करोड़ 15 लाख की लागत से शासकीय हाई स्कूल भवन का निर्माण कार्य जारी है। यह कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग (आरईएस) क्रमांक-2 द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है।ग्रामीणों ने प्रारंभ से ही घटिया निर्माण कार्य को लेकर शिकायतें की थीं। स्थानीय समाचार पत्र के संवाददाता की टीम जब स्थल निरीक्षण के लिए पहुँची, तो पाया गया कि निर्माण में मिट्टी युक्त डस्ट का उपयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही, जंग लगे सरिए भी लगाए जा रहे हैं। इन सभी बातों के प्रमाण मौजूद हैं।इस संबंध में कार्यपालन यंत्री और सहायक यंत्री से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि “मेरे द्वारा निरीक्षण किया जाएगा। यदि घटिया कार्य पाया गया, तो सुधार कराया जाएगा।”ग्रामीणों ने बताया कि विभागीय लापरवाही और समय पर निरीक्षण न होने के कारण निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यद्यपि अधिकारी ठेकेदार को गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के लिए पत्राचार कर रहे हैं, लेकिन जमीनी स्थिति इससे भिन्न दिखाई दे रही है।
सूत्रों के अनुसार, विभागीय अधिकारियों द्वारा कुछ हिस्सों में सुधार के निर्देश दिए गए हैं, परंतु यह देखना शेष है कि वास्तव में सुधार होगा या नहीं। ग्रामवासियों ने कहा कि वर्षों से वे इस विद्यालय भवन की मांग कर रहे थे, और स्थानीय विधायक बृजबिहारी पटेरिया के प्रयासों से भवन स्वीकृत हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि “जब भवन पर एक करोड़ से अधिक की राशि खर्च की जा रही है, तो निर्माण कार्य उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए। अधिकारी समय-समय पर निरीक्षण करें ताकि भविष्य में कोई गुणवत्ता पूर्ण कार्य हो।वर्तमान में भवन के पिलर निर्माण कार्य जारी हैं, जिनकी गुणवत्ता को लेकर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं। घटिया सामग्री का उपयोग भवन की मजबूती पर संदेह पैदा कर रहा है।
इनका कहना है:
“उक्त निर्माण कार्य को लेकर गुणवत्ता में सुधार हेतु निर्देशित किया गया है। जो भी घटिया निर्माण कार्य पाया जाएगा, उसे तोड़वाया जाएगा।”
— गुरुकुल प्रभाकर, सहायक यंत्री, आरईएस देवरी
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