07/10/2025
आपकी भावना कोर्ट में आहत हुई आपने जूता फेंका। हमारी भावना, हमारा शरीर, हमारा स्वाभिमान तो सैकड़ों साल से गली, मोहल्ले, सड़क, यात्रा, बारात, दफ्तर, कूआं, खेत, फैक्ट्री, स्कूल हर जगह आहत किया जा रहा है, राकेश किशोर हम क्या करें?
वैसे भी मनुस्मृति के अनुसार शूद्र तो शूद्र ही रहेगा भले ही वो चीफ़ जस्टिस बन जाए या मुख्यमंत्री, राज्यपाल, महामहिम राष्ट्रपति... BHIM ARMY Chandra Shekhar Aazad