26/09/2025
✨ जहां लोग KBC में करोड़पति बनने का सपना लेकर जाते हैं, वहीं बिहार के कैमूर के बेटे राघवेंद्र कुमार – “हेलमेट मैन ऑफ इंडिया” वहां पहुँचे ज़िंदगी बचाने का संदेश लेकर।
जहां लोग कौन बनेगा करोड़पति में करोड़ों जीतने का सपना लेकर जाते हैं, वहीं बिहार के कैमूर जिले की धरती से निकले बेटे राघवेंद्र कुमार जी, जिन्हें पूरा देश "हेलमेट मैन ऑफ इंडिया" के नाम से जानता है, वहां एक अलग सपना लेकर पहुंचे—करोड़पति बनने का नहीं, बल्कि ज़िंदगियां बचाने का।
हाथों में दो हेलमेट थामे, महानायक अमिताभ बच्चन को सुरक्षा का संदेश देकर उन्होंने यह दिखा दिया कि असली जीत पैसों की नहीं, बल्कि इंसानियत की होती है।
2014 में अपने दोस्त कृष्ण को बिना हेलमेट हादसे में खोने के बाद राघवेंद्र जी ने जीवन की दिशा ही बदल दी। नौकरी छोड़ी, ग्रेटर नोएडा का घर तक बेच दिया, और अब तक पूरे देश में 60,000 से अधिक हेलमेट मुफ्त बाँट चुके हैं। उनकी इस अनोखी जंग से अब तक 35 कीमती जिंदगियाँ बचाई जा चुकी हैं।
यह संघर्ष सिर्फ़ उनका व्यक्तिगत मिशन नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए सीख है—कि एक इंसान की पहल करोड़ों की सोच बदल सकती है।
कैमूर की मिट्टी से निकले इस सच्चे सपूत पर न सिर्फ़ बिहार, बल्कि पूरा देश नाज़ करता है।
राघवेंद्र भाई को प्रणाम—जिन्होंने हमें सिखाया कि करोड़ों सपनों से बड़ी जंग है जीवन बचाने की जंग। 🙏🏼
🙏 असली जीत पैसों की नहीं, इंसानियत की है।
कैमूर की इस धरती पर जन्मे सपूत पर पूरे देश को गर्व है।
प्रणाम है राघवेंद्र भाई को—
जिन्होंने करोड़ों सपनों से बड़ी जंग लड़ी: जीवन बचाने की जंग ❤️