04/12/2021
सबको सुकून की तलाश हैं।
कोई डूबा हैं किसी की यादो में,
तो किसी को अपने रूह की तलाश हैं।
कोई छोड़ना चाहता हैं इसे,
तो किसी को इसका सरताज बनने की आस हैं।
सुकून तो इसके जीने में हैं,
पर इसे ढूंढ़ने का वक़्त किसके पास हैं।
वक़्त निकालिये उनके लिए,
जो आपका अपना, या आपका खास हैं।
फिर देखिए मिलता हैं या नहीं,
वो सुकून जिसकी आपको तलाश हैं।