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25/09/2025
Yogi ji ki movie flop 19 sep 2025Modi ji ki movie flop 11 april 2025Ab poori BJP flop
21/09/2025

Yogi ji ki movie flop 19 sep 2025
Modi ji ki movie flop 11 april 2025
Ab poori BJP flop

👉 जगह: लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश👉 मामला शुरू: 12 जून 2018 – जब पुष्पा सिंह ने लखीमपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन ...
20/09/2025

👉 जगह: लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश
👉 मामला शुरू: 12 जून 2018 – जब पुष्पा सिंह ने लखीमपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन का पद संभाला।
👉 भर्ती विज्ञापन: दिसंबर 2019 – अखबार में लिपिक/कैशियर और चतुर्थ श्रेणी पदों के लिए विज्ञापन निकाला गया, जिसमें आवेदन की अंतिम तिथि 31 दिसंबर 2019 रखी गई।
👉 समय अवधि: साल 2019 से लेकर 2024 तक, इसी दौरान बैंक में 27 नियुक्तियां हुईं।

27 नियुक्तियों में से 55% यानी 15 पद ठाकुर बिरादरी के लोगों को मिले।

एससी-एसटी कोटे में 6 पद भरने थे, लेकिन केवल 2 पर ही भर्ती की गई।

नियुक्तियां केवल आम उम्मीदवारों को नहीं मिलीं, बल्कि मंत्री, सांसद, विधायक और अफसरों के रिश्तेदारों को सीधे कैशियर और बाबू बना दिया गया।

जांच करने आए अफसर तक के भतीजे को नौकरी दे दी गई, ताकि मामले पर पर्दा डाला जा सके।

👉 इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड माना जा रहा है तत्कालीन चेयरमैन पुष्पा सिंह, जिनके इशारे के बिना ये संभव नहीं था।
👉 इन्वेस्टिगेशन में सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बेटी और पूर्व सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा के रिश्तेदार तक को इस बैंक में नौकरी दे दी गई। #लखीमपुरभर्तीघोटाला
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ाका
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1. पृष्ठभूमितारीख़: 28 मई 2008घटना: नेपाल राजशाही से बदलकर गणतांत्रिक देश बना।समस्या:2008 से अब तक राजनीतिक अस्थिरता लगा...
15/09/2025

1. पृष्ठभूमि

तारीख़: 28 मई 2008

घटना: नेपाल राजशाही से बदलकर गणतांत्रिक देश बना।

समस्या:

2008 से अब तक राजनीतिक अस्थिरता लगातार बनी रही।

भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और नौकरशाही की जड़ता से जनता नाराज़ रही।

युवा वर्ग (खासतौर पर जेन ज़ी) सोशल मीडिया से बहुत प्रभावित और सक्रिय है।

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2. विरोध की चिंगारी – सोशल मीडिया बैन

तारीख़: 4 सितंबर 2025

जगह: काठमांडू (सरकार का आदेश, पूरे नेपाल में लागू)

घटना: प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आदेश दिया कि नेपाल में 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (Facebook, Instagram, WhatsApp, Twitter/X, YouTube आदि) पर प्रतिबंध लगे।

कारण:

सरकार का आरोप → सोशल मीडिया कंपनियां नेपाल के कानूनों का पालन नहीं कर रही थीं।

सरकार का बचाव → "फेक न्यूज और असामाजिक गतिविधियों को रोकने के लिए"।

प्रभाव:

लगभग 55% नेपाली (1.6 करोड़+ लोग) इंटरनेट से जुड़े हैं।

इनमें से 50% लोग सोशल मीडिया पर सक्रिय थे।

अचानक सिर्फ Viber और TikTok बचे।

आम लोगों को कम्युनिकेशन और जानकारी पाने में भारी दिक़्क़त हुई।

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3. पहला विरोध – जेन ज़ी की एंट्री

तारीख़: 8 सितंबर 2025

जगह: काठमांडू, संसद और सिंहदरबार (मंत्रालय परिसर) के बाहर

कौन:

ज़्यादातर 14 से 28 साल उम्र के जेन ज़ी प्रदर्शनकारी

नारों और प्लेकार्ड्स पर लिखा था:

"भ्रष्टाचार खत्म करो"

"सोशल मीडिया नहीं, भ्रष्टाचार पर प्रतिबंध लगाओ"

कैसे:

शुरुआत शांतिपूर्ण प्रदर्शन से हुई।

बाद में कुछ लोग संसद और मंत्रालय की दीवारों पर चढ़ गए।

सरकारी प्रतिक्रिया:

पुलिस ने आंसू गैस, रबर बुलेट और गोलियां चलाईं।

कई प्रदर्शनकारी घायल और कुछ की मौत हो गई।

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4. विरोध का विस्तार और हिंसा

तारीख़: 9 सितंबर 2025

जगह: पूरे नेपाल में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन

घटना:

पुलिस गोलीबारी में 19 लोगों की मौत हुई।

आक्रोश भड़क गया और प्रदर्शन देशभर में फैल गए।

कई ऐतिहासिक और आधुनिक इमारतों को आग लगा दी गई (काठमांडू की प्रमुख इमारतें भी नष्ट हुईं)।

प्रदर्शनकारियों ने दिग्गज नेताओं के घरों पर हमला किया और आगजनी की।

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5. भ्रष्टाचार और घोटाले – विरोध के असली कारण

हाल के घोटाले:

1. पतंजलि योगपीठ नेपाल भूमि अधिग्रहण मामला – इसमें पूर्व प्रधानमंत्री माधव नेपाल और कई बड़े नेता शामिल पाए गए।

2. गिरिबंधु चाय बागान भूमि गबन मामला – इसमें केपी शर्मा ओली और उनके सहयोगियों पर आरोप लगे।

3. फ़र्ज़ी भूटानी शरणार्थी तस्करी घोटाला –

इसमें दो पूर्व मंत्री (तोप बहादुर रायमाझी और बाल कृष्ण खंड) व एक दर्जन नौकरशाह जेल गए।

पूर्व प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की पत्नी आरज़ू राणा देउबा का ऑडियो भी सामने आया।

जनता का गुस्सा:

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (2024) ने नेपाल को 180 देशों में 107वां सबसे भ्रष्ट देश बताया।

युवाओं को लगा → असली समस्या भ्रष्टाचार है, सोशल मीडिया नहीं।

6. सरकार की स्थिति और इस्तीफ़ा

तारीख़: 10–11 सितंबर 2025

घटना:

विरोध पूरे देश में फैल गया।

ओली सरकार प्रदर्शनकारियों को “निहित स्वार्थी समूहों द्वारा हाईजैक” बताने लगी।

भारी दबाव और हिंसा में मारे गए लोगों की वजह से प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को पद छोड़ना पड़ा।

7. विरोध की राजनीति और पीछे की ताक़तें

राजशाही समर्थक आंदोलन:

मार्च 2025 में राजा ज्ञानेंद्र के समर्थन में बड़े विरोध हुए थे।

इसमें राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (RPP) और व्यवसायी दुर्गा प्रसैन शामिल थे।

जेन ज़ी के पीछे:

काठमांडू के मेयर बालेंद्र शाह (अपने तीखे सोशल मीडिया पोस्ट के लिए मशहूर) ने भी अप्रत्यक्ष समर्थन दिया।

"नेपो किड्स" कैंपेन पहले से चल रहा था → इसमें राजनेताओं के बच्चों पर भाई-भतीजावाद के आरोप लगे।

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8. आर्थिक असर

पहले अनुमान: 2025 में नेपाल की अर्थव्यवस्था 4% से अधिक बढ़ने की उम्मीद थी (ADB रिपोर्ट)।

अब:

राजनीतिक उथल-पुथल, पर्यटन को भारी नुकसान।

निवेशक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

प्रवासी नेपाली (भारत, खाड़ी देश, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया) से भेजे गए पैसे ही अर्थव्यवस्था को संभाल रहे हैं।

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निष्कर्ष

नेपाल में सितंबर 2025 के विरोध प्रदर्शन सिर्फ़ सोशल मीडिया बैन की वजह से शुरू हुए, लेकिन असली वजहें थीं:

1. भ्रष्टाचार और घोटाले

2. भाई-भतीजावाद (नेपो किड्स)

3. युवा वर्ग की बेरोज़गारी और विदेश पलायन

4. राजनीतिक अस्थिरता और सरकार की कठोर नीतियां



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07/09/2025

"ज़िंदगी में दो लोगों से कभी बहस मत करो – अनपढ़ से, क्योंकि वो समझ नहीं पाएगा… और पढ़े-लिखे से, क्योंकि तुम जीत नहीं पाओगे।"

3 सितम्बर 2025 (बुधवार)📍 स्थान: लाल क़िला परिसर, 15 अगस्त पार्क (दिल्ली) लाल क़िला परिसर में आयोजित जैन धर्म के दसलक्षण ...
07/09/2025

3 सितम्बर 2025 (बुधवार)
📍 स्थान: लाल क़िला परिसर, 15 अगस्त पार्क (दिल्ली)

लाल क़िला परिसर में आयोजित जैन धर्म के दसलक्षण महापर्व (28 अगस्त से 9 सितम्बर 2025) के दौरान एक बड़ी चोरी हुई।

इस मौके पर दिल्ली के उद्योगपति सुधीर कुमार जैन रोज़ाना अपने पुश्तैनी सोने और हीरे-जड़े कलश पूजा के लिए लाते थे।

3 सितम्बर की सुबह करीब 9:26 बजे, जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला समेत कई गणमान्य अतिथि पंडाल में पहुँचे, उसी दौरान स्वागत की हलचल में एक व्यक्ति, जो जैन साधु के भेष में आया था, भीड़ में घुलमिलकर सोने का बड़ा कलश (760 ग्राम सोना) और छोटा कलश (115 ग्राम) समेत अन्य पूजा सामग्री लेकर फरार हो गया।

इस कलश पर हीरे, माणिक और पन्ना जड़े थे और इसकी कीमत लगभग ₹1.5 करोड़ आँकी गई।

🔍 CCTV फुटेज में आरोपी साफ़ दिखाई दिया है।






4 sep 2025 दिल्ली से सटे नोएडा (उत्तर प्रदेश) की एक सोसाइटीआरोपी गौरव का घर/दुकान — गुलिस्तानपुर, नोएडाकेस दर्ज — सूरजपु...
04/09/2025

4 sep 2025
दिल्ली से सटे नोएडा (उत्तर प्रदेश) की एक सोसाइटी

आरोपी गौरव का घर/दुकान — गुलिस्तानपुर, नोएडा

केस दर्ज — सूरजपुर थाना, नोएडा

घटना का विवरण (Description):

महिला अपने 2 साल के बेटे के साथ नोएडा की सोसाइटी में रहती थी।

उसका पति अहमदाबाद (गुजरात) में नौकरी करता है।

दूध सप्लाई करने के बहाने गौरव नामक युवक (जो गुलिस्तानपुर में नाई की दुकान चलाता है) महिला के घर आता था।

बातचीत का फायदा उठाकर उसने महिला का निर्वस्त्र वीडियो बना लिया और वायरल करने की धमकी दी।

एक दिन जबरन घर में घुसकर बेटे की गर्दन पर चाकू रखकर महिला से कपड़े उतरवाए और वीडियो बनाया।

बाद में वीडियो पति को भेजा और सोशल मीडिया पर भी वायरल किया।

महिला की शिकायत पर सूरजपुर थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि गौरव के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है, लेकिन वह फिलहाल फरार है।

22 अगस्त 2025जगह (Place): रामपुर ज़िला, उत्तर प्रदेश (एक गांव, स्कूल जाते समय)पीड़िता (Victim): आठवीं कक्षा की छात्राघटन...
03/09/2025

22 अगस्त 2025

जगह (Place): रामपुर ज़िला, उत्तर प्रदेश (एक गांव, स्कूल जाते समय)

पीड़िता (Victim): आठवीं कक्षा की छात्रा

घटना (Incident):

22 अगस्त की सुबह छात्रा साइकिल से स्कूल जा रही थी।

रास्ते में दो युवकों ने उसे जबरदस्ती रोक लिया।

दोनों युवक उसे खींचकर पास के खेत में ले गए।

वहां उन्होंने बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।

इसके बाद उन्होंने उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया।

पीड़िता को बेहोशी की हालत में वहीं छोड़कर आरोपी फरार हो गए।

बाद की स्थिति:

लगभग पांच दिन बाद जब छात्रा को होश आया तो उसने परिजनों को रो-रोकर पूरी घटना बताई।
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31 August 2025जगह: वृंदावन, मथुरा (उत्तर प्रदेश)मामला: मध्य प्रदेश के एक युवक ने मथुरा के वृंदावन स्थित एक आश्रम के मुख्...
02/09/2025

31 August 2025
जगह: वृंदावन, मथुरा (उत्तर प्रदेश)

मामला: मध्य प्रदेश के एक युवक ने मथुरा के वृंदावन स्थित एक आश्रम के मुख्य पुजारी पर यौन शोषण और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है।

विवरण:

पीड़ित युवक का कहना है कि वह आश्रम में ठहरा हुआ था, तभी मुख्य पुजारी ने ‘प्रसाद’ में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे दिया। इसके बाद उसका यौन शोषण किया गया और पूरी घटना का वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया गया।

फिलहाल पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और मथुरा के एसएसपी ने इस पूरे मामले में रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है।

अमेठी जिले के संग्रामपुर इलाके के गडेरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल कुसुम सोनी पर दलित बच्चों के साथ भेदभा...
02/09/2025

अमेठी जिले के संग्रामपुर इलाके के गडेरी गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय की प्रिंसिपल कुसुम सोनी पर दलित बच्चों के साथ भेदभाव करने के आरोप लगे।

अभिभावकों ने शिकायत की थी कि प्रिंसिपल मिड-डे मील के समय दलित बच्चों को अलग लाइन में खड़ा करती हैं।

आरोप यह भी था कि बच्चों के साथ जातिगत आधार पर भेदभाव किया गया और उन्हें मारने-पीटने जैसी घटनाएं भी हुईं।

इस पर अमेठी के बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) डॉ. अरविंद पाठक ने खंड शिक्षा अधिकारी, खंड विकास अधिकारी और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के साथ मौके पर जाकर जांच की।

स्थानीय महिलाओं और बच्चों ने भी मौके पर शिकायतें दोहराईं।

प्रारंभिक जांच के बाद प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई।

राजस्थान के जालौर जिले के सायला तहसील के सुराणा गांव में स्थित सरस्वती विद्यालय में पढ़ने वाले 9 वर्षीय दलित छात्र इंद्र...
02/09/2025

राजस्थान के जालौर जिले के सायला तहसील के सुराणा गांव में स्थित सरस्वती विद्यालय में पढ़ने वाले 9 वर्षीय दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की मौत शिक्षक की पिटाई के बाद हुई।

20 जुलाई 2022 को तीसरी कक्षा के छात्र इंद्र कुमार ने प्यास लगने पर स्कूल में रखी मटकी से पानी पी लिया।

आरोप है कि शिक्षक छैलसिंह (उम्र लगभग 40 वर्ष) ने यह कहकर पीटा कि “नीची जाति का होकर हमारी मटकी से पानी कैसे पिया”।

पिटाई से इंद्र कुमार के कान और आंख में गंभीर चोट आई।

परिजनों ने 23 दिनों तक उसे अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करवाया, लेकिन हालत बिगड़ती गई।

अंत में उसे अहमदाबाद ले जाया गया, जहां 13 अगस्त 2022 को उसकी मौत हो गई।

मौत के बाद गांव में शव रखकर परिवार व ग्रामीणों ने प्रदर्शन

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