03/07/2025
तुम्हें खुद अपनी मंज़िल का पता
मालूम है क्या?
अभी तक का सफ़र कितना हुआ
मालूम है क्या?
रहेगा बादबाँ के ही सहारे नाखुदा
कब तक?
मुखालिफ़ हो गयी पछुआँ हवा
मालूम है क्या?
पुराने असलहों से जंग करने का इरादा है? समय का फैसला-कुन असलहा
मालूम है क्या?
गई जबसे सियासन नफ़रतों की
रहनुमाई में,
अवामी हौसलों का क्या हुआ
मालूम है क्या?
कमाकर आस्था का पुन्य बरसों बाद
लौटे हो?
तुम्हारा खेत बंजर हो गया
मालूम है क्या?
अगर बेदार होना है तो
आँखें खोलना होगा,
तुम्हें दुश्मन का सोना-जागना
मालूम है क्या?
- याराजी बेदार