Hindustan Jazba

Hindustan Jazba खबरें हिंदुस्तान की जो सच्चाई को करे उजागर

फरीदाबाद NIT- 86 विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सतीश कुमार फागना के जन्म दिवस पर उनके समर्थकों ने ब्लड कैंप का आयोजन क...
27/09/2025

फरीदाबाद NIT- 86 विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सतीश कुमार फागना के जन्म दिवस पर उनके समर्थकों ने ब्लड कैंप का आयोजन किया और स्मृतिचिन्ह देकर विधायक जी को जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी
इस अवसर पर भाजपा जिला महामंत्री कवींद्र चौधरी ने रक्तदाताओं का हौसला बढ़ाया

27/09/2025

Autism का महायुद्ध
Helpline Numnber : 093122 86540
Website : www.biswaroop.com

27/09/2025
पांचवे नवरात्रि पर श्री वैष्णो देवी मंदिर में माता स्कंद की हुई पूजा फरीदाबाद : पांचवे नवरात्रि पर श्री महारानी वैष्णो द...
27/09/2025

पांचवे नवरात्रि पर श्री वैष्णो देवी मंदिर में माता स्कंद की हुई पूजा

फरीदाबाद : पांचवे नवरात्रि पर श्री महारानी वैष्णो देवी मंदिर में माता स्कंद की भव्य पूजा अर्चना की गई. प्रातः कालीन आरती के समय मंदिर में भक्तों की भारी संख्या में उपस्थिती दर्ज की गई. इस पवित्र अवसर पर श्रद्धालुओं ने माता स्कंद की पूजा अर्चना की और अपने मन की मुराद उनसे मांगी. मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए श्रद्धालुओं को नवरात्रों की शुभकामनाएं दी. इस अवसर पर समाजसेवी विनोद पांडे. करण भाटिया और राज मदान ने माता की पूजा अर्चना में हिस्सा. मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए सभी अतिथियों को प्रसाद वितरित किया. इस अवसर पर श्री भाटिया ने स्कंद माता की महिमा का बखान करते हुए कहा कि नवरात्रि के पंचम दिन मां स्कंदमाता की पूजा- अर्चना करने का विधान है। साथ ही इन्हें अत्यंत दयालु माना जाता है। कहते हैं कि देवी दुर्गा का यह स्वरूप मातृत्व को परिभाषित करता है। वहीं प्रेम और ममता की मूर्ति स्‍कंदमाता की पूजा करने से संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होता है और मां आपके बच्‍चों को दीर्घायु प्रदान करती हैं। वहीं देवी भागवत पुराण के अनुसार भोलेनाथ की अर्द्धांगिनी के रूप में मां ने स्‍वामी कार्तिकेय को जन्‍म दिया था। स्‍वामी कार्तिकेय का दूसरा नाम स्‍कंद है, इसलिए मां दुर्गा के इस रूप को स्‍कंदमाता कहा गया है।प्राचीन कथा के अनुसार तारकासुर नाम एक राक्षस ब्रह्मा जी को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या कर रहा था। उस कठोर तप से ब्रह्मा जी प्रसन्न होकर उनके सामने आए। ब्रह्मा जी से वरदान मांगते हुए तारकासुर ने अमर करने के लिए कहा। तब ब्रह्मा जी ने उसे समझाया कि इस धरती पर जिसने भी जन्म लिया है उसे मरना ही है। निराश होकर उसने ब्रह्मा जी कहा कि प्रभु ऐसा कर दें कि भगवान शिव के पुत्र के हाथों ही उसकी मृत्यु हो।तारकासुर की ऐसी धारणा थी कि भगवान शिव कभी विवाह नहीं करेंगे। इसलिए उसकी कभी मृत्यु नहीं होगी। फिर उसने लोगों पर हिंसा करनी शुरू कर दी। तारकासुर के अत्याचारों से परेशान होकर सभी देवता भगवान शिव के पास पहुंचे और तारकासुर से मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। तब शिव ने पार्वती से विवाह किया और कार्तिकेय के पिता बनें। बड़े होने के बाद कार्तिकेय ने तारकासुर का वध किया। स्कंदमाता कार्तिकेय की माता हैं। उन्होंने बताया कि माता रानी का प्रिय भोग केले का फल है और माता रानी को हरा रंग सबसे अधिक प्रिय है. माता स्कंद की सच्चे मन से पूजा करने वाले भक्तों की हर मनोकामना आवश्यक पूर्ण होती है.

26/09/2025

Dr BRC Clinc@home at Vegfest in Kuala Lumpur Malaysia - Dr. Biswaroop Roy Chowdhury
Helpline Number : 9312286540
Website : www.biswaroop.com

*मानव रचना की डॉ. निधि दिदवानिया को शिक्षण में श्रेष्ठता का पुरस्कार, जैव नियंत्रण, औषधीय पौधे, स्टार्टअप नेतृत्व और सी-...
26/09/2025

*मानव रचना की डॉ. निधि दिदवानिया को शिक्षण में श्रेष्ठता का पुरस्कार, जैव नियंत्रण, औषधीय पौधे, स्टार्टअप नेतृत्व और सी-कैम्प राष्ट्रीय जैव-उद्यमिता प्रतियोगिता 2025 में उपलब्धियों के लिए सम्मान*

फरीदाबाद, 26 सितंबर 2025: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज (एमआरआईआईआरएस) के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, मानव रचना सेंटर फॉर मेडिसिनल प्लांट पैथोलॉजी (MRCMPP) की निदेशक और प्रोफेसर डॉ. निधि दिदवानिया को “मृदा और फसल स्वास्थ्य प्रबंधन की दिशा में माध्यमिक हरित क्रांति के लिए पीजीपीआर को बढ़ावा देना” विषय पर आयोजित दसवें एशियाई पीजीपीआर सोसाइटी इंडिया चैप्टर राष्ट्रीय सम्मेलन में शिक्षण में उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह पुरस्कार डॉ. दिदवानिया के उच्च शिक्षा में असाधारण योगदान को मान्यता देता है, जहां उन्होंने शिक्षण, अनुसंधान और छात्रों के मार्गदर्शन को सततता और नवाचार के दृष्टिकोण के साथ जोड़कर लगातार उत्कृष्टता का उदाहरण प्रस्तुत किया है। वनस्पति विज्ञान में डॉक्टरेट की डॉ. दिदवानिया 18 वर्षों से अधिक अनुभव की धनी हैं और उन्होंने बहुविषयक शिक्षण पद्धतियों का विकास किया है, जो जैव प्रौद्योगिकी, औषधीय पौधे, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, सेंसर, फसल सुरक्षा और सतत कृषि को जोड़ती हैं।
उन्होंने कई स्नातक और परास्नातक परियोजनाओं का मार्गदर्शन किया है, जिनमें पुरस्कार विजेता छात्र स्टार्टअप मेडप्लांट केयर शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने 132 से अधिक प्रजातियों वाले एडन ऑफ़ एलीक्सिर मेडिसिनल गार्डन का निर्माण किया, जो बाहरी संरक्षण, प्रयोगात्मक शिक्षा और सामुदायिक सहभागिता के लिए एक अनूठा मंच प्रदान करता है।
इस सम्मान पर प्रतिक्रिया देते हुए एमआरआईआईआरएस के कुलपति (प्रोफ.) डॉ. संजय श्रीवास्तव ने कहा, “डॉ. निधि दिदवानिया यह दिखाती हैं कि शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार मिलकर कैसे सार्थक बदलाव ला सकते हैं। सतत फसल सुरक्षा और जैव नियंत्रण में उनके कार्य ने न केवल वैज्ञानिक समझ को आगे बढ़ाया है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के विद्वानों और उद्यमियों को भी प्रेरित किया है। यह सम्मान उन्हें एक सच्चे अकादमिक मार्गदर्शक के रूप में मान्यता देता है, जो ज्ञान और व्यवहार दोनों को बेहतर भविष्य के लिए आकार दे रही हैं।”
डॉ. दिदवानिया की उपलब्धियां केवल कक्षा तक सीमित नहीं हैं। वह ट्राइको एग्रोनिका प्रा. लि. की सह-संस्थापक हैं, जो पर्यावरण अनुकूल कीट नियंत्रण और सतत फसल सुरक्षा समाधान विकसित करती है। उनके अनुसंधान ने बायोइलिक्सिर और टमाटोलिक्सिर जैसी पेटेंटेड जैव नियंत्रण तकनीकें विकसित की हैं। 2025 में उन्होंने राष्ट्रीय जैव उद्यमिता प्रतियोगिता (NBEC) में 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता और सोशल अल्फा से निवेश प्राप्त किया, जिसमें एमआरआईआईआरएस एकमात्र निजी विश्वविद्यालय था जो पूरे देश में शीर्ष 20 फाइनलिस्ट में शामिल हुआ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, उन्होंने फ़िनलैंड के लाह्टी विश्वविद्यालय में अतिथि व्याख्याता के रूप में अकादमिक आदान-प्रदान में योगदान दिया, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने नीति निर्माण में सहयोग किया, जैसे कि विभिन्न समितियों में विशेषज्ञ की भूमिका निभाना।
डॉ. दिदवानिया ने अपने अनुभव पर कहा, “यह पुरस्कार यह पुष्टि करता है कि प्रभावशाली शिक्षा छात्रों, शोधकर्ताओं, उद्योग सहयोगियों और किसान समुदाय के बीच सहयोग पर आधारित होती है। मेरी यात्रा का हर कदम वैज्ञानिक विचारों को व्यावहारिक समाधान में बदलने के लिए रहा है, जो सततता को बढ़ावा दें और लोगों को सशक्त बनाएं। यह सम्मान मुझे और प्रेरित करता है कि मैं ऐसे मार्ग बनाती रहूँ जहाँ प्रयोगशाला में नवाचार असली जीवन में सार्थक बदलाव ला सके।”
डॉ. दिदवानिया ने अब तक 32 शोध पत्र, 8 पुस्तक अध्याय और 2 संपादित पुस्तकें प्रकाशित की हैं और अनेक पीएच.डी., परास्नातक और स्नातक छात्रों का मार्गदर्शन किया है। उनके नेतृत्व में MRCMPP एक ऐसा केंद्र बन गया है जो अनुप्रयुक्त अनुसंधान, नवाचार और किसान सहभागिता को बढ़ावा देता है, जैव विविधता संरक्षण और सतत कृषि को प्रोत्साहित करता है।
सालों में उन्हें पहले भी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, कर्मसु कौशलम पुरस्कार, शी मैप्स पुरस्कार और उद्यमी पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं। इस नवीनतम सम्मान के साथ, डॉ. दिदवानिया एमआरआईआईआरएस की अकादमिक प्रतिष्ठा और सतत कृषि के व्यापक उद्देश्य को और मजबूत कर रही हैं।

फरीदाबाद पुलिस का अवैध हथियार रखने वालों पर प्रहार, 2 आरोपी गिरफ्तार , 1 देसी पिस्टल व 1 देसी कट्टा बरामदफरीदाबाद: फरीदा...
26/09/2025

फरीदाबाद पुलिस का अवैध हथियार रखने वालों पर प्रहार, 2 आरोपी गिरफ्तार , 1 देसी पिस्टल व 1 देसी कट्टा बरामद

फरीदाबाद: फरीदाबाद पुलिस द्वारा अवैध हथियार रखने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, इसी क्रम में फरीदाबाद पुलिस क्राईम ब्रांच की टीमों ने अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग मामलों में 2 आरोपी गिरफ्तार कर 1 देसी पिस्टल व 1 देसी कट्टा बरामद किया है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि क्राईम ब्रांच AVTS की टीम ने रजनीश सिंह(25) वासी जवाहर कालोनी जिला फरीदाबाद को सेक्टर-38 फरीदाबाद के पास से 1 देसी पिस्टल सहित व क्राईम ब्रांच सैंट्रल ने देवनारायण(24) वासी सारदा कालोनी बल्लबगढ़ फरीदाबाद को भूपानी एरिया के पास से 1 देसी कट्टा सहित गिरफ्तार किया है। जिनके विरुद्ध संबंधित थानों में शस्त्र अधिनियम की धारा के अंतर्गत अभियोग पंजीकृत किये गये हैं।

आरोपियों को माननीय न्यायलय मे पेश कर जेल भेजा गया है।

पुलिस प्रवक्ता।

25/09/2025

Address

Faridabad

Telephone

+919873636256

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Hindustan Jazba posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Hindustan Jazba:

Share