
04/08/2025
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बड़ा कोई यूं ही नहीं बन जाता।
तभी तो सौम्य नेताजी कहते हैं
मैंने अपनी जिंदगी कुछ यूं आसान कर ली
कुछ से माफी मांग ली, कुछ को माफ कर दिया।
ये सतीश मित्तल जी काबिल चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में इन सहित विहिप के तिलकराज बैसला, संघ विचारधारा के कैलाश शर्मा, बीआर सिंगला सहित कुछ प्रमुख लोगों ने भाजपा से चुनाव लड़ रहे कृष्णपाल गुर्जर की ऐसी खिलाफत की कि ये सभी तब कांग्रेस का टिकट कटने पर बसपा से कृष्णपाल गुर्जर के सामने चुनाव लड़ रहे महेंद्र प्रताप सिंह का खुलकर साथ दिया। महेंद्र प्रताप सिंह से कांटे के मुकाबले में कृष्णपाल गुर्जर 161 वोट से चुनाव जीत गए। नए पालिटिशियन की तरह कृष्णपाल गुर्जर ने इनसे बैर नहीं बांधा। जहां भी ये मिलते, इनका पूरा मान सम्मान किया। नतीजा यह हुआ कि 2024 के लकसभा चुनाव में जब महेंद्र प्रताप सिंह ने कांग्रेस का टिकट मिलने पर सतीश मित्तल चार्टर्ड एकाउंटेंट को फोन करके समर्थन मांगा तो मित्तल ने साथ देने की बजाए उन्हें इस उम्र में चुनाव नहीं लड़ने की नसीहत दे दी। बताओ फिर सौदा कृष्णपाल गुर्जर की दुकान में पाएगा या उनकी में जो वोटर देखकर अपना स्वभाव बदल रहे हैं।
#नहीं #नहीं #नहीं