20/07/2025
ट्रामा सेंटर की मांग को लेकर लगभग 235 दिनों से धरने पर बैठे समाजसेवी सतीश चोपड़ा, प्रशासन अब भी भी खबर
जनता के स्वास्थ्य अधिकारों की आवाज बनकर समाजसेवी सतीश चोपड़ा बीते लगभग 235 दिनों से बादशाह खान अस्पताल के मुख्य द्वार के पास ट्रामा सेंटर की स्थापना की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। उनके साथ कई सामाजिक कार्यकर्ता और सहयोगी भी इस संघर्ष में शामिल है, लेकिन दुखद पहलू यह है कि किसी भी राजनीतिक नेता या प्रशासनिक अधिकारी ने अब तक इस जनहित के मुद्दे पर संज्ञान लेना जरूरी नहीं समझा।
सतीश चोपड़ा का कहना है कि फरीदाबाद जैसे औद्योगिक और घनी आबादी वाले जिले में एक पूर्ण सुविधा-युक्त ट्रामा सेंटर की सख्त जरूरत है। आए दिन होने वाले सड़क हादसों, औद्योगिक दुर्घटनाओं और गंभीर रोगों के मामलों में समय पर उपचार के प्रभाव में कई लोगों को को जान गंवानी पड़ती है। बावजूद इसके, स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन इस मांग को नजरअंदाज कर रहा है।
धरने में उनके साथ दे रही सहयोगी, वरिष्ठ नागरिक, और कई सामाजिक संगठन यह मांग कर रहे हैं कि बादशाह खान अस्पताल परिसर में ही एक सुसज्जित ट्रामा सेंटर तत्काल स्थापित किया जाए, जिससे आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं समय रहते उपलब्ध कराई जा सके।
चोपड़ा जी का यह आंदोलन पूर्णतः शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक ढंग से चलाया जा रहा है। लेकिन विडंबना यह है कि इस जनहित की आवाज को अभी तक कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। राजनीतिक दल चुनावों के समय भले ही स्वास्थ्य सुविधाओं के वादे करते हैं, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि जनता को आज भी मूलभूत चिकित्सा सुविधाओं के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस गहरी नींद से जागेंगे ?
क्या फरीदाबाद को एक आधुनिक ट्रामा सेंटर मिलेगा ?
यदि नहीं, तो यह सवाल आने वाले समय में जनाक्रोश का रूप भी ले सकता है।