
19/07/2025
हे माँ! तुम सकल विद्याओं की अधिष्ठात्री हो तो मैं भी अज्ञान के महासागर में मज़े ले रहा हूँ, तुम प्रसिद्ध पतितपावनी हो तो मेरे जैसा पतित तुझे मिलेगा कहाँ? हे माँ! जैसा भी हूँ; तुम्हारा हूँ। अब तुम्हारी आँचल छोड़ किसकी शरण जाऊँ? तुम्हारे छोड़े हुए को कौन पूछेगा भी?
हे करुणामयि!... दयानिधि......दया करो दया करो
आपसे ही हम हैं सदा चरणों में रखना
#राज_राजेश्वरी_महामाया_महामाई_जगदम्बा_मां_हिम्मतपुर_वाली की जय हो जय हो जय हो
जय मां जय मां जय जय मां