
16/07/2025
सुबह सुबह उठा आज तो देखा पूरा गाँव में पानी का सैलाब उमड़ चुका है फिर मुझे याद आता है गाँव के नहर का और जाता हूँ तो पानी का बहावो देख कर हिम्मत हीं नहीं होता की नहाऊ लेकिन नहाने का मन भी कर रहा होता है और अंततः महादेव का नाम लेकर बहुत नहाता हूँ, मज़ा आ गया गाँव का स्वर्ग 🫶 और किसके किसके यहा नदी नहर है जी गाँव में .।