25/10/2025
MSP है चोरो का खेल।
सरकार ने किसानों क़ो मुंग ओर मूंगफली पर MSP जारी कर रखी है सरकार द्वारा किसानों से अधिक अधिकतम 25 % तक फ़सल राजफेड के माध्यम से खरीद की जाती है ओर उसके लिए ईमित्रा के द्वारा किसान की गिरदावरी के आधार पर रजिस्ट्रेशन किया जाता है जैसे ही सरकार द्वारा MSP के रजिस्ट्रेशन की घोषणा की जाती है तब एक गिरोह_सक्रिय हो जाता है वह राजस्व_विभाग से साँठ_गांठ करके बारनी व बंजड़ पड़ी भूमि मे हल्का_पटवारी के माध्यम से मुंग व मूंगफली की फ़सल का बीजान दर्ज करवाकर भूमि_मालिक का फर्जी_ठेकेनामे का दस्तावेज बनाकर गिरदावरी लेकर इमित्रा पर किसानों से पहले रजिस्ट्रेशन करवा लेता है किसान लाईन मे खड़ा रहता है उसका नंबर भी नहीं आता है ओर वह थक हार कर वापस चला जाता है ज़ब MSP_चोर सक्रिय हो जाता है तो किसान क़ो हटना पड़ता है क्योंकि मुंग ओर मूंगफली के MSP ओर बाजार भाव मे दो हजार से लेकर तीन हजार रुपयों तक का अंतर है किसान का MSP मे रजिस्ट्रेशन नहीं होता है तो मजबूरन उसे अपनी फ़सल क़ो सस्ते भाव मे मंडी मे बेचनी पड़ती है ओर MSP_चोर उस फ़सल क़ो बाजार से खरीद कर MSP पर बेच देते है MSP मे हजारों_करोड़ का घोटाला है सुना है की इस बार बीकानेर_जिले मे कुल 82000 टोकन कटे है किन्तु अफ़सोस इनमे किसानों का हिस्सा नाममात्र ही है
इसलिए किसानों से जुड़े सभी संगठनों से निवेदन है की शीघ्र ही MSP_चोरो के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन करे ताकि किसानों का हक उन्हे दिलाया जाये