24/07/2025
"बिजली विभाग कोई बनिया की दुकान नहीं, यह जनसेवा का माध्यम है!"
उत्तर प्रदेश में बिजली व्यवस्था को लेकर गहराते संकट और अधिकारियों की लापरवाही पर ऊर्जा मंत्री श्री एके शर्मा जी का धैर्य आखिरकार जवाब दे गया। मीटिंग के दौरान उन्होंने जो कहा, वह प्रदेश की पीड़ा को ज़ुबान देने जैसा है:
*मंत्री जी के 13 तीखे सवाल और निर्देश:*
1. *"आप लोग अपनी बकवास बंद करिए"*
मैं आपकी बेकार बातें सुनने नहीं बैठा हूँ। जनता पीड़ित है और आप लोग सिर्फ़ आंकड़ों की बाज़ीगरी कर रहे हैं।
2. *"नीचे ज़मीनी हकीकत अलग है"*
मैं खुद जिलों का दौरा करके आया हूँ। आप भी जनता का सामना करिए, तब सच्चाई समझ आएगी।
3. *"आप लोग अंधे, बहरे, काने बनकर बैठे हैं"*
विभाग और जनता के बीच की खाई को देखने-समझने की कोशिश ही नहीं हो रही है।
4. *"पुलिस से भी ख़राब है आपका काम"*
नीचे से जो झूठी रिपोर्ट आती है, आप उसी को आगे भेज देते हो। सच्चाई छिपाई जाती है।
5. *"बिजली विभाग जनसेवा है, न कि सिर्फ़ बिल वसूली का माध्यम"*
हर उपभोक्ता को सेवा मिले, यही हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
6. *"पूरे गाँव की लाइन काटना अन्याय है"*
जो लोग समय पर बिल भरते हैं, उनका क्या कसूर? ट्रांसफार्मर ना बदलना, लाइन अपग्रेड न करना यह लापरवाही है।
7. *"क्या बिजली विभाग ने बदनाम करने की सुपारी ली है?"*
आपकी लापरवाही से सरकार की छवि खराब हो रही है।
8. *"साधारण आदमी को 72 करोड़ का बिल! ये कैसा सिस्टम है?"*
और फिर बिल सुधारने के नाम पर रिश्वत ली जाती है — शर्मनाक है।
9. *"गलत जगह विजिलेंस की छापेमारी"*
जहाँ असली चोरी हो रही है, वहाँ कोई नहीं जाता। FIR के नाम पर वसूली हो रही है।
10. *"अब मौखिक बातें नहीं चलेंगी"*
मीटिंग के बाद आप लोग कहीं और से निर्देश लेकर उल्टा काम करते हो। अब सब कुछ लिखित में लिया जाएगा।
11. *"जनता के प्रति मैं जवाबदेह हूँ"*
विधानसभा में जवाब मुझे देना होता है, न कि अधिकारियों की लापरवाही को ढंकना।
12. "पूरे प्रदेश को भुगतना पड़ रहा है आपकी ग़लतियों का खामियाजा" यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
13. *"हर विषय पर लापरवाही – संविदा कर्मियों की छंटनी, फोन न उठाना, दुर्घटनाओं पर चुप्पी"*
मेरी बार-बार की चेतावनी के बावजूद कोई सुधार नहीं हो रहा है।