Saint MSG मुर्शीद का आशिक़

Saint MSG मुर्शीद का आशिक़ पेज को लाईक आैर शेयर जरूर करे |

17/10/2025

ज्यादातर वो लोग खुद 0 होते देखे गए है। मतलब दिए के नीचे अंधेरा। जिन लोगों की खुदी ज्यादा बुलंद हो जाया करती खुदा उन लोगों से बहुत ज्यादा दूर हो जाया करता है।हमने ऐसे ऐसे लोगों को देखा है जो सारा दिन लोगों को ज्ञान देते है सारा दिन लोगो को समझते है

16/10/2025

इंसान तब तक दूसरे इंसान की वाहवाही करता है जब तक सामने वाले का मतलब ना निकल जाए। जैसे मतलब निकला फिर तुम कौन आज मतलबी लोगों का जमाना है।

15/10/2025

सुनारिया के इर्द गिर्द घूम रही हरियाणा पुलिस के झोल झपाटों पर विशेष:
बीते दिनों हरियाणा पुलिस के एक उच्च अधिकारी ने जाति के आधार पर हो रहे कथित भेदभाव के कारण आत्महत्या कर ली। कथित अधिकारी हरियाणा पुलिस के सर्वोच्च पद से एक पद नीचे के स्तर पर था। इसके अतिरिक्त उसकी धर्म पत्नी एक वरिष्ठ आई ऐ इस अधिकारी है और ससुराल पक्ष पंजाब की राजनीति में सक्रिय है। इस मौत ने कईं अहम सवालों को जन्म दिया है।

1: यदि अधिकारी केवल जातिगत भेदभाव से परेशान था तो वह इसके लिए जान क्यों देना चाहता था? वह इस्तीफ़ा देकर इस मुद्दे पर दलित राजनीति भी तो साध सकता था। हर प्रकार की परिस्थितियों के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से प्रशिक्षित व एक अनुभवी वरिष्ठ आई पी एस अधिकारी क्या इतना भी परिपक्व नहीं था कि वह अपनी आत्महत्या से मिलने वाले न्याय और उस पर साधी जाने वाली राजनीति की परख नहीं कर सकता था?

2: किसी राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की मौत हमेशा असाधारण होती है। बहरी तौर पर बेशक न पता चले लेकिन अंदरूनी तौर पर इसकी जांच अवश्य होती है कि सम्बंधित मौत के साथ कितने मामलों और साजिशों के रहस्य दफन किये गए हैं? मतलब जिस जांच की मांग मृतक का परिवार कर रहा है, वह अंदरूनी तौर पर ख़ुफ़िया एजेंसियां अपने आप ही शुरू कर चुकी होंगी। अतः इसकी सम्भावना बहुत अधिक है कि या तो मृतक किसी होने वाली या हो चुकी बड़ी घटना में एक मोहरा या बलि का बकरा था, जो सम्भवतः अपनी जाति की वजह से समय रहते स्वयं को बचाने का उपाय नहीं कर पाया, या फिर वह कुछ ऐसा जान गया था, जिसके बाद उसे जीवित छोड़ना बहुत से सफेदपोश लोगों के लिए समस्या पैदा कर सकता था।

3: आत्महत्या करने वाला व्यक्ति आत्महत्या तब करता है जब उसे लगता है कि जीवित रहकर उसका जीवन मौत से बदत्तर हो जायेगा। मरने वाले अधिकारी ने आत्महत्या उस समय की जब उसकी धर्मपत्नी मुख्यमंत्री के साथ विदेश दौरे पर थी। तो क्या वह अधिकारी इतनी भी समझ नहीं रखता था कि उसकी पत्नी की अनुपस्थिति में उसकी मौत का कारण बने पुलिस के आला अधिकारी आसानी से सभी सबूत मिटा सकते हैं?

अर्थात, यह संदेह अभी भी बरकरार है कि मृतक आई पी एस अधिकारी की मौत एक संभावित हत्या है, और किसी बहुत बड़ी गहरी साजिश की कड़ी है, जिसमें वह तमाम अधिकारी शामिल हैं, जिनका नाम अधिकारी द्वारा सुसाइड नोट में लिखा गया है।

इससे पहले उपरोक्त सवालों पर विराम लगता कि एक ऐ एस आई द्वारा वीडियो जारी करके आत्महत्या करने के मामले ने इस संदेह को, और एक वकील द्वारा हरियाणा के पुलिस महानिदेशक की अवैध सम्पत्ति के खुलासे ने मामले को और पेचीदा बना दिया है।

मृतक ऐ एस आई के दावे के अनुसार मृतक अधिकारी करोड़ों के भ्रष्टाचार में शामिल था व एक आपराधिक मानसिकता का व्यक्ति था। वीडियो बनाते वक्त ऐ एस आई की भटकती नज़र यह स्पष्ट करती है कि वह न आक्रोशित है और न ही उदास है बल्कि वह विचलित है और घबराया हुआ है। सबसे बड़ा सवाल यह उठने लगा है कि एक ऐ एस आई ऐसे अधिकारियों की ईमानदारी की वकालत करके आत्महत्या क्यों कर रहा है, जिनके दफ्तर में दाखिल होने तक की भी उसकी औकात नहीं है? जबकि यह समझना सरल है कि एक ऐ एस आई के कह देने मात्र से किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध नहीं हो जाते।

अभी तक की गतिविधि से ये निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि मृतक पुलिस अधिकारी की मौत का कारण जातिगत भेदभाव के कारण की गई आत्महत्या नहीं है। इसके बाद आरोपी अधिकारियों के पक्ष में एक ऐ एस आई की आत्महत्या का कारण भी किसी की ईमानदारी को साबित करना नहीं है। सम्भवतः मरने वाला पुलिस अधिकारी यह जानता था कि उसे किसी जाल में फसा लिया गया है और वह किसी भी तरीके से उससे बाहर नहीं निकल सकता। अतः अपनी मौत की वजह बदलकर वह उस जाल को बुनने वाले अधिकारियों के लिए मुसीबत खड़ी करने का इरादा रखता था। ख़ुफ़िया एजेंसियां इस गुत्थी को सुलझा न सकें इसलिए उसी जाल को बुनने में सम्भवतः इस्तेमाल में लाये गए ऐ एस आई को भी यह समझ आ गई थी कि अब उसे मार दिया जायेगा और इसलिए वह भी अपनी मौत की वजह बदलकर तमाम एजेंसियों का ध्यान सम्बंधित साजिश से हटाने का इरादा रखता था।

क्योंकि यह सारा घटनाक्रम पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज सुनारिया अथवा सुनारिया जेल के इर्द गिर्द घूम रहा है, इसलिए इस संभावित बड़ी साजिश का सम्बन्ध डेरा सच्चा सौदा से भी मिल सकता है। क्योंकि सुनारिया के संदर्भ में फैली अफवाहों पर यकीन करें तो पूर्व जेल अधीक्षक व चरखी दादरी के मौजूदा विधायक सुनील सतपाल सांगवान ने सुनारिया जेल से ही अपने चुनावी पैसे का इंतज़ाम किया है, जो अनुमानित 650 करोड़ है। हरियाणा जेल विभाग में सुनारिया जेल में तैनाती को लेकर अधकारियों में चलने वाली दौड़ भी किसी से छिपी नहीं है। और अब जब यह स्पष्ट हो गया है कि हरियाणा का मुख्यमंत्री केवल मनोहर लाल खट्टर की कठपुतली है, तो इस घटनाक्रम के अगले पड़ाव में सुनील सतपाल सांगवान व मनोहर लाल खट्टर का नाम भी आने वाले समय में उछल सकता है। देखना दिलचस्प होगा कि हरियाणा सरकार इस मामले को दबाने में कितनी जल्दी कामयाब होती है।

हमारे नियमित पाठक यह जानते हैं कि कैसे Faith versus Verdict यह दावा करता रहा है कि सुनारिया जेल अधीक्षक सुनील सतपाल सांगवान जैसे भ्रष्ट अधिकारी देश विरोधी साजिशें रचने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं और कैसे उन साजिशों को अंजाम देकर, कितने निर्दोषों की हत्याएं की गई हैं। यह साजिशें आज भी बड़े स्तर पर सक्रिय हैं और शायद वर्तमान घटनाक्रम इसी से सम्बंधित है।

10/10/2025

अंधभक्तों इस खबर को पढ़ लो, फिर समझ आ जायेगा कि गुरू संगत की गद्दार कमेटी ने जो तुमसे करोड़ों आधार कार्ड लिए हैँ उनका इस्तेमाल कैसे और कहाँ होता है।
रूड़ी के सत्यानाशी स्वयंसेवक घर बैठे पापों के गठड़ी आपको बेच रहे हैं और खुद को सच्चे नम्र सेवादार कहलवाते हैँ। आप ही तय करो ये सच्चे है या सत्यानाशी हैँ?
कुछ भी कहो तुम्हारे ये नमूने इतने नीच है कि हमारे सामने से नज़र झुकाकर चले जाते हैँ लेकिन तुम पर अकड़ दिखाना नहीं छोड़ते। हमारे सामने पतलून में पेशाब कर देते हैँ और तुम्हारे सामने बब्बर शेर बनकर दिखाते हैँ। इनके खुद के बच्चे नशाखोरी हरामखोरी करते हैँ और तुम्हें ये भक्ति के करिश्मे सुनाते हैँ। तुम्हें परमार्थ के नाम पर लूटते हैँ और खुद के घर का सारा ऐशो आराम उसी परमार्थ से पूरा करते हैँ। दूसरों को वचन मानने का उपदेश देते हैं और खुद वचनों के परखच्चे उड़ाते हैँ। खुद के बच्चे इनकी एक नहीं सुनते और ये तुम्हारे बच्चों को क़ुरबानी देने का पाठ पढ़ाते हैँ।

वैसे जैसे तुमने अपने गुरू को धोखा दिया, ये सब तुमसे तुम्हारी भक्ति छीन कर तुम्हें उसी का फल दे रहे हैँ। जो पाप कर्म तुम्हारे गुरू ने काटे उससे कईं गुणा अधिक ये तुम्हें वापिस दे रहे हैँ।

यही रूहानियत का गोरख धंधा है। यहाँ होशियारों के कूल्हे उतरते हैँ और भोले भाले पार हो जाते हैँ।

धन धन सतगुरू तेरा ही आसरा।

09/10/2025

fans Dhan dhan satguru tera hi aasra

04/10/2025
27/09/2025

खट्टर सरकार ने दंगाइयों का साथ दिया? कई चेहरे होंगे बेनकाब।कोर्ट में फंस गए सरकार

Address

Ghaziabad
201309

Telephone

8920801648

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Saint MSG मुर्शीद का आशिक़ posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Saint MSG मुर्शीद का आशिक़:

Share

Category