
11/10/2025
Deoband UP: सात दिन के दौरे पर भारत आए अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी शनिवार को एशिया के बड़े इस्लामिक शिक्षण केंद्र देवबंद पहुंचे। जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी समेत वरिष्ठ उलमा ने उनका जोरदार स्वागत किया। मुत्तकी तीन घंटे तक दारुल उलूम में रहे।
छात्रों के साथ बीच कक्षा में बैठे। हदीस पढ़ी और भारत एवं अफगानिस्तान के बीच बेहतर होते रिश्तों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा देवबंद का अफगानिस्तान से गहरा रिश्ता है, जहां हमारे यहां से छात्र इस्लामी शिक्षा ग्रहण करने पहुंचते हैं। अब उनका आना-जाना और बढ़ जाएगा।
काबुल में भारतीय दूतावास को पुन: सक्रिय करने की घोषणा से दोनों देशों के बीच शैक्षिक और व्यापारिक रिश्तों में और अधिक मजबूती आएगी। दोनों देशों के निकट आने से पूरे क्षेत्र में अमन शांति और स्थिरता के कायम होने में मदद मिलेगी। अफगानिस्तान में सत्तासीन तालिबान के बीच देवबंद के दारुल उमूल का काफी सम्मान है।
तालिबान के कई सीनियर कमांडरों और नेताओं ने पाकिस्तान में पेशावर के पास स्थित दारुल उलूम हक्कानिया में शिक्षा ली है। इसकी स्थापना दारुल उलूम देवबंद की तर्ज पर हुई है। यह पहला मौका है, जब अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद वहां का कोई मंत्री देवबंद पहुंचा।
अफगानिस्तान के विदेश मंत्री शनिवार सुबह 11.30 बजे सड़क मार्ग से दारुल उलूम पहुंचे। विदेशमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से दोनों देशों की सरकारों के बीच समन्वय और सामंजस्य स्थापित हो रहा है, भविष्य में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। सरकार के नुमाइंदों से अच्छे माहौल में बात हुई है। इससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं।
दारुल उलूम से अपना आत्मीय रिश्ता बताया। मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नौमानी ने उन्हें हदीस का पाठ पढ़ाया और सनद ए हदीस की मानद उपाधि से सम्मानित किया। मुत्तकी ने प्रबंधन से अफगानी छात्रों के लिए एजुकेशन वीजा व शैक्षिक सहयोग समेत अन्य मुद्दों पर भी बात की।