Gohana HR-11

Gohana HR-11 Gohana is a Historical City and is Tehsil of Sonipat District in Haryana.

सेक्स और सफलता साथ नहीं चलते – अनुशासनहीन पुरुष कभी महान नहीं बनते।कुछ पुरुष सफलता के सपने देखते हैं।कुछ पुरुष उसके लिए ...
20/04/2025

सेक्स और सफलता साथ नहीं चलते – अनुशासनहीन पुरुष कभी महान नहीं बनते।

कुछ पुरुष सफलता के सपने देखते हैं।
कुछ पुरुष उसके लिए मेहनत करते हैं।
और कुछ अपनी सफलता को शुरू होने से पहले ही बर्बाद कर देते हैं।

और अक्सर, पुरुषों के लिए सबसे बड़ा ध्यान भटकाने वाला चीज़ क्या होती है?
सेक्स।

जो पुरुष सुख को मकसद से ऊपर रखता है, वह हमेशा पीछे छूट जाएगा।
जो अपनी इच्छाओं को नियंत्रित कर लेता है, वही आगे निकलता है।

सफलता अनुशासन माँगती है।
भोग-विलास अनुशासन को नष्ट कर देता है।

अगर तुम अपनी वासना पर काबू नहीं पा सकते,
तो तुम कभी अपने भविष्य पर काबू नहीं पा पाओगे।

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1. ताक़तवर पुरुष यौन विकर्षण से बचते हैं, कमज़ोर पुरुष "ना" नहीं कह सकते

हर महान पुरुष में एक बात समान थी: अनुशासन।
अलेक्ज़ेंडर द ग्रेट ने 30 की उम्र तक दुनिया जीत ली—वो औरतों के पीछे नहीं भागा।
एलन मस्क हफ्ते में 100 घंटे काम करता है—वो लड़कियों को मैसेज करने में समय नहीं बर्बाद करता।
मुहम्मद अली फाइट्स से पहले सेक्स नहीं करते थे—उन्हें पता था, अनुशासन ही शक्ति है।

आज के बहुत से पुरुष क्या कर रहे हैं?

रोज़ घंटों पोर्न और मास्टर्बेशन में बर्बाद करना।

आख़िरी पैसे तक सिर्फ़ लड़कियों को इम्प्रेस करने में उड़ाना।

अपने भविष्य को छोड़, एक लड़की के लिए आँसू बहाना।

कोई भी महान पुरुष कभी वासना का ग़ुलाम नहीं रहा।

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2. सेक्स तुम्हारी ऊर्जा, फोकस और जज़्बा चूस लेता है

हर बार जब तुम केवल कुछ सेकंड के सुख के लिए खुद को "रिलीज़" करते हो,
तुम खोते हो:

टेस्टोस्टेरोन (तुम्हारी ऊर्जा का स्रोत)

मोटिवेशन (जीतने की भूख)

मेंटल क्लैरिटी (एकाग्रता)

इसीलिए सेक्स के बाद बहुत से पुरुष सुस्त और थके हुए महसूस करते हैं।

अब सोचो:

अगर तुम ये हर दिन कर रहे हो

घंटों चैट, पीछा और खुशामद में बर्बाद कर रहे हो

पैसों की बर्बादी सिर्फ़ कुछ मिनट की खुशी के लिए

इसलिए गरीब आदमी सेक्स के पीछे भागता है, और अमीर आदमी सफलता के।

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3. औरतों के पीछे भागा हर पल तुम्हारे भविष्य से चुराया गया एक पल है

अपने रोज़मर्रा के आदतों को देखो:

कितने घंटे लड़कियों की फोटो स्क्रॉल करते हो?

कितने DMs में सिम्पिंग करते हो?

कितना समय पोर्न में ताक़त खोने में लगाते हो?

अब सोचो अगर वही समय तुम:

कोई हाई-इनकम स्किल सीखने में लगाते,

जिम जाकर खुद को बेहतर बनाने में लगाते,

अपने करियर या बिज़नेस पर काम करने में लगाते—

तो आज तुम्हें पीछा नहीं करना पड़ता, औरतें खुद तुम्हारे पीछे होतीं।

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4. इतिहास गवाह है: यौन कमजोरी ने महान पुरुषों को गिराया है

सोचो: इतिहास के सबसे ताकतवर पुरुषों को किसने गिराया?

ना युद्ध,

ना दुश्मन,

ना गरीबी।

बल्कि यौन कमजोरी।

सैमसन ने अपनी ताक़त डेलाइला के लिए खो दी।

राजा सोलोमन की बुद्धिमानी औरतों के कारण नष्ट हो गई।

टाइगर वुड्स को सेक्स स्कैंडल ने करोड़ों का नुकसान करवाया।

बिल क्लिंटन का करियर भी एक औरत की वजह से संकट में आ गया।

अनुशासन के बिना पुरुष, खुद के पतन की तैयारी कर रहा होता है।

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5. औरतें उन पुरुषों का सम्मान नहीं करतीं जो खुद पर काबू नहीं रख सकते

तुम्हें लगता है, कोई औरत उस आदमी का सम्मान करती है जो दिनभर उसके पीछे भागता है?

नहीं।

औरतें उनका सम्मान करती हैं जिनमें हो:

मकसद

आत्म-नियंत्रण

एक बड़ी ज़िंदगी की सोच

जब तुम अपने मकसद पर फोकस करते हो,
औरतें खुद तुम्हारे फोकस में आ जाती हैं।

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6. पोर्न, मास्टर्बेशन और कैज़ुअल सेक्स मर्दों को कमज़ोर बना रहे हैं

आधुनिक पुरुष क्यों:

आलसी हैं,

गरीब हैं,

डिप्रेस्ड हैं?

क्योंकि वो सस्ते सुख के आदी हो चुके हैं।

पोर्न तुम्हारा दिमाग मार देता है।

मास्टर्बेशन तुम्हारी ऊर्जा चूस लेता है।

कैज़ुअल सेक्स तुम्हें अनुशासनहीन बना देता है।

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7. जो पुरुष अपनी इच्छाओं पर काबू नहीं पा सकता, वो अपने भाग्य पर भी नहीं पा सकता

तुम कहते हो कि तुम अमीर, ताक़तवर और सफल बनना चाहते हो।
लेकिन तुम:

एक हफ़्ता भी सेक्स या पोर्न से दूर नहीं रह सकते।

बिना महिला विकर्षण के काम पर ध्यान नहीं दे सकते।

हर लड़की को देखकर खुद को रोक नहीं सकते।

अगर तुम अपने शरीर को नहीं चला सकते, तो दुनिया कैसे चलाओगे?

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8. सफल पुरुष सेक्स को नियंत्रित करते हैं, असफल पुरुष सेक्स के गुलाम होते हैं

सेक्स एक साधन है।
कमज़ोर लोग इसे सुख के लिए इस्तेमाल करते हैं।
मज़बूत लोग इसे शक्ति के लिए।

जो सफल है, वो तय करता है कि कब और कैसे सेक्स होगा।
जो असफल है, वो सेक्स के इशारों पर नाचता है।

दुनिया उन्हीं मर्दों द्वारा चलाई जाती है जो आत्म-नियंत्रित हैं।

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9. औरतें आती-जाती हैं, सफलता हमेशा रहती है

तुम 100 औरतें पा सकते हो,
और वो सब एक दिन छोड़कर जा सकती हैं।

लेकिन अगर तुम्हारे पास:

पैसा,

ताक़त,

ओहदा है—

तो औरतें खुद चलकर आएँगी।

ताक़तवर मर्दों को कभी औरतों की कमी नहीं होती।
कमज़ोर मर्द हमेशा पीछे भागते रहते हैं।

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10. पहले अनुशासन, फिर सुख

सेक्स में कोई बुराई नहीं है।

लेकिन अगर तुम सुख को उद्देश्य से ऊपर रखोगे,
तो ज़िंदगी भर संघर्ष करते रहोगे।

जो आत्म-नियंत्रण सीख जाता है, वही जीतता है।

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अंतिम बात:

अगर तुम सफल, अमीर, और ताक़तवर बनना चाहते हो—
तो सबसे पहले अपनी वासना पर काबू पाना सीखो।

क्योंकि…

जो मर्द अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करता है, वो अपना भविष्य नियंत्रित करता है।
और जो सुख के पीछे भागता है, वो सब कुछ हार जाता है।

20/04/2025
अपने बच्चों के साथ सोएं, एक-दूसरे को गले लगा कर सोएं। जीवन में एक बार ही बच्चों को बचपन मिलता है, फिर बड़े होकर वे अपने ...
19/04/2025

अपने बच्चों के साथ सोएं, एक-दूसरे को गले लगा कर सोएं। जीवन में एक बार ही बच्चों को बचपन मिलता है, फिर बड़े होकर वे अपने रास्ते लगेंगे और अपनी जिंदगी में व्यस्त हो जाएंगे।

दिल से दिल मिलाकर सोएं, इतना कि उनकी धड़कनें महसूस हों, आप उनकी सांसों को महसूस करें, उनकी सांसो में घुली टाफी की खुशबू महसूस करें, क्योंकि इससे ज्यादा खूबसूरत कुछ नहीं है। उनके बचपन और उनके साथ का भरपूर आनंद लें, उन्हें प्यार करें क्योंकि आज दुनिया में भावनाएँ खत्म हो रही है। कल वे बड़े हो जाएंगे और चिड़िया के बच्चों की तरह उड़ जाएंगे और फिर आपको उन्हें गले लगाने का वक्त, बहाना और अवसर शायद फिर कभी ना मिले।

अछा कमाने वाली महिलाओं को भरण-पोषण की मांग नहीं करनी चाहिएभरण-पोषण (अलिमनी) का विषय अक्सर चर्चा का विषय बनता है, विशेष र...
29/03/2025

अछा कमाने वाली महिलाओं को भरण-पोषण की मांग नहीं करनी चाहिए

भरण-पोषण (अलिमनी) का विषय अक्सर चर्चा का विषय बनता है, विशेष रूप से उन अपेक्षाओं के संदर्भ में जो महिलाओं पर रिश्तों में होती हैं। पारंपरिक रूप से, भरण-पोषण को उन जीवनसाथियों के लिए वित्तीय सहायता के रूप में देखा गया है, जिन्होंने पारिवारिक जिम्मेदारियों के लिए अपने करियर का बलिदान किया। लेकिन आज के समाज में, कई महिलाएं वित्तीय रूप से स्वतंत्र हैं और सफल करियर बना रही हैं।

**मुख्य बिंदु:**

1. **वित्तीय स्वतंत्रता**: कमाने वाली महिलाएं अपनी देखभाल करने में सक्षम होती हैं और उन्हें भरण-पोषण की आवश्यकता नहीं होती। यह स्वतंत्रता तलाक के बाद वित्तीय समर्थन के दृष्टिकोण को बदल सकती है।

2. **समानता**: उन साझेदारियों में जहां दोनों व्यक्ति वित्तीय रूप से योगदान करते हैं, भरण-पोषण की अपेक्षा पुरानी लग सकती है। प्रत्येक साथी को अलगाव के बाद अपनी वित्तीय भलाई के लिए जिम्मेदार होना चाहिए।

3. **सशक्तिकरण**: महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करना सशक्तिकरण को बढ़ावा देता है और यह विचार मजबूत करता है कि वे वैवाहिक स्थिति के बावजूद स्वतंत्र रूप से सफल हो सकती हैं।

4. **संदर्भ महत्वपूर्ण है**: जबकि कई कमाने वाली महिलाएं भरण-पोषण नहीं मांग सकती हैं, प्रत्येक स्थिति अद्वितीय होती है। विवाह की अवधि, विवाह के दौरान जीवनशैली और व्यक्तिगत परिस्थितियों जैसे कारकों पर विचार करना आवश्यक है।

अंत में, जबकि भरण-पोषण के पारंपरिक दृष्टिकोण सभी कमाने वाली महिलाओं पर लागू नहीं हो सकता, यह महत्वपूर्ण है कि प्रत्येक मामले को संबंधित संदर्भ और व्यक्तियों की आवश्यकताओं को समझते हुए देखा जाए। महिलाओं को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना महत्वपूर्ण है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि यह समझा जाए कि हर रिश्ता और उसका विघटन अद्वितीय होता है।

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मूर्खतापूर्ण सवाल... प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्टीफन फ्लेमिंग ने की पत्रकार जोरदार बहस, गुस्से में दे डाला अजीब बयानचेन्नई स...
29/03/2025

मूर्खतापूर्ण सवाल... प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्टीफन फ्लेमिंग ने की पत्रकार जोरदार बहस, गुस्से में दे डाला अजीब बयान

चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) को सबसे कूल टीम मानी जाती है, लेकिन समय-समय पर वहां से भी कुछ ऐसी खबरें आती हैं, जिससे पता चलता है कि उन्हें भी गुस्सा आता है। कोच स्टीफन फ्लेमिंग अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश नहीं थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए तो एक पत्रकार ने टीम के फायर पावर से जुड़ा सवाल पूछ लिया। इसके बाद स्टीफन फ्लेमिंग का गुस्सा 7वें आसमान पर था। उन्होंने सारा गुस्सा पत्रकार ही उतार दिया। साथ ही कहा कि चेपॉक में उनकी टीम को कोई घरेलू फायदा नहीं है। आईपीएल 2025 के एक मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के खिलाफ सीएसके को 50 रनों की बड़ी हार मिली है।

मैच चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में खेला गया था। फ्लेमिंग एक पत्रकार के सवाल से भी नाराज थे और उन्होंने उसे बेवकूफी भरा सवाल कहा। रुतुराज गायकवाड़ की टीम आरसीबी के 197 रनों के लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रही। इस हार के साथ, बेंगलुरु ने 2008 के बाद पहली बार चेन्नई में जीत दर्ज की। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने फ्लेमिंग से पूछा कि पहले मैच में आपने लगभग 20 ओवरों में 156 रन बनाए। आज आपने 146 रन बनाए। क्या आपको लगता है कि यह क्रिकेट खेलने का पुराना तरीका है?

फ्लेमिंग ने तुरंत जवाब दिया- हमारे खेलने का तरीका मतलब? पत्रकार ने यह कहने की कोशिश की कि दूसरी टीमें तेजी से रन बना रही हैं, लेकिन फ्लेमिंग इससे खुश नहीं थे। उन्होंने गुस्से में कहा- आप फायरपावर की बात करते हैं। हमारे पास हर तरह से फायरपावर है। मुझे यह सवाल समझ नहीं आता। सिर्फ इसलिए कि हम पहली गेंद से ही बड़े शॉट नहीं लगाते और हमारी किस्मत अच्छी नहीं होती, तो अंत में देखिए कौन जीतता है। यह सकारात्मक क्रिकेट है। हमें कम मत समझो।

CSK vs RCB: चेन्नई सुपर किंग्स ने भले ही घुटने टेक दिए, लेकिन इस खिलाड़ी की लगी लॉटरी, पर्पल कैप की रेस में दिग्गजों को ...
29/03/2025

CSK vs RCB: चेन्नई सुपर किंग्स ने भले ही घुटने टेक दिए, लेकिन इस खिलाड़ी की लगी लॉटरी, पर्पल कैप की रेस में दिग्गजों को पटका

चेपॉक के मैदान पर शुक्रवार को 17 साल बाद चेन्नई सुपर किंग्स को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के हाथों मात मिली। आरसीबी से मिली करारी हार के बावजूद सीएसके के लिए खेल रहे अफगानी मूल के क्रिकेटर नूर अहमद चमक उठे। नूर अहमद ने चार ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट लिए और इसके साथ ही वह टूर्नामेंट में पर्पल कैप की रेस में सबसे आगे निकल गए। टूर्नामेंट में नूर अहमद ने कुल दो मैच खेले हैं और उनके नाम 7 विकेट हैं।

आरसीबी के खिलाफ उतरने से पहले उनके खाते में चार विकेट थे और वह पर्पल कैप की रेस में दूसरे नंबर पर थे। आरसीबी के खिलाफ नूर ने अच्छी गेंदबाजी की और महज 36 रन खर्च कर तीन कीमती विकेट अपने नाम किए। नूर अहमद के बाद पर्पल कैप की रेस में लखनऊ सुपर जायंट्स के ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर दूसरे नंबर पर बने हुए हैं।

शार्दुल ठाकुर के बाद तीसरे नंबर पर आरसीबी के गेंदबाज जोश हेजलवुड हैं, जिनके नाम दो मैच में 5 विकेट हैं। चौथे नंबर पर सीएसके के खलील अहमद हैं, जिनके नाम दो मैच में चार विकेट हैं। चेपॉक के मैदान पर आईपीएल 2025 का 8वां मुकाबला आरसीबी और सीएसके के बीच खेला गया। सीएसके के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया।

आरसीबी ने पहले बैटिंग करते हुए चेन्नई के सामने 197 रन का लक्ष्य दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी चेन्नई की टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और सीएसके 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 146 रन ही बना सकी। इस तरह आरसीबी ने सीएसके को 50 रनों से बड़ी मात दी। आरसीबी की इस मैदान पर यह दूसरी जीत थी।

सीएसके के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आखिरी ओवर में दो गगनचुंबी छक्के और एक चौका भी जड़ा। लेकिन, धोनी के ये दमदार हिट्स टीम को जिताने के लिए काफी नहीं थे। धोनी क्रीज पर तब आए जब मैच सीएसके से बहुत दूर जा चुका था। धोनी ने 16 गेंद में 30 रनों की पारी खेली और अपनी बल्लेबाजी से दर्शक दीर्घा में बैठे फैंस का मनोरंजन किया।

छक्का लगाकर नूर अहमद को तेवर दिखा रहे थे लियाम लिविंगस्टोन! अगली बॉल पर ही सारी अकड़ तोड़ दी।रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने ...
29/03/2025

छक्का लगाकर नूर अहमद को तेवर दिखा रहे थे लियाम लिविंगस्टोन! अगली बॉल पर ही सारी अकड़ तोड़ दी।

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 17 साल बाद चेन्नई सुपर किंग्स को एमए चिदंबरम स्टेडियम में 50 रन से हराया। इस मुकाबले में इंग्लैंड के लियाम लिविंगस्टोन और अफगानिस्तान के नूर अहमद के बीच एक शानदार बैटल देखने को मिला।

चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच हाई वोल्टेज मुकाबला देखने को मिला। आखिरकार आरसीबी ने सीएसके को चेपॉक स्टेडियम में 17 साल के लंबे इंतजार के बाद हरा ही दिया। रजत पाटीदार की कप्तानी वाली आरसीबी ने चेन्नई को 50 रन से हराया। इस मैच के दौरान नूर अहमद और लियाम लिविंगस्टोन के बीच एक अच्छा बैटल देखने को मिला, जिसको अफगानी स्पिनर ने आखिर में जीत लिया।

दरअसल, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पारी का 16वां ओवर चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से नूर अहमद डाल रहे थे। उनके ओवर की दूसरी गेंद पर लियाम लिविंगस्टोन स्ट्राइक पर थे। उस बॉल पर घुटना टेककर लिविंगस्टोन ने गगनचुंबी छक्का लगाया। हालांकि, नूर अहमद ने अगली गेंद पर ही इंग्लिश खिलाड़ी से बदला ले लिया। लिविंगस्टोन अगली बॉल पर भी बड़ा शॉट खेलना चाहते थे। लेकिन वह गेंद को पूरी तरह से बीट हो गए और क्लीन बोल्ड हो गए। इस मौके का वीडियो खुद आईपीएल के ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर शेयर की गई है।

एमएस धोनी से नाखुश इरफान पठान! 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने को लेकर कर डाला ऐसा ट्वीट।एमएस धोनी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु क...
29/03/2025

एमएस धोनी से नाखुश इरफान पठान! 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने को लेकर कर डाला ऐसा ट्वीट।

एमएस धोनी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे, जिससे सब हैरान हो गए। इस पर पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी ट्वीट किया। धोनी ने 16 गेंदों पर नाबाद 30 रन बनाए, लेकिन चेन्नई 146 रन ही बना पाई और मैच हार गई।

फैंस और कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स को तब हैरानी हुई जब दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी बीते शुक्रवार रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ रविचंद्रन अश्वविन के बाद बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। माही चेन्नई के लिए अहम रनचेज में 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। इसको देखकर हर कोई दंग रह गया कि जब टीम को उनकी जरूरत थी तो आखिर धोनी इतनी नीचे बल्लेबाजी करने के लिए क्यों उतरे। धोनी के ऐसा करने पर काफी बवाल भी उठा। यूजर्स ने उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया। वहीं पूर्व भारतीय ऑलराउंडर और एमएस धोनी के साथ खेल चुके इरफान पठान ने भी उनके 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की।

इरफान पठान ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर धोनी के 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैं कभी धोनी के नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने के फेवर में नहीं होउंगा। यह टीम के लिए सही नहीं है।'

9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे एमएस धोनी ने 187.50 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 16 गेंद में नाबाद 30 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में 3 चौके और 2 छक्के उड़ाए। हालांकि, माही काफी देर में बल्लेबाजी करने के लिए उतरे। अगर वह थोड़ा ऊपर बल्लेबाजी करने आते तो मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता था।

08/10/2024

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