04/11/2025
मेडिकल कॉलेज के ईश्वर शरण अस्पताल में ओपीडी अब शाम चार बजे तक
मरीजों को राहत, अस्पताल प्रबंधन में सुधार
गोंडा। स्वशासी राजकीय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध ईश्वर शरण अस्पताल में अब मरीजों को पहले से अधिक समय तक इलाज की सुविधा मिलेगी। अस्पताल प्रशासन ने ओपीडी समय में बड़ा बदलाव करते हुए इसे अब सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक करने का निर्णय लिया है। पहले ओपीडी केवल दोपहर 2 बजे तक ही संचालित होती थी। इस परिवर्तन से न केवल मरीजों को सहूलियत मिलेगी बल्कि अस्पताल की कार्यकुशलता और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य प्रो. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने बताया कि अस्पताल में बढ़ते मरीजों की संख्या, साथ ही एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्रों के नैदानिक रोटेशन को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। अब छात्र पूरे दिन अस्पताल में मरीजों के बीच रहकर चिकित्सकीय अनुभव प्राप्त कर सकेंगे, जिससे उनकी पढ़ाई और प्रायोगिक ज्ञान दोनों में सुधार होगा।
नए ओपीडी समय के तहत शाम साढ़े तीन बजे तक नए मरीजों के पर्चे बनाए जा सकेंगे, जबकि पहले यह प्रक्रिया केवल डेढ़ बजे तक ही सीमित थी। इस बदलाव से उन मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी जो दूर-दराज़ क्षेत्रों से इलाज कराने आते हैं और पूर्व निर्धारित समय सीमा में अस्पताल नहीं पहुंच पाते थे। अब वे भी बिना जल्दबाजी के अपनी जांच और इलाज करवा सकेंगे।
अस्पताल के ओपीडी समय में सुधार का सकारात्मक असर पहले ही दिन देखने को मिला। सोमवार को ओपीडी के दूसरे दिन शाम तीन बजे तक डॉक्टर अपने-अपने कक्षों में मरीजों की जांच करते पाए गए। इस दौरान हॉस्पिटल मैनेजर डॉ. दीक्षा द्विवेदी, हॉस्पिटल मैट्रन, और मेडिकल कॉलेज प्रशासनिक स्टाफ भी ड्यूटी पर मौजूद रहे। अस्पताल में मरीजों की बढ़ी आवाजाही के बावजूद व्यवस्थाएं सुदृढ़ रहीं।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, नए ओपीडी समय से बेहतर रोगी प्रबंधन संभव होगा। विभागवार डॉक्टरों की उपस्थिति और समय का समुचित उपयोग किया जा सकेगा। इसके साथ ही संसाधनों का कुशल उपयोग भी सुनिश्चित होगा, जिससे अस्पताल की उत्पादकता और सेवा गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
मरीजों की दृष्टि से यह परिवर्तन एक राहत भरा कदम है। कम प्रतीक्षा समय, बेहतर पहुंच, और लंबे समय तक चिकित्सीय सुविधा के कारण मरीजों को पहले से बेहतर अनुभव प्राप्त हो रहा है। अब अस्पताल आने वाले मरीजों को यह सुविधा है कि वे सुबह से लेकर शाम तक डॉक्टरों से परामर्श ले सकते हैं।
चिकित्सक समुदाय और चिकित्सा शिक्षा से जुड़े लोगों ने इस निर्णय को सराहा है। उनका कहना है कि यह कदम न केवल मरीजों के हित में है बल्कि यह चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को भी ऊँचा उठाएगा। छात्रों को अब अधिक समय तक व्यावहारिक प्रशिक्षण मिलेगा जिससे वे आने वाले समय में और अधिक सक्षम डॉक्टर बन सकेंगे।
मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि आने वाले दिनों में ओपीडी की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन किया जाएगा।