19/09/2025
ये गौवंश मेरे घर पर आश्रय लेते हैं आनंद पूर्वक रहते हैं इसमें गाँव वालो को परेशानी है की मैं इनको लाठी भाला फरसा नही मार देता
मतलब इतने हत्यार हो गये हैं
कवि विवेक अज्ञानी कवि विवेक अज्ञानी