22/10/2025
गोंडा मेडिकल कॉलेज में बड़ी लापरवाही — दूसरे मरीज की 3 साल पुरानी ईसीजी रिपोर्ट पर दी दवा, मरीज की हालत बिगड़ी; अब सीएम पोर्टल पर पहुंचा मामला
गोंडा मेडिकल कॉलेज से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां नगर कोतवाली क्षेत्र के गिर्द गोंडा निवासी 45 वर्षीय रामशंकर शर्मा को इलाज के दौरान दूसरे मरीज की तीन साल पुरानी ईसीजी रिपोर्ट दे दी गई। इसी रिपोर्ट के आधार पर डॉक्टरों ने उन्हें गलत दवा और इंजेक्शन दे दिया, जिससे उनकी तबीयत और बिगड़ गई।
🔹 तीन साल पुरानी रिपोर्ट पर लिखा गया इलाज
जानकारी के अनुसार, 19 अक्टूबर को रामशंकर सीने में तेज दर्द और घबराहट की शिकायत लेकर गोंडा मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी वार्ड पहुंचे थे। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उनका ब्लड प्रेशर चेक किया और ईसीजी कराने को कहा। रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें करीब 20 से 25 गोलियां और एक इंजेक्शन दे दिया।
इलाज के बाद भी जब उन्हें राहत नहीं मिली, तो उन्होंने रिपोर्ट को ध्यान से देखा। तभी उन्हें पता चला कि जो ईसीजी रिपोर्ट उन्हें दी गई है, वह तीन साल पुरानी है और किसी अन्य मरीज ‘मंगल’ (70 वर्ष) की है।
🔹 शिकायत करने पर भी डॉक्टरों ने नहीं सुनी बात
रामशंकर ने तुरंत डॉक्टरों से इस लापरवाही की शिकायत की, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। इलाज के दौरान हालत बिगड़ने पर उन्होंने मेडिकल कॉलेज छोड़कर किसी निजी डॉक्टर से इलाज कराया।
पीड़ित का कहना है कि गलत रिपोर्ट और दवाओं के कारण उनकी जान खतरे में पड़ गई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह न केवल लापरवाही बल्कि मरीज की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है।
🔹 स्वास्थ्य विभाग में नहीं हुई कार्रवाई, अब सीएम पोर्टल पर शिकायत
रामशंकर ने पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने मामले की जांच मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) गोंडा को सौंपी है और 3 नवंबर तक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं।
🔹 पीड़ित बोले — “मुझे ऐसा लगा जैसे जान लेने की कोशिश की गई हो”
रामशंकर शर्मा ने कहा —
“मैं सीने में दर्द लेकर अस्पताल गया था, लेकिन डॉक्टरों ने किसी और की रिपोर्ट देखकर दवा दी। इससे मुझे तेज घबराहट, उल्टी और पेट दर्द हुआ। बाद में पता चला कि रिपोर्ट किसी 70 वर्षीय मरीज की थी। यह सीधी लापरवाही नहीं, बल्कि जान लेने जैसा प्रयास था। मैं चाहता हूं कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो ताकि भविष्य में किसी और के साथ ऐसा न हो।”
🔹 जांच जारी
CMO कार्यालय के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि मामला मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज हो चुका है और मेडिकल कॉलेज प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी डॉक्टरों और स्टाफ पर कार्रवाई की जाएगी।
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https://www.bhaskar.com/amp/local/uttar-pradesh/gonda/news/major-negligence-in-gonda-medical-college-136230723.html