11/07/2025
*6.75 लाख घरों तक जाएंगी स्वास्थ्य टीम, स्वस्थ व्यवहार से संचारी रोगों को हराने का देंगी संदेश*
जिले में इकतीस जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान का बसंतपुर यूपीएचसी से हुआ आगाज
सीएमओ ने क्षेत्र भ्रमण कर आशा कार्यकर्ता का बढ़ाया मनोबल, किया संवाद
*गोरखपुर।* जिले में विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह के तहत शुक्रवार से दस्तक अभियान का भी आगाज हो गया। इकतीस जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीम गोरखपुर के 6.75 लाख घरों तक जाएंगी। टीम द्वारा स्वस्थ व्यवहार अपना कर संचारी रोगों को हराने का संदेश दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ राजेश झा ने बसंतपुर नगरीय स्वास्थ्य केंद्र (यूपीएचसी) से इस अभियान का आगाज किया। उन्होंने बताया कि दस्तक के दौरान संचारी रोगों के प्रति संवेदीकरण के साथ साथ स्वास्थ्य टीम मरीजों को सूचीबद्ध करेंगी और उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल भेजेंगी। लोगों की आभा आईडी बनाने के साथ साथ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सत्तर वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के आयुष्मान कार्ड के छूटे हुए लाभार्थियों की पहचान भी की जाएगी। सीएमओ ने बसंतपुर क्षेत्र का भ्रमण कर आशा कार्यकर्ता का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने समुदाय के साथ संवाद किया। इससे पहले आशा कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए सीएमओ ने कहा कि अभियान का गुणवत्तापूर्ण संचालन किया जाए।
सीएमओ डॉ झा ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान स्वास्थ्य कार्यकर्ता को घर घर भ्रमण के दौरान संचारी रोगों से बचाव, लक्षणों की पहचान और उपचार की सुविधाओं के बारे में लोगों का संवेदीकरण करना है। जिन घरों में पंद्रह वर्ष से कम आयु के बच्चे मिलेंगे, वहां स्टीकर भी लगाना है। साथ ही बुखार, इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस, क्षय रोग, कुष्ठ और फाइलेरिया के लक्षणयुक्त रोगियों की सूची तैयार करना है। इसके अलावा कुपोषित बच्चों और दस्त रोग से ग्रसित बच्चों की भी सूची तैयार करनी है। इन सूचीबद्ध लोगों को इलाज के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजना है ताकि संचारी रोगों का प्रसार रोका जा सके और बच्चों को इन बीमारियों से बचाया जा सके।
डॉ झा ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में 3775 टीम, जबकि शहरी क्षेत्रों में 338 टीम को दस्तक अभियान के लिए लगाया गया है। इस दौरान मानसूनी बारिश को देखते हुए मच्छरों से बचाव के संदेश पर विशेष जोर रहेगा। स्वास्थ्य टीम ‘‘हर परिवार करे मच्छरों पर वार’’ का नारा घर घर पहुंचाएंगी। लोगों को बताया जाएगा कि पुराने टायर, प्लास्टिक के कप, कबाड़, बोतल और गमला आदि में पानी इकट्ठा न होने दें। घर, विद्यालय और कार्यस्थल के आसपास पानी जमा न होने दें। नियमित अंतराल पर कूलर, गमले और फ्रीज ट्रे की साफ सफाई करते रहें। घरों में और आसपास गेंदा, तुलसी, नीम, गुलदाउदी और लेमन ग्रास जैसे मच्छर विकर्षी पौधे लगाएं।
इस अवसर पर एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, एसीएमओ डॉ वीपी पांडेय, डिप्टी सीएमओ डॉ राजेश, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, जेई एईएस कंसल्टेंट सिद्धेश्वरी सिंह, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ मेधा पांडेय, मलेरिया विभाग व टीबी डिपार्टमेंट सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधिगण प्रमुख तौर पर मौजूद रहे।
*बुखार होने पर सही हस्तक्षेप जरूरी*
दस्तक के दौरान बुखार होने पर सही हस्तक्षेप के बारे में खासतौर से जानकारी दी जाती है। लोगों को बताया जाता है कि किसी भी प्रकार का बुखार होने पर अपने मन से दवा लेने या झोलाछाप से इलाज करवाने से बचना है। अगर किसी भी प्रकार का बुखार है तो बिना किसी देरी के 108 नंबर एम्बुलेंस की निःशुल्क सेवा प्राप्त करते हुए निकटतम अस्पताल तक पहुंचे।
*अच्छे नतीजे सामने आए*
सीएमओ ने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान के सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं। अभियान के परिणाम स्वरूप जापानी इंसेफेलाइटिस से पिछले पांच वर्षों में कोई भी मृत्यु नहीं हुई है। इंसेफेलाइटिस के मामले भी नाम मात्र रह गए हैं।